जमीन विवाद के चलते दोनों परिवारों में आपसी रंजिश चल रही थी। भतीजे ने चचा पर आधी रात को हमला कर उसके हाथ पैर तोड़ दिए और प्लास सेे नाखून उखाड़ दिए। चाचा खेत पर रखवाली कर रहा था तभी भतीजे से खेत पर पहुंच ताबड़ तोड़ हमला कर दिया।
जोधपुर जिले के पीपाड़ शहर के पास बेनण गांव में जमीनी विवाद को लेकर खूनी संघर्ष हो गया। तहसीलदार द्वारा पत्थरगढ़ी के आदेशों के बाद खेतों में की गई पथरगढ़ी से नाराज होकर एक ही परिवार में पारिवारिक रिश्तों में चाचा भतीजों के बीच का विवाद हैवानीयत के साथ खूनी संघर्ष में बदल गया। भतीजों ने आधी रात को चाचा पर जानलेवा हमला कर दिया। रिपोर्ट में बताया कि उसके बड़े पिता मोहनराम रात्रि में खेत में फसल की रखवाली कर रहे थे।
मध्य रात्रि को श्रवणराम, भींयाराम, चेनाराम, प्रकाश जाट पूनिया एकराय होकर कैम्पर गाड़ी लेकर आए। बड़े पिताजी के खेत में अनाधिकृत रूप से घुसे और लाठियों व सरियों से हमला कर दिया। जिससे से दोनों पैरों व हाथ की हड्डियां टूट गई। इस पर भी वे रुके नहीं और प्लास से पैर की अंगुलियों के नख उखाड़ लिए। हमलावरों ने अपहरण करने को कोशिश की गई। जिस पर बीच बचाव के चलते उसमें सफल नहीं हो सके। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच एसआई बाबूलाल सीरवी को सौंपी है। आरोपी पकड़ में नहीं आए हैं।