ऐसा अमानवीय बर्ताव तो शायद ही आपने कहीं सुना या देखा होगा, मगर राजस्थान के भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र के गिरड़िया गांव की घटना ने हर किसी को झकझोर दिया। यहां 14 साल की नाबालिग किशोरी के साथ चार हैवान दरिंदे सामूहिक बलात्कार करते हैं और जब पीड़िता अचेत हो जाती है, तब आरोपी उनकी ही पत्नियों के सहयोग से कोयले की भट्टी में किशोरी को डालकर जिंदा जला देते हैं। इस जघन्य हत्याकांड की आग का आक्रोश राजस्थान ही नहीं, बल्कि पूरे देश में दिखाई देने लगा है। इस घटना को लेकर जिसने भी सुना, हर कोई सन्न रह गया। फिलहाल पुलिस ने चार मुख्य आरोपियों के अलावा उनकी पत्नियों को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।
जानकारी के अनुसार 3 अगस्त 2023 को भीलवाड़ा जिले के कोटड़ी थाना क्षेत्र में गिरड़िया गांव की 14 वर्षीय किशोरी बकरियां लेकर खेत पर गई, जहां से दोपहर तीन बजे वापस घर नहीं लौटी, तो उसकी मां खेत पर गई, जहां कोयला भट्टी चलाने वाले उन्हीं आरोपियों से पूछा, मगर अनभिज्ञता व्यक्त कर दी। इस घटना के बाद पीड़िता की मां वापस घर लौट आई और घर पर परिजनों के साथ गांव के लोगों को सूचना दी गई। ग्रामीण एकत्रित हुए और फिर देर शाम को वापस खेत पर गए, जहां दोबारा उन्हीं लोगों से किशोरी के बारे में पूछा, मगर कोई जानकारी नहीं दी। तभी कोयले की भट्टी दोपहर 3 बजे बंद होने व देर शाम वापस जलाने की बात पर शंका हुई, तभी किशोरी का एक चप्पल भी पास में मिल गया। इससे शक और गहरा गया। फिर जब ग्रामीणों ने कोयले की भट्टी चलाने वालों से सख्ती से पूछताछ की गई, तो आरोपियों ने वारदात कबूल कर ली कि उस किशोरी के साथ उन्होंने पहले गलत काम किया और उसके बाद उसकी हालत गंभीर हाेने पर कोयले की भट्टी में डालकर उसे जला दिया।
ये है मुख्य आरोपी
किशोरी से गैंगरेप के बाद जिंदा जलाने के मामले में मुख्य आरोपी कान्हा (21) पुत्र रंगलाल व उसके भाई कालू (25) पुत्र रंगलाल, शाहपुरा पालसा निवासी संजय (20) पुत्र प्रभु व अरवड फुलिया कला निवासी पप्पु (35) पुत्र अमरनाथ उर्फ अमरा को गिरफ्तार कर लिया है। इसके अलावा आरोपियों की मां, चारों की पत्नियों व बहन को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है। दरिंदों ने नाबालिग के शरीर को कोयले की भट्टी में आग के हवाले कर दिया और जब शरीर का कुछ हिस्सा जलने से रह गया तो करतूत छिपाने के लिए उसे करीब एक किलोमीटर दूर तालाब में फेंक दिया। पुलिस को तालाब से नाबालिग के शरीर के हिस्से मिले हैं, जो FSL टीम द्वारा लिए गए।
परिजनों ने भट्टी तलाशी, तो चांदी का कड़ा मिला
कोयले की भट्टी जलने की शंका पर जब परिजनों व ग्रामीणों ने भट्टी को तलाशा तो किशोरी के चांदी का कड़ा मिला। साथ ही शरीर के कुछ अधजले अंग मिले और बदबू भी आ रही थी और कुछ हडि्डयां भी मिली, मगर पूरा शरीर नहीं मिला। यह सवाल खड़ा का खड़ा रह गया। फिर जब पुलिस द्वारा सख्ती से पूछताछ की गई तब बताया कि उसका अधजला शव के हिस्से को तालाब में फेंक दिया।
