लक्ष्मणसिंह राठौड़ @ राजसमंद
शहर व ग्रामीण क्षेत्र में पिछले तीन दिन से जारी बारिश के दौर में बुधवार को रूक रूक कर हल्की से तेज बरसात दिनभर चलती रही। गोगुंदा, खमनोर व कुुंभलगढ़ क्षेत्र में लगातार बारिश का दौर जारी रहने से बाघेरी नाका बांध पर ढाई फीट की चादर चल रही है और बनास नदी उफान पर बहने लग गई। बनास नदी में पानी का बहाव तेज होने से राजसमंद व चित्तौडग़ढ़ जिले की सरहद पर बनास नदी पर बने मातृकुंडिया बांध का जलस्तर 11 फीट हो गया तथा 11 फीट और खाली है। बनास नदी के उफान पर बहने से आधा दर्जन से ज्यादा पुलिया पर डेढ़ से दो- दो फीट पानी बहने लगा, जिसकी वजह से कई रास्ते बंद हो गए और दर्जनों गांवों के मार्ग अवरुद्ध हो गए, जिसकी वजह से ग्रामीणों को कई किलोमीटर घूमकर गंतव्य स्थल पर जाना पड़ रहा है। बनास नदी में पानी काफी बढ़ गया, जिसके चलते 5 गेट 6-6 फीट खोले गए हैं, जबकि 3 गेट 2-2 फीट खोले गए हैं। इसके अलावा खारी फीडर के लिए दो फीट पानी खोल रखा है।
जल संसाधन विभाग द्वारा जारी बारिश की रिपोर्ट के अनुसार राजसमंद शहर के साथ देलवाड़ा, गढ़बोर, खमनोर, नाथद्वारा, भीम, रेलमगरा में सुबह से ही रूक रूक कर रिमझिम से झमाझम बारिश चलती रही, जबकि देवगढ़, कुंभलगढ़, कुंवारिया क्षेत्र में बारिश न के बराबर रही। बुधवार शाम 5 बजे तक की बारिश देखी जाए, जो सर्वाधिक बारिश राजसमंद में 7 एमएम, नाथद्वारा में 6 एमएम, देलवाड़ा में 4 एमएम, गढ़बोर व खमनोर में 2-2 एमएम और रेलमगरा व भीम में 1-1 एमएम बारिश दर्ज की गई है। कुंभलगढ़ उपखंड मुख्यालय पर बारिश न के बराबर रही, मगर लखमावतो का गुड़ा, गोगुंदा क्षेत्र में रूक रूक कर बारिश होती रही, जिसकी वजह से बाघेरी का नाका बांध में लगातार पानी की आवक जारी है। शाम 5 बजे बाघेरी नाका बांध पर ढाई फीट की चादर चल रही थी। इसके चलते बनास नदी में पानी उफान पर आ गया, जिससे जल संसाधन विभाग के साथ ही प्रशासन द्वारा भी अलर्ट जारी किया गया।
देखिए ये रास्ते हो गए बंद
बनास नदी के उफान पर आने से खमनोर से मलीदा, डाबुन से सेमा व बड़ा भाणुजा से सलोदा मार्ग पर आवाजाही बंद कर दी गई। इसी तरह एमड़ी से भाटोली, मोही से राज्यावास के रास्ते भी बंद हो गए। ऐसे में राज्यावास क्षेत्र के लोगों को नौगामा से नमाणा होकर राजसमंद आना पड़ रहा है और बड़े वाहन चालकों को वापस रेलमगरा, कुरज होकर मोही व कांकरोली पहुंचना ही एकमात्र विकल्प है। इसके चलते लोगों से 10 से 30 किलोमीटर तक का अतिरिक्त चक्कर लगाना पड़ रहा है। इधर, मोही संवाददाता बाबूलाल कीर ने बताया कि मंगलवार रात 9.30 बजे ही बनास नदी में बहाव तेज होने पर मार्ग बंद हो गया। पुल पर 2 फीट से अधिक पानी छलक रहा है।
गोमती नदी में कम पड़ गया वेग
सैवंत्री, चारभुजा क्षेत्र में बारिश का दौर काफी कम हो गया है, जहां पिछले तीन चार दिन से मामूली रिमझिम बारिश हो रही है। इसके चलते 8 अगस्त को रामदरबार तालाब ओवरफ्लो हो गया, जहां अब 5 में से सिर्फ 1 गेट ओवरफ्लो चल रहा है। अभी गोमती नदी का पानी आयत्री गांव तक पहुंचा है और उसके बाद तीन एनिकट भरने के बाद पानी जनावद में गोमती चौराहा पहुंचेगा। पानी की आवक कम है। चारभुजा के दूध तलाई में अभी तक पानी की आवक नगण्य है।
वैकल्पिक मार्ग का पुल तोडऩे लगे, विधायक ने रूकवाया
सुरजपुरा से कांकरोली मार्ग नवीन सडक़ निर्माण करने वाले ठेकेदार ने पानी को निकालने के लिए पुराने पुल को ही तोडऩे का कार्य शुरू कर दिया। वह पुल गिलूंड से मातृकुंडिया जाने का वैकल्पिक मार्ग है। मातृकुंडिया बांध भरने पर वह पुल भी डूब क्षेत्र में आ जाता। ऐसे में पुल तोडक़र पानी निकालने का कोई औचित्य नहीं है। लोगों के विरोध के बाद राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी मौके पर पहुंच गई और पुल को तोडऩे से रोक दिया। पीडब्लूडी सहायक अभियंता संदीप माथुर ने ठेकेदार को तोड़े गए पुल को वापस बनाने के निर्देश दिए। इस दौरान मौके पर बड़ी तादाद में ग्रामीण एकत्रित हो गए।
एक नजर में बांध- तालाब
- राजसमंद झील में माइनस 1.20 फीट पानी
- बाघेरी नाका बांध 2.50 फीट ओवरफ्लो
- नन्दसमंद बांध ओवरफ्लो 8 गेट खोले
- कुंठवा पिकअप वियर ओवरफ्लो
- चिकलवास में 39.30 फीट पानी
- खंडेल तालाब में 4 फीट पानी
- भराई बांध में 9.50 फीट पानी
- सांसेरा में 4.50 फीट पानी