खमनोर के हल्दीघाटी में महाराणा प्रताप के सेनापति हकीम खां सुर की मजार से तोडफ़ोड़ की घटना से क्षेत्रीय लोगों में सामाजिक द्वेषता फैलाने की कोशिशें असामाजिक तत्वों द्वारा पहले भी कई बार फैलाई, मगर क्षेत्र के सर्वसमुदाय लोगों आपसी सामंजस्य, सौहाद्र्रता व भाईचारे की भावना प्रबल है। खमनोर क्षेत्र के सर्व समुदाय के लोगों ने कौमी एकता का परिचय दिया। सर्व समुदाय में आपसी सामंजस्य, सौहार्दता व भाईचारे की अखंडता मजार पर तोडफ़ोड़ की घटना के बाद और मजबूत हो गई।
हल्दीघाटी दर्रे के पास बीती रात को हकीम खां सुर की मजार पूरी क्षतिग्रस्त कर दी। घटना के बाद खमनोर थाना प्रभारी कैलाशसिंह मय जाब्ते के घटना स्थल पर पहुंच गए। थाना प्रभारी कैलाश सिंह की समझाइश के बाद सर्वसमुदाय के लोगों ने कौमी एकता का परिचय देते हुए कोई अशांति का माहौल उत्पन्न नहीं हुआ और सर्व समुदाय के लोगों ने शांति व्यवस्था बनाए रखी। इस बीच पुलिस द्वारा रात से ही मजार निर्माण का कार्य शुरू कर दिया और मंगलवार देर शाम तक कार्य जारी था। पुलिस की प्रारंभिक जांच में किसी अज्ञात सिरफिरे या विक्षिप्त द्वारा मजार पर तोडफ़ोड़ करने की बात सामने आ रही है, मगर पुलिस समग्र पहलुओं की तहकीकात में जुटी है। मजार पर नई टाइल्स जोड़ते हुए व्यवस्थित कर चादर चढ़ाई गई।
Read More…. हल्दीघाटी में हकीम खां सुरी की मजार पर तोडफ़ोड़, खमनोर थाना प्रभारी को हटाया
पहले वर्ष 2016 में हुई थी घटना
वर्ष 2016 में 17 या 18 फरवरी को भी असामाजिक तत्वों द्वारा इसी मजार को तोडफ़ोड़ करते हुए क्षतिग्रस्त कर दिया था। घटना के बाद उस वक्त भी तत्कालीन थाना प्रभारी दिवंगत महेश मीणा मौके पर पहुंचे और क्षतिग्रस्त मजार को ठीक करवाया था और उस वक्त भी सर्वसमुदाय के लोगों ने एकजुटता दिखाते हुए असामाजिक तत्वों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की गई थी। लोगों ने हकीम खां के आदर्श को आत्मसात करते हुए कौमी एकता का परिचय दिया। घटना के बाद खमनोर में सर्वसमुदाय के लोग एकजुट दिखे, जो पुलिस से एक ही मांग कर रहे थे कि घटना की निष्पक्ष जांच कर आरोपित पर सख्त कार्रवाई करें। सामाजिक स्थल पर तोडफ़ोड़ कर आमजन में विध्वंस फैलाने के प्रयास की सबने कड़े शब्दों में निंदा की।
मजार ध्वस्त करने की तीसरी घटना
हकीम खां सुर की मजार को ध्वस्त करने की घटनाएं पहले भी हो चुकी है, मगर क्षेत्रीय लोगों में आपसी भाईचारा व सौहाद्र्रता की भावना प्रबल है। कथित तौर पर मजार पर यह तीसरी घटना बताई जा रही है। हालांकि एक घटना 17 या 18 फरवरी 2016 को होने की पुष्टि हुई है, जबकि उससे पहले की तारीख स्पष्ट नहीं हो पाई है।
दोषियों के खिलाफ सख्त हो कार्रवाई
खमनोर क्षेत्र में सर्वसमुदाय के लोग आपसी भाईचारे से रहते हैं, मगर कतिपय समाजकंटक द्वेषता फैलाने की कोशिश कर रहे हैं। ऐसे बदमाशों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई होनी चाहिए, ताकि दोबारा इस तरह सामाजिक द्वेषता फैलाने की कोई जरूरत नहीं करें।
आजाद खान, सचिव मुस्लिम समाज खमनोर