राजस्थान में भाजपा के बड़े नेताओं को भी पन्ना प्रमुख बना दिया है। इसके तहत अब पूर्व मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी, नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ सहित तमाम बड़े नेताओं को भी अब 60- 60 मतदाता के पास जाना पड़ेगा। भाजपा द्वारा अधिकृत नामों की घोषणा होनी है। इन्हें अपने मतदान क्षेत्र में जाकर अपने वोटर लिस्ट में लिखित 60 मतदाताओं से जाकर मिलना होगा। इन सभी पन्ना प्रमुखों को भाजपा के प्रदेश महामंत्री चन्द्रशेखर द्वारा नियंत्रित किया जा रहा है। उन्होंने 28 अप्रैल को जयपुर ग्रामीण लोकसभा क्षेत्र में शाहपुरा विधानसभा क्षेत्र के कांट ग्राम पंचायत में पन्ना प्रमुखों के साथ मीटिंग भी की। संभावना है कि मतदाता से संपर्क का पहला चरण 30 मई तक शुरू हो जाएगा। भाजपा के प्रदेश महामंत्री जल्द ही पन्ना प्रमुखों से मुलाकात करेंगे तथा विधानसभा चुनाव से ठीक पहले 10-12 स्थानों पर पन्ना प्रमुखों का सम्मेलन आयोजित होगा, जिसमें भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा समेत अन्य बड़े राष्ट्रीय नेता शामिल होंगे। पन्ना प्रमुख के राज्य प्रभारी विजेन्द्र सिंह पुनिया ने बताया कि भाजपा में कार्यकर्ताओं की बड़ी फौज है, जो घर घर जाकर लोगों को भाजपा से जोड़ने के प्रयास कर रहे हैं।
भाजपा की गाइडलाइन के तहत सभी कार्यकर्ता एक समान है, चाहे वह कार्यकर्ता कोई मंत्री ही क्यों न हो। उसे भी संगठन का तो कार्य करना ही होगा। इसलिए इस बार भाजपा हाइकमान द्वारा सभी बड़े नेताओं को पन्ना प्रमुख बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि भाजपा महामंत्री चंद्रशेखर व सांसद राज्यवर्धन सिंह राठौड़ ने गत 28 व 29 अप्रैल को जयपुर ग्रामीण के शाहपुरा और विराटनगर में पन्ना प्रमुखों की विशेष बैठक भी ली, जिसमें प्रदेश के सभी बड़े नेता, सांसद व विधायक समेत सभी पदाधिकारी शामिल हुए। इस तरह भाजपा द्वारा सबसे पहले लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला व असम के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया के नाम पर चर्चा की, मगर वे सवैंधानिक पदों पर होने से उन्हें शामिल नहीं किया गया।
केन्द्रीय मंत्री अमित शाह भी गृह क्षेत्र नारनपुरा अहमदाबाद में पन्ना प्रमुख बने। अमित शाह द्वारा यह जिम्मेदारी दिसंबर 2020 से निभाई जा रही हैं। शाह ने पन्ना प्रमुखों को संगठन की सबसे महत्वपूर्ण ईकाई बताया है। इसी तरह भाजपा के वार्ड इकाई से लेकर राज्य स्तरीय नेता व राष्ट्रीय स्तर के नेता भी पन्ना प्रमुख है और उन्हें अपने अपने मतदान क्षेत्र में 60-60 मतदाताओं से मिलने की जिम्मेदारी दे रखी है। भाजपा की राष्ट्रीय अभियान समिति के सदस्य डॉ. अरुण चतुर्वेदी ने बताया कि भाजपा व कार्यकर्ताओं के बीच में पन्ना प्रमुख बहुत मजबूत कड़ी है। संगठन को पन्ना प्रमुखों के जरिए मतदाताओं तक पहुंच मिली है। उन्होंने कहा कि चुनाव ही केवल इनका लक्ष्य नहीं है बल्कि मतदाताओं तक जीवनभर संपर्क बना रहे। इसलिए इन्होंने पन्ना प्रमुखों के कार्य के महत्वपूर्ण बताया है। गुजरात चुनावों में हाल ही लोगों ने पन्ना प्रमुखों की मेहनत को देखा है। इसी वजह से गुजरात में संगठन को बड़ी ऐतिहासिक जीत मिली। इनसे मतदाताओं को भी लगता है कि उनकी पहुँच भाजपा के राष्ट्रीय नेतृत्व तक है।
