Aptitude Training Camp : भारत विकास परिषद शाखा राजसमंद की महिला कार्यकर्ताओं ने इस बार कमाल कर दिया। जनसेवा, संस्कार, प्रतिबद्धता को लेकर पेठ कायम कर चुके भारत विकास परिषद के प्रति लोगों का गजब का विश्ववास बढ़ा है, तभी तो अभिरूचि प्रशिक्षण शिविर शुरू होने के बाद भी प्रतिभागी बनने के लिए हुजूम सा उमड़ पड़ा। सीमित सीटों के चलते पंजीयन बंद करना पड़ा। इस बार पांच सौ से ज्यादा बच्चों, युवाओं, महिलाओं ने उत्साह के साथ हर गतिविधि में सहभागिता दिखाई और अपने अपने हुनर को निखारा। शिविर में कोई स्कुटी, सिलाई, मेहंदी बनाना सीखा, तो किसी ने आत्मरक्षा के गुर सीखे और किसी ने संगीत, डांस में भी हुनर दिखाया। गांधी सेवा सदन राजसमंद में सात दिनों से चल रहे अभिरूचि प्रशिक्षण शिविर का समापन रंगारंग सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के साथ हुआ। कई प्रतिभागियों ने शिविर में जो कुछ सीखा, उसे आमजन के समक्ष साझा भी किया और प्रतिभागियों के अनुभव भी काफी रोचक रहे।
Bharat Vikash Parishad Rajsamand : अध्यक्ष प्रदीप लड्ढा ने बताया कि गांधी सेवा सदन स्कूल राजसमंद में 16 से 22 मई तक अभिरूचि प्रशिक्षण शिविर का आयोजन हुआ। समापन समारोह में मुख्य अतिथि एवं परिषद् प्रांतीय प्रकल्प प्रभारी वन्दना बाल्दी, एससी एसटी विशेष न्यायाधीश अभिलाषा शर्मा, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट गीता पाठक ने शिविर की गतिविधियों एवं बनाई रचनाओं की प्रदर्शनी का अवलोकन किया। कार्यक्रम में मंचासीन अतिथियों में परिषद् राष्ट्रीय मीडिया प्रोजेक्ट प्रभारी कमल किशोर व्यास, प्रांतीय उपाध्यक्ष सतीश तापड़िया, प्रांतीय प्रकल्प प्रभारी वन्दना बाल्दी, राजसमन्द शाखा अध्यक्ष प्रदीप लड्ढा, अभिरुची शिविर प्रभारी नीता सोनी, शाखा महिला सहसंयोजक पूजा बंग, प्रांतीय संगठन मंत्री दिनेश मित्तल, प्रांतीय संयुक्त महासचिव सुधीर व्यास, प्रांतीय संयोजक स्थाई प्रकल्प वन्दना बाबेल, प्रांतीय सहसंयोजक महिला जागरूकता एवं आत्मरक्षा सहसंयोजिका सोनिया बंग, शाखा संरक्षक संजय सामसुखा, जिला समन्वयक भगवती प्रसाद व्यास एवं जिला सह समन्वयक नवीन असावा, सचिव गौरव मुंदडा, वित्त सचिव दीपक चपलोत आदि ने भारत माता की छवि के सम्मुख दीप प्रज्ज्वलित किया। साथ ही वन्देमातरम गायन से समापन समारोह शुरू हुआ। शाखा अध्यक्ष प्रदीप लड्ढा ने अतिथियों का स्वागत करते हुए शिविर की सफलता का पूरा श्रेय शाखा की महिला टीम की सदस्यों को दिया। परिषद के सेवा कार्यों का परिचय देते हुए सचिव गौरव मूंदड़ा ने बताया कि राजसमंद में परिषद के वर्ष पर्यंत चलने वाले सेवा कार्यों का ही परिणाम है कि आज शिविर के प्रतिभागियों की संख्या 500 पार पहुंच चुकी है। रजिस्ट्रेशन रोकने पड़े है। विभिन्न स्थायी प्रकल्पों की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि परिषद् द्वारा शहर में नि:शुल्क मोक्षरथ, सर्जिकल बेड, व्हील चेयर जैसी अनेक चिकित्सकीय सामग्री, खुशी बैंक के माध्यम से जरुरतमंद छात्र छात्राओं को व्यक्तिगत उपयोग संबंधी कपडे, किताबे आदि उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
शिविर में 539 प्रतिभागियों ने निखारा हुनर
प्रभारी नीता सोनी ने शिविर का प्रतिवेदन प्रस्तुत करते हुए बताया कि शिविर में पहले दिन 539 प्रतिभागियों ने शिविर स्थल पर रजिस्ट्रेशन करवाया है, जिन्हें विभिन्न अभिरुची कक्षाओं में सात दिन तक प्रतिदिन सायं 4 बजे से 6 बजे के बीच अनुभवी प्रशिक्षकों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। बताया कि शिविर में नृत्य प्रशिक्षण हेतु अनुभवी प्रशिक्षिका ऋतू कुमावत एवं अंशु सेन, चित्रकला हेतु श्रुति पोखरना, स्केटिंग हेतु दारा सिंह, मेहंदी कला हेतु अभिलाषा पुरोहित, सिलाई प्रशिक्षण हेतु रेखा टेलर, ब्यूटिशियन हेतु प्राची अजमेरा, संगीत एवं वाद्य यन्त्र प्रशिक्षण हेतु विदित वैष्णव, आर्ट एंड क्राफ्ट हेतु आकृति बोहरा, जुडो कराटे एवं आत्मरक्षा प्रशिक्षण हेतु राजसमन्द पुलिस विभाग के महिला कार्मिक सुजीत एवं सरोज, जुम्बा एवं एरोबिक हेतु दीपिका पुरोहित, अबेकस हेतु चंचल सोनी, कैलीग्राफी राइटिंग हेतु कनिका मेहता, इंग्लिश स्पीकिंग हेतु मणि गट्टानी, क्रिकेट प्रशिक्षण हेतु जिला क्रिकेट संघ राजसमन्द के कोच प्रदीप तैलंग अपने सहयोगियों के साथ, दुपहिया वाहन प्रशिक्षण हेतु मैसर्स लविश होंडा के प्रतिनिधी मनोज जैन ने सहयोगियों के साथ सेवाए दी।
शिविर संचालन में इनकी रही अहम भूमिका
सात दिवसीय शिविर के संचालन में महिला सदस्यों की अहम भूमिका रही। इसमें खास तौर से सह प्रभारी ऋतू गोयल, नीतू पालीवाल, हंसा चौधरी, संगीता कावड़िया, सीमा जैन, सुमन न्याती, सुमन बडोला, पुष्पा तापडिया, निरुपमा धारीवाल, सरोज गट्टानी, गीता व्यास, मंजू अजमेरा, अनिता मित्तल, चंदा देवपुरा, किरण जैन, मनीषा कच्छारा, पुष्पा मालू, प्रीति लड्ढा, संगीता कावड़िया, सुमन मंत्री, लता मादरेचा, हंसा मेहता, स्नेहा झंवर, कल्पना बडोला, अनामिका सहलोत, आशा सोनी,स्नेहलता कोठारी, कोमल मूंदड़ा, कुसुम बियानी, शिखा चोर्डिया, दिशा शर्मा आदि हमेशा विभिन्न व्यवस्थाओं में तैयार खड़ी रही। साथ ही शिविर की सारी व्यवस्थाएं बेहतर रहे, इसके लिए तत्पर दिखाई दी।