ठेकेदार के डेढ़ करोड़ रुपए के बिल पास करने की एवज में सहायक अभियंता को डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते अलवर ACB टीम ने उसे रंगों हाथों पकड़ लिया। ठेकेदार के बिल पास करने की एवज में रिश्वत मांग रहा था आरोपी। ठेकेदार ने एसीबी में शिकायत की। जिस पर एसीबी ने सत्यापन करने के बाद जाल बिछाकर आरोपी को रंगे हाथ पकड़ लिया। उत्तर मध्य रेलवे के आगरा सहायक अधिशासी अभियंता को भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो अलवर की टीम ने रविवार को डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। इंजीनियर रमेश सिंह राजपूत (55) घूस लेने आगरा से रामगढ़ आया था। यहां चाय की दुकान पर जैसे ही उसने एक ठेकेदार से रिश्वत लेकर जेब में रखी, उसे ट्रैप कर लिया गया। ठेकेदार के डेढ़ करोड़ रुपए के बिल पर उसने एक प्रतिशत कमीशन मांगा था। एसीबी के अलवर एएसपी विजय सिंह ने बताया कि राजस्थान निवासी रेलवे ठेकेदार ने 30 जून को एसीबी में शिकायत दी। इसमें बताया कि उसे उत्तर मध्य रेलवे से 15-15 करोड़ रुपए के दो अंडर पास बनाने का ठेका मिला था। रामगढ़ से नगर तथा भरतपुर से मंडावर के बीच इन अंडरपास का 90 से 95 फीसदी काम हो चुका है। इसमें करीब डेढ़ करोड़ रुपए का भुगतान बाकी था। ठेकेदार ने रेलवे के आगरा के सहायक अधिशाषी अभियंता (ब्रिज) के कार्यालय में इसके बिल प्रस्तुत किए थे। करीब डेढ़ करोड़ रुपए के भुगतान के एवज में सहायक अधिशासी अभियंता रमेश सिंह राजपूत डेढ़ लाख रुपए रिश्वत मांग रहा था। पीड़ित की शिकायत पर एसीबी ने ट्रैप कर गिरफ्तार कर लिया। आरोपी मूलत: जौनपुर का रहने वाला : एसीबी ने बताया कि आरोपी इंजीनियर रमेश सिंह पुत्र प्रतापनारायण सिंह फिलहाल आगरा में रह रहा है। उसका प्रयागराज (इलाहाबाद) के पूनम अपार्टमेंट में प्लॉट है। मूलत: वह यूपी के जौनपुर जिले में सुजानगढ़ थाना क्षेत्र के बहादुरपुर कलां गांव का रहने वाला है। अलवर एसीबी के डीएसपी महेंद्र मीणा की टीम ने उसे गिरफ्तार किया। आरोपी को पूछताछ के लिए एसीबी अलवर ले गई। एसीबी अधिकारियों ने बताया कि 30 जून को शिकायत मिलने के बाद पुष्टि करने एक टीम पीड़ित को लेकर आगरा भेजी गई। यहां करीब दो घंटे तक पीड़ित व आरोपी रेलवे अधिकारी के बीच वार्ता चली। इसे रिकार्ड किया गया। बातचीत में डेढ़ लाख रुपए रिश्वत मांगने की पुष्टि हुई, लेकिन आगरा में राजस्थान एसीबी का कार्य क्षेत्र नहीं होने से समस्या खड़ी हो गई। इस पर ठेकेदार ने उसे रामगढ़ में आकर घूस की रकम लेने की बात कही। लालची इंजीनियर तुरंत राजी हो गया और रविवार शाम रामगढ़ आ पहुंचा। यहां एक चाय की दुकान पर लेनदेन तय हुआ। शाम करीब सवा चार बजे जैसे ही ठेकेदार से डेढ़ लाख रुपए लेकर इंजीनियर ने जेब में डाले एसीबी टीम ने उसे पकड़ लिया। पेंट की जेब से रकम भी बरामद कर ली।