राजसमंद। नाथद्वारा में ब्लैक फंगस का एक संभावित केस आया है, नाथद्वारा अस्पताल प्रशासन ने उसे उदयपुर आरएनटी रेफर कर दिया। पिछले कुछ दिनों में कोरोना सैंपलिंग में गिरावट आई है। लेकिन अब जिले में कोरोना के बाद ब्लैक फंगस भी दस्तक दे रहा है।
नाथद्वारा अस्पताल के डॉक्टर बीएल जाट ने बताया कि शनिवार को मावली क्षेत्र के बांसलिया निवासी हरिराम को आंखों में सूजन, धूंधलापन आना, आंखों की पुतलियों में हलचल कम होने की शिकायत पर अस्पताल आया। जहां जांच की गई। डॉक्टर बीएल जाट ने हरिराम की जांच की। हरिराम पिछले 15 साल से डाइबिटीज का मरीज है। प्राथमिक तौर पर ब्लैक फंगस जैसा लग रहा है। ऐसे में युवक को ब्लैक फंगस का संभावित रोगी मानते हुए उदयपुर आरएनटी के लिए रेफर कर दिया। इससे पहले राजसमंद के निजी अस्पताल अनंता में भी पांच दिन पहले ब्लैक फंगस का रोगी आया था।
इन मरीजों को ब्लैक फंगस का अधिक खतरा
कोरोना से संक्रमित गंभीर मरीज तो ऑक्सीजन सपोर्ट में है। डायबिटीज के मरीज जो अधिक मात्रा में स्टेरॉयड और Tocilizumab की दवा का सेवन कर रहे हैं। कैंसर का इलाज करा रहे लोगों में ब्लैक फंगस का खतरा अधिक है। किसी अन्य पुरानी से पुरानी गंभीर बीमारी से ग्रसित है। ब्लड शुगर कंट्रोल करने में मदद करेगा आंवला, डायबिटीज के मरीज ऐसे करें सेवन।
ऐसे करें ब्लैक फंगस की पहचान
अगर किसी व्यक्ति के नाक से खून बहना, चेहरे का सुन्न हो जाना, दांतों का गिरना या फिर मुंह के अंदर सूजन, मुंह खोलने में दिक्कत, कुछ भी खाने के बाद चबाने में दिक्कत, नाक का बंद होना, सिर दर्द के साथ आंखों में दर्द, आंखों का लाल होना, आंखों की रोशनी कम हो जाना, आंखें खोलने बंद करने में समस्या।
लक्षण दिखें तो ऐसे करें बचाव
अगर आपको ब्लैक फंगस के कोई भी लक्षण नजर आते हैं तो आप तुंरत डॉक्टर से संपक करे, ब्लड शुगर की समस्या है तो रोजाना उसे टेक करे, डॉक्टर की सलाह से सीटी स्कैन या फिर एमआईआर कराएं, स्टेरॉयड लेने से बचे। इसके साथ ही बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा ना लें। अच्छी तरह से ट्रीटमेंट का ध्यान रखें। दवाओं को लेकर किसी भी तरह की लापरवाही ना करे।