छत्तीसगढ़ के रतनपुर में करैहापारा स्थित मुस्लिम कब्रिस्तान में नाबालिग लड़की का कब्र खोदकर उसके शरीर के कुछ अंग निकालने का अजीबोगरीब मामला सामने आया है। मुस्लिम समाज के लोगों ने इसकी रतनपुर थाने में शिकायत दर्ज कराई है। इसे अंधविश्वास व झाड़ फूंक से जोड़कर देखा जा रहा है।
मानसिक रूप से कमजोर नाबालिग को तीन महीने पहले ही यहां दफनाया गया था। उसने खुदकुशी की थी। गुरुवार की सुबह करैहापारा निवासी अब्दुल रज्जाक अपने भाई की कब्र पर फातेहा पढ़ने पहुंचे तब इस बात की जानकारी हुई। उसने देखा एक कब्र खुदी हुई है। करीब गया तो पता चला किसी ने कब्र खोदकर मृत शरीर के साथ किसी तरह की छेड़छाड़ की है।
उसके अंग निकाले गए थे। लौटकर उन्होंने अपने समाज के पदाधिकारियों को इसकी जानकारी दी तो वे कब्रिस्तान पहुंचे। खुदी हुई कब्र तीन माह पहले ही दफनाई गई एक मानसिक रूप से कमजोर नाबालिग लड़की का निकला। 29 मई को उसने फांसी लगाकर खुदकुशी की थी।
कब्रिस्तान गए प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार किसी ने कब्र को आधे बीच से खोदकर अंदर लकड़ी के पल्ले व कफन के कपड़े को सही सलामत बाहर निकाला और मृत शरीर से कुछ अंग गायब कर दिए। पिता का आरोप है कि उसके बाल व अन्य पार्ट्स गायब किए गए हैं। कब्र में दफन लड़की को लॉकडाउन के दौरान “सुपुर्द ए खाक” किया गया था। जनाजे में परिवार सहित मुस्लिम समाज से केवल 10 लोग ही शामिल हुए थे। टीआई हरविंदर सिंह के अनुसार लड़की को दौरा पड़ता था। घरवाले उसके शरीर में जिन्न होने का दावा करते थे और लुथरा शरीफ लेकर उसका इलाज कराया।
यहां से लौटने के एक माह उसे फांसी लगाकर खुदकुशी कर ली थी। पिता ने इस मामले की रतनपुर पुलिस से जांच करने की मांग की है। टीआई के अनुसार पिता की मांग पर लड़की के शव को फिर से उसी तरह दफना दिया गया है। अंधविश्वास के चक्कर में किसी ने इस घटना को अंजाम दिया है। प्रत्यक्षदर्शी व जानकारों की माने तो यह मामला प्रथम दृष्टया अंधविश्वास में झाड़ फूंक व जादू टोने का है। पुलिस मामले की जांच कर रही है।