हैदराबाद के एक हॉस्पिटल में अनोखे बच्चे का जन्म हुआ। इस नवजात का शरीर आधा इंसान का तो आधा मछली का है, जिसको देखकर हर कोई दंग है। हैदराबाद में पेटलाबुर्ज मैटरनिटी हॉस्पिटल में एक अनोखा बच्चा पैदा हुआ। यह जलपरी जैसा बच्चा था, जो ज्यादा देर तक जीवित नहीं रह सका। इसको देखकर परिवार और डॉक्टर भी चकित रह गए। यह रेयर बीमारी है जो 10 लाख में से किसी एक बच्चे में पाई जाती है। इसे मरमेड सिंड्रोम कहते है। वहीं लोग इसे मत्स्य मानव भी कह रहे है। यह बच्चे आधा इंसान और आधा शरीर मछली की आकृति का है। इस बच्चे का जन्म मार्च 2021 में हुआ था जिसे देख हर कोई दंग रह गया।
एक रिपोर्ट के अनुसार, मरमेड सिंड्रोम की वजह से बच्चे का ऊपरी हिस्सा तो इंसानों की तरह रहता है। लेकिन निचला हिस्सा पूरी तरह से विकसित नहीं हो पाया। खबरों के अनुसार, इस बच्चे के दोनों पैरों की हड्डियां नहीं थी। उसके शरीर में निचले हिस्से की हड्डियां आपस में जुड़ी हुई थीं। उसका लिंग, पेल्विस, दोनों किडनियां और पेट के कई अंग गायब थे। रीढ़ की हड्डी में कमी थी। निचला हिस्सा मछली की पूंछ की तरह नजर आ रहा है। जलपरी जैसा दिखने वाला यह बच्चा कुछ ही घंटों तक जीवित रह सका। अल्ट्रासाउंड जांच में भी इसका पता नहीं चलता कि बच्चा इस बीमारी से ग्रसित है। आपको बता दें कि साल 2018 में महाराष्ट्र में भी ऐसा ही एक बच्चा जन्मा था, जो 15 मिनट तक ही जिंदा रहा था। इसके पहले साल 2017 में एक महिला ने इसी तरह के बच्चे को जन्म दिया था। उस बच्चे के दोनों पैर आपस में चिपके हुए थे। चार घंटे बाद उसकी मौत हो गई थी।