Jaivardhan News

अल्सर एवं पेट की जलन का आयुर्वेदिक उपचार, मिलेगी चमत्कारिक राहत

Pet Ki jalan https://jaivardhannews.com/ayurvedic-treatment-for-ulcer-and-stomach-irritation/
pet ki jalan ko kam karne ke liye apnaayein ye upaay

✔️ पेट के अल्सर को कम करता है शहद , क्योकिं शहद में ग्लूकोज पैराक्साइड होता है जो पेट में बैक्टीरिया को खत्म कर देता है ।

✔️ नारियल , अल्सर को बढ़ने से रोकता है साथ ही उन बैक्टीरियों को भी मार देता है जो अल्सर को बढ़ाते हैं , इससे पेट की कई बीमारियां ठीक हो जाती हैं , नारियल में मौजूद एंटीबेक्टीरियल गुण और एंटी अल्सर गुण होते हैं , इसलिए अल्सर के रोगी को नारियल-तेल , नारियल-गिरी और नारियल-पानी का सेवन अधिक से अधिक करना चाहिए।

✔️ केला भी अल्सर को रोकता है , केले में भी एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं जो पेट की एसिडिटी को ठीक करते हैं , कच्चा और पका हुआ केला खाने से अल्सर के रोगी को फायदा मिलता है।

✔️ गली हुई बादाम को छिलका निकालकर , पीसकर इसे अल्सर के रोगी को सेवन कराना चाहिए या इन बादामों को इस तरह से बारीक चबाएं कि यह दूध की तरह बनकर पेट के अंदर जाएं।

✔️ कभी-कभी , किसी-किसी को , लहुसन की दो-तीन कच्ची कलियों को कुटकर- पानी के साथ सेवन करने से भी लाभ मिलता है।

✔️ गाय के दूध में हल्दी को मिलाकर पीना भी लाभकारी होता है , हल्दी में मौजूद गुण अल्सर को बढ़ने नहीं देते हैं।

✔️ गुडहल की पत्तियों के रस का शरबत बनाकर पीने से भी अल्सर रोग ठीक होता है।

✔️ बेल (फल) की पत्तियों में टेनिन्स नामक गुण होता है जो पेट के अल्सर को ठीक करता है , बेल का जूस पीने से पेट का दर्द और पेट संबंधित बीमारियां ठीक होती हैं।

✔️ जिनके पेट में अल्सर या एसिडिटी की वजह से दर्द या जलन होती हो उन्हें , सूर्यास्त के पहले-पहले , दिन में कभी-भी सेंधानमक डालकर , दही-छाछ सेवन करने से भी बहुत आराम मिलता है।

*ऐसे और भी कई बताये गए एवं माने हुए सुप्रसिद् व रोजमर्रा जीवन में काम आने वाले कारगर नुस्ख़े पढ़ें और लाभ प्राप्त करें।

डॉ.तत्सवितु व्यास
सु-जोक थेरेपिस्ट (एक्यूप्रेशर)
एवं प्राकृतिक सलाहकार
Mob. 98272 78715

Exit mobile version