Atul Subhash Case : एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या मामले में एक रहस्यमयी घटनाक्रम सामने आया है। बताया जा रहा है कि अतुल द्वारा लिखा गया सुसाइड नोट और लेटर, जिसे उन्होंने Google Drive पर अपलोड किया था, अब उस लिंक से गायब हो गया है। यह घटना, जो अतुल की मौत के लगभग एक सप्ताह बाद हुई है, मामले में एक नया मोड़ लाती है। बेंगलुरु के 34 वर्षीय अतुल सुभाष ने अपनी पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा सिंघानिया, और साले अनुराग सिंघानिया पर मानसिक उत्पीड़न का आरोप लगाते हुए आत्महत्या कर ली थी। उन्होंने आत्महत्या से पहले Google Drive पर एक सुसाइड नोट और लेटर अपलोड किया था, जिसमें उन्होंने अपनी पत्नी और ससुराल वालों पर आरोप लगाए थे। लेकिन अब, यह नोट और लेटर उस Google Drive लिंक से गायब हो गया है। इस घटना ने जांच एजेंसियों के सामने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। क्या यह कोई तकनीकी खराबी है या फिर किसी ने जानबूझकर इस सबूत को मिटाने की कोशिश की है? इस घटना से मामले की गंभीरता और बढ़ गई है। इसके साथ ही एक सवाल और भी उठ रहा है कि अतुल की मौत हो गई पत्नी, नानी व मामा जेल में है तो फिर कहां है अतुल का बेटा ? हालांकि पुलिस पुछताछ में अतुल सुभाष की पत्नी निकिता सिंघानिया ने बताया कि उनका बेटा फरीदाबाद के बोर्डिंग स्कूल में पढ़ता है। उन्होंने बताया कि उसकी देखभाल एक रिश्तेदार कर रहे हैं। साथ ही निकिता के चाचा ने कहा कि उन्हें अभी नहीं पता है कि आखिर उनका बेटा कहां है और अखबार में छपी खबर को भी गलत बताया।
Atul Subhash Suicide Note : कहां गायब हुआ सुसाइट नोट
Atul Subhash Suicide Note : अतुल ने अपनी आत्महत्या से पहले जो 24 पेज का सुसाइड नोट और 1 घंटे 23 मिनट का वीडियो जारी किया था, उसमें एक विशेष लेटर “टू मिलॉर्ड्स” शीर्षक से था। इस लेटर में अतुल ने न्यायपालिका, विशेष रूप से जज रीता कौशिक पर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे। अतुल ने दावा किया था कि जज कौशिक ने उनसे उनके मामले को निपटाने के लिए 5 लाख रुपये की रिश्वत मांगी थी। यह मामला जौनपुर फैमिली कोर्ट में चल रहा था जहां अतुल के ससुराल वाले रहते थे। अतुल मूल रूप से बिहार के रहने वाले थे। हालांकि, एक चौंकाने वाली बात यह है कि अतुल के उस ड्राइव में से, जिसमें यह लेटर था, कुछ डेटा गायब हो गया है। टीओआई के अनुसार, अब इस ड्राइव में एक कविता, राष्ट्रपति को संबोधित एक पत्र, और अतुल की निजी तस्वीरें ही बची हुई हैं। यह नया खुलासा मामले को और अधिक जटिल बना देता है। अब यह सवाल उठता है कि आखिर इस ड्राइव से डेटा क्यों गायब हुआ? क्या कोई जानबूझकर इस डेटा को हटा रहा है? क्या यह सब कुछ साजिश का हिस्सा है?
