Big Fraud : एक दिल दहला देने वाली घटना में, कर्ज में डूबे एक व्यक्ति ने अपनी जान बचाने के लिए एक भयानक साजिश रची। उसने अपने दो साथियों के साथ मिलकर रामदेवरा (जैसलमेर) से एक भिखारी को अगवा किया और उसे गुजरात में नौकरी देने का झांसा दिया। बेरहमी से, उन्होंने भिखारी को बांसवाड़ा ले जाकर शराब पिलाई और फिर एक सीमेंट से भरे ट्रक के टायरों के नीचे दबा दिया। इस जघन्य अपराध को अंजाम देने के बाद, उन्होंने घटनास्थल पर एक बैग छोड़ा जिसमें मृतक के दस्तावेज रखे थे। घटना बांसवाड़ा में सल्लोपाट थाना क्षेत्र की है। पुलिस ने इस मामला का खुलासा करते हुए दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। मुख्य आरोपी अभी भी फरार है।
Rajasthan News today : सल्लोपाट थाना इंचार्ज देवीलाल खटीक ने इस मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि गिरफ्तार किए गए आरोपियों में गरदाना चितौड़गढ निवासी भैरूलाल जाे कि दिव्यांग है दुसरा आरोपी आकाेला खुर्द चितौड़गढ निवासी ट्रेलर ड्राइवर इब्राहिम खान है। थानाधिकारी ने बताया कि इस पूरे मामले का मुख्य आरोपी नरेंद्र सिंह रावत है जो अजमेर के गुवारड़ी का रहने वाला है। नरेंद्र सिंह रावत फिलहाल फरार है और उसे पकड़ने के लिए पुलिस टीमें लगातार दबिश दे रही हैं। बांसवाड़ा के पुलिस अधीक्षक हर्षवर्धन अगरवाला ने इस मामले के बारे में विस्तार से जानकारी देते हुए बताया कि, “बांसवाड़ा के सल्लोपाट थाना क्षेत्र में नेशनल हाईवे-56 (चित्तौड़गढ़-दाहोद) पर झेर बड़ी गांव के पास 1 दिसंबर की सुबह एक अज्ञात व्यक्ति का शव मिला था। मृतक को किसी भारी वाहन से कुचला गया था, जिसके कारण उसका सिर पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया था। चेहरे की हालत ऐसी थी कि उसकी पहचान करना बेहद मुश्किल था।” एसपी ने आगे बताया कि, “मृतक के पास एक बैग मिला था। बैग की तलाशी लेने पर उसमें कुछ दस्तावेज मिले, जो नरेंद्र सिंह रावत नाम के व्यक्ति के थे। इन दस्तावेजों के आधार पर, पुलिस ने नरेंद्र सिंह के परिजनों को बांसवाड़ा जिला अस्पताल की मोर्चरी में बुलाया। लेकिन, परिजनों ने मृतक की पहचान नरेंद्र सिंह के रूप में करने से इनकार कर दिया। चूंकि मृतक की पहचान नहीं हो पा रही थी, इसलिए पुलिस ने सभी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद 5 दिसंबर को नगर पालिका बांसवाड़ा के माध्यम से उसका अंतिम संस्कार करवा दिया।”
Conspiracy for insurance claim : कर्ज में दबा तो कर दी भिखारी की हत्या
Conspiracy for insurance claim : जांच के दौरान पुलिस ने नरेंद्र सिंह के एक साथी, पूर्व ड्राइवर भैरूलाल से पूछताछ की। शुरू में भैरूलाल ने नरेंद्र सिंह के साथ अपने संबंधों को कम बताने की कोशिश की। लेकिन पुलिस की सख्ती के आगे उसने सारी सच्चाई उगल दी। भैरूलाल ने बताया कि जो शव मिला था, वह नरेंद्र सिंह का नहीं बल्कि रामदेवरा में छोटे-मोटे काम करने वाले भिखारी तूफान सिंह का था। तूफान सिंह रामगंजमंडी (कोटा) का रहने वाला था। भैरूलाल ने आगे बताया कि नरेंद्र सिंह पर बहुत सारा कर्ज था और कर्जदार उसे लगातार परेशान कर रहे थे। इसी परेशानी से बचने के लिए नरेंद्र सिंह ने एक साजिश रची। उसने किसी की हत्या करके खुद की मौत साबित करने का फैसला किया ताकि वह कर्जदारों से छुटकारा पा सके और साथ ही बीमा की राशि भी हासिल कर सके। इस साजिश में भैरूलाल और ट्रेलर ड्राइवर इब्राहिम खान को भी शामिल किया गया। नरेंद्र सिंह ने भैरूलाल को 85 हजार रुपए और इब्राहिम को 65 हजार रुपए देने का वादा किया था।