इन बड़े नेताओं को बनाया पन्ना प्रमुख
- नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्रसिंह राठौड़ को चूरू
- पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को झालरापाटन (झालावाड़)
- केन्द्रीय मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत को जोधपुर
- केन्द्रीय मंत्री कैलाश चौधरी को बायतू (बाड़मेर)
- प्रदेशाध्यक्ष सीपी जोशी को चित्तौड़गढ़
- उप नेता प्रतिपक्ष सतीश पूनिया को जयपुर
- राज्यसभा सांसद घनश्याम तिवाड़ी को जयपुर
- विधायक वासुदेव देवनानी को अजमेर
- राष्ट्रीय अभियान समिति सदस्य डॉ. अरुण चतुर्वेदी को जयपुर
- राज्यसभा सांसद किरोड़ीलाल मीणा को दौसा
पन्ना प्रमुख की उत्पत्ति कहां से हुई
पन्ने का अर्थ है कागज, कॉपी, डायरी में होता है। इस पन्ने में दोनों तरफ 30-30 मतदाताओं के नाम लिखे जाते हैं। इनके नामों के आगे मोबाइल नंबर व इनके घर का पता लिखा होता है। पन्ना प्रमुख को इन पन्नों पर लिखे 60 मतदाताओं से संपर्क करने की जिम्मेदारी होती है। एक मतदान में लगभग 20-22 पन्ना प्रमुख होते हैं, ये सभी पन्ना प्रमुख 60 मतदाताओं के गली मोहल्लों में उनके साथ रहते हैं। इससे मतदाताओं का अच्छा अनुभव होता है कि पार्टी के विचार व संदेश उन तक पहुंचते हैं। कुल मिलाकर आम मतदाताओं से भाजपा का जुड़ाव रखना और आम लोगों को पार्टी से जोड़ना।
200 विधानसभा में 10.5 लाख पन्ना प्रमुख
भाजपा ने इस वर्ष होने वाले विधानसभा और अगले वर्ष होने वाले लोकसभा चुनावों के तहत मतदाताओं तक अपने कार्यकर्ता को भेजने की रणनीति बनाई है। राजस्थान की सभी 200 विधानसभा और 25 लोकसभा सीटों के 52 हजार बूथों पर 38 हजार बूथों के प्रत्येक 60 मतदाताओं पर एक पन्ना प्रमुख बना दिया गया। अब 14 हजार बूथों पर पन्ना प्रमुख बनाना शेष। पन्ना प्रमुख मुकेश शर्मा ने बताया कि ऐसा कोई मतदाता नहीं है, जिससे भाजपा के किसी कार्यकर्ताओं ने संपर्क न किया हो। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत भीलवाड़ा आए तो उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मन की बात को पन्ने पर दर्ज 60 लोगों के साथ रेडियो पर सुना था।
औसतन 10 से 15 परिवार में 60 मतदाता
जयपुर से पन्ना प्रमुख सुषमा सोबती ने बताया कि हम लोग क्षेत्र में 60 मतदाताओं से निरंतर जुड़े रहते हैं तथा 10 से 15 परिवारों तक इनका जुड़ाव रहता है। भाजपा की नीतियों तथा केन्द्र सरकार की योजनाओं को लोगों तक पहुंचाया जाता है तथा इनकी शिकायतों व मांगों को पार्टी नेतृत्व तक पहुंचाया जाता है।