पिता ने ही आरोपियों को ठेके पर दी थी कोयले की भट्टी
किशोरी की जिन आरोपियों ने गैंगरेप के बाद जिंदा जला दिया, उन आरोपियों को वह कोयले की भट्टी किशोरी के पिता ने ही किराए पर थी। वह खेत भी उसी का है और खेत पर ही कालबेलिया समाज के लोग टेंट खींचकर रह रहे थे और मजदूरी भी उी जगह कर रहे थे।
किशोरी कभी अकेली घर से बाहर नहीं निकली
किशोरी इससे पहले कभी अकेली घर से बाहर नहीं निकली। पहली बार वह अकेली बकरियां लेकर खेत पर गई, जहां पर बकरियां चरा रही थी। उसी दौरान दोपहर में कोयले की भट्टी चलाने वाले चार बदमाशों ने उसके साथ गैंगरेप किया। बाद में जब वह बेसुध हो गई, तब उसके शव को परिजनों के सहयोग से कोयले की भट्टी में डालकर जिंदा जला दिया।
लोगों में आक्रोश और बोले कि दरिंदों को फांसी मिले
पीड़िता के घर के साथ पूरे गांव में सन्नाटा छाया हुआ है। किशोरी के तालाब से अधजले हिस्से मिले हैं, मगर इस घटना को लेकर पूरे गांव के लोग ही डरे व सहमे हुए हैं। साथ ही लोगों में जघन्य हत्याकांड को लेकर आक्रोश भी है। हर कोई यह बोलता दिखाई देिया कि ऐसे बदमाशों को फांसी की सजा होनी चाहिए, ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस तरह की वारदात को अंजाम देने का दुस्साहस नहीं कर सकें।
बदमाशों को दो माह से थी किशोरी पर नजर
पुलिस जांच में पता चला कि बदमाशों की उस किशोरी पर पिछले दो माह से नजर थी, मगर वह अकेली नहीं आई और आरोपियों को ऐसा मौका नहीं मिला। 3 अगस्त को जब किशोरी अकेली बकरियां लेकर खेत पर आई, तो इस पर बदमाशों ने किशोरी के साथ सामूहिक बलात्कार कया। बताया कि 4 माह पहले ही वे आरोपी उसके पिता से कोयले की भट्टी किराए पर ली थी। भट्टी के पास ही झोपड़ी में आरोपियों का परिवार रह रहा था। पहले आरोपी कालू व कान्हा ने किशोरी को हवस का शिकार बनाया और वह बदहवास हो गई। बाद में अन्य आरोपियों पर भी रेप का आरोप है। हालांकि पुलिस की पूछताछ जारी है।
आरोपी डर गए, इसीलिए जिंदा जलाया
पीड़िता के मां-बाप रिश्तेदारी में गए हुए थे और इसलिए वह पहली बार अकेली मवेशी चराने के लिए खेत पर गई। दोपहर तक जब बेटी नहीं आई तो परिवार के लोगों ने तलाश करना शुरू कर दिया। दोपहर तीन बजे के बाद किशोरी के गायब होने की सूचना पूरे गांव में फैल गई थी। इसके बाद आरोपी घबरा गए और खुलासा होने की आशंका को देखते हुए बेसुध पड़ी किशोरी को भट्टी में डालकर जिंदा जला दिया।
गैंगरेप के बाद किशोरी को डंडा मार किया बेहोश
गैंगरेप के बाद किशोरी जिंदा थी, मगर आरोपी व उनकी पत्नी समेत अन्य परिजन भी डर गए थे कि कहीं पकड़े गए तो पुलिस को सौंप देंगे। इसलिए गैंगरेप के बाद नाबालिग के सिर पर डंडे से वार कर उसे बेहोश कर दिया। इसके बाद आरोपी की पत्नियों ने ही कालू और कान्हा को कहा कि इसे भट्टी में डाल दो। ताकि पुलिस को कोई सबूत नहीं मिले। मासूम को जिंदा जलाने के लिए आरोपियों की पत्नियों ने ही भट्टी का गेट खोल दिए। फिर आग लगाकर नाबालिग का अधजला शव ठिकाने लगाने की प्लानिंग की और शव के अवशेष तालाब में फेंक दिए।
