Rajsamand Loksabha Election : लोकसभा चुनाव को लेकर कुछ दिनों बाद आचार संहिता ल सकती है, तो दूसरी तरफ राजमसंद लोकसभा सीट को लेकर भाजपा व कांग्रेस द्वारा प्रत्याशी घोषित करने के प्रयास तेज हो गए हैं। उदयपुर लोकसभा से अलग होकर 2009 में राजसमंद लोकसभा सीट अलग बनी और इस बार राजसमंद सीट पर चौथा लोकसभा चुनाव होगा। पहला चुनाव कांग्रेस ने जीता, जबकि दूसरा व तीसरा चुनाव भाजपा ने जीता। इस बार के लोकसभा चुनाव को लेकर भाजपा व कांग्रेस दोनों दलों द्वारा कसरत तेज कर दी है। भाजपा में मुख्य रूप से पूर्व मंत्री राजेन्द्र सिंह राठौड़, लोकेन्द्र सिंह कालवी के पुत्र भवानी सिंह कालवी सहित कई नाम चर्चा में है, तो कांग्रेस से चुनावी मैदान में उतरने के लिए 16 दावेदारों की लंबी सूची तैयार हो चुकी है। हालांकि भाजपा व कांग्रेस हाईकमान द्वारा जमीनी स्तर पर कार्यकर्ताओं का फीडबैक लेने के साथ जीताऊ दावेदारों के बारे में सर्वे शुरू कर दिया है। इसी जोर आजमाइश में कई पदाधिकारी टिकट लाने की जुगत में जुट गए हैं, जो प्रदेश से लेकर केन्द्रीय नेतृत्व तक से लगातार संपर्क में जुटे हैं।
लोकसभा चुनाव को लेकर 30 जनवरी को कांग्रेस पर्यवेक्षक शकुंतला रावत लोकसभा स्तर और विधानसभा स्तर पर कार्यकर्ताओं से रूबरू हो चुकी है और चुनाव की तैयारी में जुट जाने के निर्देश दिए। साथ ही संभावित दावेदारों के नाम भी लिए हैं। साथ ही पूर्व मंत्री भजनलाल जाट व विधायक इन्द्रा मीणा ने भी बैठक ली। इसी तरह भाजपा के पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरूण चतुर्वेदी राजसमंद में कार्यकर्ताओं की बैठक ले चुके हैं। भाजपा में कलस्टर प्रभारी प्रसन्नचंद मेहता व प्रदेश मंत्री श्रवण सिंह बगड़ी बैठक ले चुके हैं।
BJP Candidate : भाजपा में इन दावेदारों की है चर्चा
- राजेन्द्र राठौड़, पूर्व नेता प्रतिपक्ष
- भवानीसिंह कालवी, राजपूत नेता
- डॉ. आशु सिंह लाछड़ी, पूर्व आईईएस अधिकारी
- मानसिंह बारहठ, भाजपा जिलाध्यक्ष राजसमंद
- कर्णवीरसिंह राठौड़, पूर्व सांसद हरिओमसिंह के पुत्र, राजसमंद
- संगीता कंवर चौहान, भाजपा वरिष्ठ नेता नाथद्वारा
- कुलदीप सिंह ताल, भीम
Congress Candidate : कांग्रेस में ये है प्रमुख दावेदार
- कार्तिक चौधरी, कांग्रेस युवा नेता नागौर
- वैभवराजसिंह चौहान, खमनोर उप प्रधान व पूर्व विधायक कल्याणिसंह के पुत्र
- रामचंद्र जारोड़ा, मेड़ता पूर्व विधायक
- नेमाराम बेड़ा, जेतारण
- मनीष सिंह राठौड़, युवा नेता राजसमंद
- 11 दावेदार मारवाड़ क्षेत्र के है, जिन्होंने दावेदारी जताई है
राजसमंद सीट : 1 बार कांग्रेस, 2 बार जीती भाजपा
- 2009 में गठित हुई राजसमंद सीट पर अब तक तीन चुनाव हुए। जिसमें दो बार भाजपा, एक बार कांग्रेस विजयी रही।
- 2009 में कांग्रेस और भाजपा में जीत का मार्जिन मात्र 8% का था।
- 2014 में हो गया और 2019 में यह मार्जिन और बढ़कर 45 प्रतिशत हो गया।
मेवाड़- मारवाड़ के 4 जिलो की 8 विधानसभा शामिल
राजसमंद लोकसभा सीट लंबी चौड़ी है, जिसमें मेवाड़ व मारवाड़ के चार जिले राजसमंद, पाली, अजमेर व नागौर जिला शामिल है। इनमें आठ विधानसभा नाथद्वारा, कुंभलगढ़, राजसमंद, भीम, जेतारण, ब्यावर, मेड़ता व डेगाना शामिल है। दोनों राजनीतिक दलों में क्षेत्रवाद का मुद्दा हमेशा हावी रहता है। क्योंकि काफी लंबा चौड़ा इलाका राजसमंद लोकसभा सीट में आता है। 3 बार हुए इस सीट के चुनाव में कांग्रेस ने 2 बार मारवाड़ की तरफ से टिकट दिए, जबकि 1 बार मेवाड़ क्षेत्र के नाथद्वारा से टिकट दिया, जबकि भाजपा ने 1 बार मारवाड़, 1 बार मेवाड़ तो 1 बार बाहरी जयपुर की दीया कुमारी को टिकट दे दिया।
Rajsamand सीट के 3 चुनावों के क्या रहे परिणाम
- पहला चुनाव : 2009 में भाजपा के रासासिंह रावत को हरा कर कांग्रेस के गोपालसिंह ईडवा विजयी हुए थे। ईडवा नागौर जिले से है, जो मारवाड़ क्षेत्र में आता है।
- दूसरा चुनाव : 2014 में भाजपा के हरिओमसिंह राठौड़ ने कांग्रेस के गोपालसिंह ईडवा को हराया। इसमें राठौड़ राजसमंद विधानसभा क्षेत्र के रहने वाले थे।
- तीसरा चुनाव : 2019 में भाजपा ने जयपुर पूर्व राजपरिवार की दीया कुमारी ने कांग्रेस के देवकीनंदन गुर्जर को हराया। दीया कुमारी लोकसभा क्षेत्र से बाहर की थी, जबकि कांग्रेस ने राजसमंद सीट में ही नाथद्वारा के गुर्जर को टिकट दिया। दीया कुमारी को विद्याधर विधायक का चुनाव लड़ाकर उप मुख्यमंत्री बना दिया। पिछला चुनाव भाजपा ने करीब 5 लाख वोट से जीता था।
22 लाख से ज्यादा मतदाता होंगे निर्णायक
राजसमंद लोकसभा सीट में आठों विधानसभा में वर्ष 2019 में 19 लाख 12 हजार मतदाता थे। इसी तरह वर्ष 2024 में 22 लाख से अधिक मतदाता निर्णायक होंगे।