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Murder Update… बजरी माफिया द्वारा युवक की हत्या के मामले में अब आमेट पुलिस थाने पर गिरी गाज

Amet Murder 2 https://jaivardhannews.com/beat-constable-suspended-in-youths-murder-case-two-policemen-line-spot/

बजरी माफिया की बढ़ती दबंगई और अवैध बजरी खनन व परिवहन के बढ़ते कारोबार को लेकर पुलिस महकमे की संलिप्तता भी सामने आने लगी है। आमेट में गत दिनों बजरी माफिया द्वारा ट्रेक्टर से कुचलकर एक युवक की हत्या करने के मामले की पुलिस द्वारा की जांच में आमेट पुलिस थाने के जवानों की भूमिका संदिग्ध सामने आई है। इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने तत्काल तीन पुलिस जवानों पर बड़ी कार्रवाई करते हुए जिलेभर की पुलिस को चेतावनी दी है कि बजरी माफिया से मिलीभगत कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी।

पुलिस के अनुसार आमेट के गांगागुड़ा के पास निजी खेत से बजरी खनन का विरोध करने पर आमेट निवासी मनीष पालीवाल को ट्रेक्टर से कुचलकर 13 मार्च को हत्या कर दी गई थी। इस वारदात के बाद 14 मार्च को आमेट कस्बा बंद रहा और क्षेत्रीय लोगों ने आमेट थाना पुलिस की भूमिका पर सवाल खड़े किए थे और थाना प्रभारी सहित सभी अधिकारी व जवानों को हटाने की मांग उठाई थी। साथ ही उस वक्त कुंभलगढ़ के युवा कांग्रेस नेता योगेन्द्रसिंह परमार ने भी पुलिस की भूमिका पर सवाल उठाए थे। इस पर तब जिला कलक्टर नीलाभ सक्सेना व जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने प्रकरण की निष्पक्ष जांच करने और अवैध बजरी खननकर्ताओं के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया था और उसी के तहत अब जिला पुलिस द्वारा आमेट थाने के तीन पुलिस जवानों पर यह एक्शन लिया है।

एक पुलिसकर्मी सस्पेंड, दो जवान लाइन हाजिर

आमेट के गांगागुड़ा में अवैध बजरी खनन और बजरी माफिया से सांठगांठ के आरोप को लेकर जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी ने एक पुलिसकर्मी को सस्पेंड कर दिया। साथ ही तीनों ही पुलिस जवानों से बजरी के अवैध खनन को लेकर स्पष्टीकरण भी मांगा गया है। इसके अलावा आमेट पुलिस थाने के सभी अधिकारियो व जवानों की भूमिका भी देखी जा रही है।

कांग्रेस नेता बोले थे- पुलिस थाना बन गया कबूतरखाना

आमेट में अवैध बजरी खनन और खनन माफिया द्वारा मनीष पालीवाल की हत्या के बाद जब लोग आक्रोशित हो गए, तब कुंभलगढ़ के युवा कांग्रेस नेता योगेन्द्रसिंह परमार ने पुलिस पर गंभीर आरोप लगाए। परमार बोले कि एक पुलिसकर्मी की लग्जरी सुविधाएं देखकर ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि वे सुविधाएं कहां से आई। आज हालत यह है कि पुलिस थाना अब कबूतरखाना बन गया है।

यह है मनीष हत्याकांड का पूरा मामला

आमेट निवासी मनीष पालीवाल पुत्र नन्दलाल पालीवाल की 13 मार्च की रात साढ़े दस बजे ट्रेक्टर से कुचलकर बजरी खनन माफिया द्वारा निर्मम हत्या कर दी थी। इस पर मृतक के भाई कपिल पालीवाल द्वारा नामजद रिपोर्ट दी गई, जिस पर आमेट थाना प्रभारी देवेंद्रसिंह देवल, राजनगर थाना प्रभारी हनुवंतसिंह राजपुरोहित व चारभुजा थाना प्रभारी भवानीशंकर की संयुक्त टीम का गठन किया। पुलिस टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गांगागुड़ा निवासी 23 वर्षीय मोहनसिंह पुत्र रूपसिंह रावत और 21 वर्षीय पप्पुसिंह पुत्र केसरसिंह रावत को तत्काल दूसरे ही दिन गिरफ्तार कर लिया था, जबकि तीसरे आरोपी को भी दो दिन बाद पकड़ लिया था। इस घटना की फिलहाल आमेट थाने में जांच जारी है और इसी बीच घटना के वक्त पुलिस की भूमिका पर लोगों ने सवाल खड़े किए थे, जिस पर जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर जोशी द्वारा यह बड़ा एक्शन लिया है।

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