Accused arrested : देवगढ़ कस्बे के समीपवर्ती दिवेर थाना क्षेत्र के आमेट रोड पर सोलंकियों का गुड़ा स्थित तुलसा होटल पर दोस्तों के साथ मिलकर मारपीट करते हुए होटल में तोड़फोड़ करने के फरार आरोपी को एक महीने बाद गिरफ्तार कर न्यायालय में पेश किया, जहां से रिमांड पर भेज दिया। Diver News
Rajsamand Police : दिवेर थानाधिकारी भवानीशंकर ने बताया कि वारदात का मुख्य आरोपी प्रकाशसिंह पुत्र गोकलसिंह रावत को जोधपुर से डिटेन कर दिवेर लाए, जहां पूछताछ कर गिरफ्तार किया। आरोपी प्रकाश सिंह के विरूद्ध पूर्व में देवगढ़ थाने में मारपीट, तोड़फोड़ व अन्य आपराधिक धाराओं से सम्बंधित 4 प्रकरण दर्ज हैं। आरोपी ने 14 मई रात को दो दोस्तों के साथ चतुर्भूज पुत्र नंगजीराम गुर्जर निवासी सोलंकियों का गुड़ा के तुलसी होटल में काम करने वाले स्टाफ के साथ मारपीट करते हुए तोड़फोड़ की थी। वारदात के दौरान स्टाफ खाना खा रहा था, तभी टेगी गांव के 8-10 लड़के अचानक होटल पर आए तथा होटल के पास टायर पंक्चर की दुकान पर पंक्चर निकालने वाले मजदूर लालाराम व उसके भाई कैलाश, विकास पर बदमाशों ने पानी फेंका। मना किया तो सभी प्रकाशसिंह पुत्र गोकलसिंह रावत निवासी टेगी व गणपतसिंह पुत्र भेरूसिंह रावत निवासी जीरण ने होटल में अनधिकृत रूप से प्रवेश कर डंडों से मारपीट व होटल में तोड़फोड़ की । केबिन का सारा सामान तोड़ दिया तथा सामान बाहर फेंक दिया था। उसके बाद आरोपी फरार हो गया था जिसे पुलिस ने जोधपुर से तलाश कर गिरफ्तार कर लिया। Devgarh news
Rajsamand News : पुछताछ पर आरोपी ने वारदात को स्वीकारा
Rajsamand News : पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज होने के बाद तुरंत एक टीम का गठन कर आरोपियों की तलाश शुरू कर दी। टीम ने आसपास के कई गांवों – देवगढ़, स्वादडी, बरजाल, कुआंथल, जीरण और भीलवाड़ा में छापेमारी की। इस दौरान उन्हें घटना के मुख्य आरोपी 24 वर्षीय प्रकाश सिंह (पुत्र गोकल सिंह रावत, निवासी टेगी, थाना देवगढ़) के जोधपुर में होने की सूचना मिली। टीम को तुरंत जोधपुर भेजा गया, जहां उन्होंने प्रकाश सिंह को हिरासत में लिया। पुलिस पूछताछ में प्रकाश सिंह ने अपना अपराध कबूल कर लिया। जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तार किए गए आरोपी के खिलाफ पहले भी देवगढ़ थाने में मारपीट, तोड़फोड़ और अन्य अपराधिक मामलों से संबंधित 4 मामले दर्ज हैं। इस सफल ऑपरेशन में थाना प्रभारी भवानी शंकर, एएसआई बल्लूराम, हेड कॉन्स्टेबल रघुवीर सिंह, जय नारायण, कॉन्स्टेबल रमेश, समर्थी लाल और ग्यारसी लाल शामिल थे।