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Banswara News today : रामदेवरा में हुई मुलाकात
Banswara News today : भैरूलाल ने पुलिस को बताया कि उसकी मुलाकात नरेंद्र सिंह से रामदेवरा (जैसलमेर) में हुई थी। दोनों के बीच दोस्ती हो गई थी। नरेंद्र सिंह ने भैरूलाल को अपनी आर्थिक स्थिति के बारे में बताया और बताया कि वह कर्जदारों से काफी परेशान है। नरेंद्र सिंह ने कई बीमा पॉलिसी भी करवाई हुई थी। नरेंद्र सिंह ने भैरूलाल को अपनी एक साजिश के बारे में बताया। उसने भैरूलाल को बताया कि वह किसी को एक्सीडेंट में मारकर उसकी मौत का नाटक करना चाहता है। इसके बाद वह मृतक की पहचान के दस्तावेज उसके पास रख देगा ताकि लोग उसे ही मृत समझें। चूंकि भैरूलाल पहले ड्राइवर रह चुका था, इसलिए उसकी पहचान चित्तौड़गढ़ के एक ट्रेलर ड्राइवर इब्राहिम से थी। नरेंद्र सिंह ने इस साजिश में इब्राहिम को भी शामिल कर लिया।
Plan to Kill Oneself For Insurance : लावारिस व्यक्ति की तलाश
Plan to Kill Oneself For Insurance : भैरूलाल ने पुलिस को बताया, “हमें ऐसे व्यक्ति की तलाश थी जो लावारिस हो, अकेला रहता हो और जिसके पास कोई पहचान पत्र या दस्तावेज न हों। ताकि बाद में उसकी हत्या करने के बाद उसकी पहचान न हो सके। 26 नवंबर को नरेंद्र सिंह रामदेवरा से एक कचरा बीनने वाले व्यक्ति को अपने साथ लेकर आया। उस व्यक्ति का नाम तूफान सिंह था। नरेंद्र ने तूफान सिंह को गुजरात में नौकरी दिलाने का झांसा दिया था। उस वक्त इब्राहिम जो कि एक ट्रेलर ड्राइवर था, गुजरात गया हुआ था। हम इब्राहिम के वापस आने का इंतजार करते रहे और इस दौरान हमने तूफान सिंह को शराब पिलाकर इधर-उधर घुमाते रहे। यह सब कुछ लगभग चार दिनों तक चला।” भैरूलाल ने पुलिस को बताया, “30 नवंबर को इब्राहिम अपने ट्रेलर के साथ बांसवाड़ा पहुंच गया। हम तीनों, यानी मैं, नरेंद्र और इब्राहिम, चित्तौड़गढ़ के लक्ष्मीपुर निंबाहेड़ा स्थित एक होटल में मिले। वहां हमने मिलकर तूफान सिंह को खत्म करने का तरीका और इस साजिश में अपने-अपने हिस्से को लेकर चर्चा की। हमने यह भी तय किया कि हम किस तरह इस हत्या को एक हादसा दिखाएंगे।”
Killed Friend to Claim Insurance : हत्या का क्रूर तरीका
Killed Friend to Claim Insurance : भैरूलाल ने पुलिस को बताया, “उसी दिन हमने तूफान सिंह को गुजरात में काम दिलाने का झांसा देकर अपने साथ ट्रेलर में बैठा लिया। बांसवाड़ा से लगभग 30 किलोमीटर दूर कलिंजरा के पास हमने ट्रेलर रोका और तूफान सिंह को खूब शराब पिलाई। जब वह बेहोश हो गया तो हमने उसे ट्रेलर में रखकर सल्लोपाट थाना क्षेत्र के झेर चौकी के आगे बोड़ डाबरा इलाके तक ले गए। वहां सुनसान जगह देखकर हमने ट्रेलर रोका और तूफान सिंह को सड़क पर लिटा दिया। फिर इब्राहिम ने सीमेंट से भरा हुआ ट्रेलर तूफान सिंह के सिर के ऊपर से गुजार दिया। इसके बाद हमने नरेंद्र सिंह के दस्तावेज वाला बैग तूफान सिंह के पास रख दिया। यह सब करने के बाद इब्राहिम अपने ट्रेलर से लीमड़ी (गुजरात) की ओर रवाना हो गया। मैं और नरेंद्र वहां से रोडवेज बस से अपने-अपने घरों को लौट आए।”