Atul Subhash Case Update : गायब फाइलों ने मचाया हंगामा
Atul Subhash Case Update : गायब हुई फाइलों ने सोशल मीडिया पर तूफान मचा दिया है। इस घटना ने देश भर में लोगों को आक्रोशित कर दिया है। अधिकारियों की ओर से अभी तक इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं आने से लोगों में संदेह और गहरा गया है।सोशल मीडिया यूजर्स इस घटना को साजिश का हिस्सा मान रहे हैं और आरोप लगा रहे हैं कि इस पूरे मामले में सबूतों को छिपाने की कोशिश की जा रही है। कई यूजर्स ने इस घटना को “सफाई अभियान” करार दिया है और बेंगलुरु पुलिस से निष्पक्ष जांच की मांग की है। कुछ यूजर्स ने जो पहले से ही इन फाइलों को सेव कर लिया था, उन्होंने उन्हें विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर फिर से अपलोड कर दिया है ताकि जनता इन तक पहुंच सके। इस घटना को लेकर कई तरह के आरोप लगाए जा रहे हैं। कुछ लोगों का मानना है कि कानून प्रवर्तन एजेंसियों ने गूगल के साथ मिलकर इन फाइलों को हटाने का काम किया है।
Atul Subhash Son : अतुल का बच्चा कहां
Atul Subhash Son : अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है। अतुल के भाई विकास की तहरीर पर बेंगलुरु पुलिस ने अतुल की पत्नी निकिता सिंघानिया, सास निशा और साले अनुराग को गिरफ्तार कर लिया है। इस बीच, अतुल के पिता पवन अब अपने चार साल के पोते के भविष्य को लेकर बेहद चिंतित हैं। बच्चे के संरक्षण के लिए वे लगातार प्रयास कर रहे हैं और इस संबंध में पुलिस से लेकर राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री तक को पत्र लिख रहे हैं। पवन मोदी का कहना है कि उनका पोता अब अनाथ हो गया है और उसे सुरक्षित माहौल में रखने की जरूरत है। बेंगलुरु पुलिस के इंस्पेक्टर ज्ञाना देवा और जौनपुर के इंस्पेक्टर रजनीश कुमार ने अतुल सुभाष आत्महत्या मामले में एक महत्वपूर्ण जानकारी दी है। जेल में बंद आरोपी निकिता सिंघानिया ने बताया है कि उनका बेटा फिलहाल फरीदाबाद के एक बोर्डिंग स्कूल में पढ़ रहा है और उसकी देखभाल एक रिश्तेदार कर रहा है।
Nikita Singaniya News : निकिता के ताऊ ने खारिज किया बच्चे की देखभाल का दावा
Nikita Singaniya News : मामले की आरोपी निकिता सिंघानिया के ताऊ, सुशील सिंघानिया ने एक अखबार में छपी इस खबर का खंडन किया है कि बच्चा उनके पास है। सुशील सिंघानिया का कहना है कि उन्हें इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि बच्चा कहां है और उसकी देखभाल कौन कर रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें बच्चे का नाम तक नहीं पता और उन्हें इस बात से कोई मतलब नहीं है कि बच्चा अपने दादा-दादी से मिलता है या कहीं और रहता है। सुशील सिंघानिया का यह बयान मामले को और अधिक जटिल बना देता है। अब यह सवाल उठता है कि आखिर बच्चा कहां है और उसकी देखभाल कौन कर रहा है।
Atul Subhash Suicide Case New Update : एक फोन कॉल ने कराई गिरफ्तारी
Atul Subhash Suicide Case New Update : बेंगलुरु में एआई इंजीनियर अतुल सुभाष की आत्महत्या के मामले में आरोपी निकिता सिंघानिया को पुलिस ने एक फोन कॉल की मदद से गिरफ्तार किया। फर्जी केस दर्ज कराने और आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपों के बाद से निकिता लगातार पुलिस से बचने के लिए अपना ठिकाना बदल रही थी। वह और उसके परिवार के सदस्य अपनी लोकेशन छिपाने के लिए वाट्सएप कॉल का इस्तेमाल कर रहे थे। लेकिन, एक गलती ने उन्हें पकड़वा दिया। निकिता ने गलती से एक रिश्तेदार को फोन कर दिया। बेंगलुरु पुलिस ने इसी कॉल को ट्रैक किया और निकिता की लोकेशन गुरुग्राम के रेल विहार में एक पीजी में ढूंढ निकाली। पुलिस ने निकिता को गिरफ्तार कर उसकी मां को फोन करने को कहा। जैसे ही निकिता की मां, निशा ने फोन रिसीव किया, पुलिस ने उसकी लोकेशन प्रयागराज के झूंसी में एक होटल में ट्रैक कर ली और उसे भी गिरफ्तार कर लिया।