Jaivardhan News

वाट्सएप ग्रुप से लेफ्ट हुए कृषि पर्यवेक्षक, अब 16 अगस्त से ऑनलाइन कार्यों का करेंगे बहिष्कार

agri culture1 https://jaivardhannews.com/agriculture-supervisor-left-from-whatsapp-group/

प्रदेश में कृषि पर्यवेक्षक व सहायक कृषि अधिकारी भी अपनी 18 सूत्री मांगों को लेकर लामबद्ध हो गए हैं। मांगों को लेकर कृषि पर्यवेक्षकों ने चरणबद्ध आंदोलन शुरू कर दिया है। पहले चरण में 30 जुलाई से सभी कृषि पर्यवेक्षक व सहायक कृषि अधिकारी विभागीय वाट्सएप ग्रुप से लेफ्ट हो गए, जबकि अब जल्द ही सरकार द्वारा उचित निर्णय नहीं लेने पर ऑनलाइन कार्यों का बहिष्कार करते हुए उग्र आंदोलन करेंगे।

कृषि पर्यवेक्षक संघ जिलाध्यक्ष रघुराजसिंह झाला ने कहा कि कृषि पर्यवेक्षक व सहायक कृषि अधिकारियों की 18 सूत्री मांगें लंबे समय से लंबित है। इसको लेकर पहले भी राज्य सरकार से कई बार वार्ता हुई, मगर अभी तक उनकी मांगें पूरी नहीं हुई। इसी कारण 30 अगस्त से सभी कृषि पर्यवेक्षक व सहायक कृषि अधिकारी कृषि विभाग के वाट्सएप ग्रुप से लेफ्ट हो गए और अब 16 अगस्त से सभी कृषि पर्यवेक्षक और सहायक कृषि अधिकारी सभी ऑनलाइन कार्यों का बहिष्कार करेंगे। उसके बाद भी राज्य सरकार द्वारा उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया जाएगा, तो धरना देकर विरोध प्रदर्शन करेंगे। इस दौरान सोहनप्रकाश कुमावत, औंकारलाल जाट, लोभचंद्र लौहार, गोपीलाल कुमावत, मीना सहित कई सहायक कृषि अधिकारी व कृषि पर्यवेक्षक मौजूद थे।

कृषि उप निदेशक को सौंपा ज्ञापन

कृषि पर्यवेक्षक संघ जिलाध्यक्ष रघुराजसिंह झाला के नेतृत्व में जिलेभर के कृषि पर्यवेक्षक गत दिनों राजसमंद के मुखर्जी चौराहा स्थित कृषिक कार्यालय पर एकत्रित हुए। फिर 18 सूत्री मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। बाद में मुख्यमंत्री व कृषि मंत्री के नाम कृषि उप निदेशक भूपेंद्रसिंह राठौड़ को ज्ञापन सौंपा गया। साथ ही चेतावनी दी गई कि जल्द ही सरकार द्वारा उचित निर्णय नहीं लिया गया, तो सभी कृषि पर्यवेक्षक व सहायक कृषि अधिकारी उग्र आंदोलन करेंगे।

Exit mobile version