सबूत मिटाने के लिए शरीर के टुकड़े किए
आरोपियों को ये भी डर था कि भट्टी में यदि शव मिल गया तो इनके लिए आफत आ जाएगी। इसके बाद वे बच नहीं पाएंगे। इसके लिए भट्ठी में से शरीर के अधजले टुकड़ों को बाहर निकाला और उसके धारदार हथियार से टुकड़े कर एक बोरी में भरकर 1 किलोमीटर दूर तालाब में फेंक दिए थे। पुलिस ने इन टुकड़ों को बरामद कर लिया है। वहीं, भट्ठी में नाबालिग का एक हाथ का जला हुआ हिस्सा, कुछ हडि्डयां और चांदी का कड़ा मिला था।
अब भीलवाड़ा पुलिस करेगी भंवरी हत्याकांड का अध्ययन
किशोरी के जघन्य हत्याकांड को लेकर कोटड़ी थान पुलिस व भीलवाड़ा जिला पुलिस द्वारा अब भंवरीदेवी हत्याकांड मामले का अध्ययन भी करेगी। उसी आधार पर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। इस वारदात को अंजाम देने वाले सभी आरोपी शातिर हैं। सभी को अपने अपराध के सबूतों को खत्म करने के लिए सभी प्रयास किए। पुलिस के हाथ नाबालिग के शरीर की कुछ अधजली हड्डी व शरीर के हिस्से मिले हैं। इनसे आरोपियों के अपराध को साबित करना पुलिस के सामने सबसे बड़ी चुनौती बना हुआ है। पुलिस के अनुसार अब राजस्थान के सबसे बड़े भंवरी देवी हत्याकांड केस की स्टडी करते हुए पुलिस द्वारा इस प्रकरण की अग्रिम अुसंधान आगे बढ़ेगा।
एसपी बोले- आरोपियों पर होगी सख्त कार्रवाई, नहीं बक्शेंगे
भीलवाड़ा एसपी आदर्श सिद्धू ने बताया कि किशोरी से गैंगरेप व हत्या के मामले में चार महिला व चार पुरुषों के शामिल होने की बात सामने आई है। पुलिस फिलहाल चल रही है। यह राजस्थान में हुए जघन्य अपराधों में शामिल है। ऐसे में एक भी आरोपी को इस मामले में बक्शा नहीं जाएगा।
देखिए गैंगरेप व हत्याकांड को यूं दिया अंजाम
2 अगस्त को सुबह 9 बजे किशोरी उसके खेत पर बकरियां लेकर गई थी। मासूम के घर से खेत करीब डेढ़ किलोमीटर है। मासूम के खेत पर कोयला निकालने वालों के अलावा दूर-दूर तक कोई भी नहीं रहता है। बताया कि किशोरी सुबह 10 बजे खेत पर पहुंच गई थी। काे को जिंदा जलाते वक्त भी कान्हा व कालू दोनों कोयले की भट्टी के पीछे बैठे हुए थे। दोनों ने जब मासूम को अकेले देखा तो उसका मुंह दबाकर उससे दोनों ने करीब दोपहर 2 बजे तक रेप किया। इसके बाद मासूम के सिर पर लकड़ी से वार कर दिया। दोपहर 2 बजे के बाद कान्हा व कालू ने उनकी पत्नियों को बताया। घटना के खुलने के डर से आरोपियों ने बेसुध किशोरी को जलती भट्टी में डालकर जिंदा जलाया।
मां के शक से हुआ वारदात का खुलासा
नाबालिग के पिता ने बताया कि हमेशा उनकी बेटी उनके साथ ही खेत पर जाती थी। उस दिन वे उनके पति के साथ कहीं बाहर गए थे। इसीलिए बेटी अकेली खेत पर आई। खेत पर दोपहर तीन बजे भट्टी बंद होने व रात को फिर जलती हुई मिलने पर मां को शंका हो गई। इसी शक के चलते वारदात का पता चला। शंका के चलते ग्रामीणों ने कान्हा वकालू कालबेलिया को मौकेप र ही पकड़ लिया था।