Bribe Taking Arrested : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए ग्राम विकास अधिकारी को रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया। एसीबी टीम की ट्रेप कार्रवाई के तहत रिश्वत की राशि जब्त करते हुए आरोपी के कार्यालय व आवास की तलाशी ली गई। साथ ही पट्टा संबंधी दस्तावेज व फाइल को भी भ्रष्टाचार निरोधक की टीम द्वारा जब्त कर ली। फिर आरोपी को लेकर एसीबी की टीम राजसमंद पहुंची, जिससे देर रात तक गहन पूछताछ चलती रही।
Anti Corruption Bureau : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजसमंद के अतिरिक्त जिला पुलिस अधीक्षक हिम्मत सिंह चारण ने बताया कि भीलवाड़ा जिले के गंगापुर क्षेत्र में नेगड़िया खेड़ा ग्राम विकास अधिकारी रामलाल माली है, जिनके पास पहले सातलियास ग्राम पंचायत का भी प्रभार था। इस तरह सातपालिया ग्राम पंचायत में एक पट्टा जारी करने की एवज में ग्राम विकास अधिकारी रामलाल माली ने रिश्वत मांगी और आवेदक द्वारा रिश्वत नहीं देने पर उसका पट्टा जारी नहीं किया गया। इस तरह ग्राम विकास अधिकारी का नेगड़िया खेड़ा पंचायत में तबादला होने के बाद भी वह सातलियास पंचायत से पट्टा जारी करने की एवज में डेढ़ लाख रुपए मांग रहा था। इससे परेशान पीड़ित ने भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो राजसमंद में शिकायत दर्ज करवाई। इस पर एसीबी राजसमंद की टीम ने शिकायत का सत्यापन करवाया, जिसमें ग्राम विकास अधिकारी द्वारा डेढ़ लाख रुपए रिश्वत मांगने की बात सही पाई गई। इसके बाद भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के प्लान के तहत गुरुवार को पीड़ित व्यक्ति ने ग्राम विकास अधिकारी रामलाल माली को 1 लाख 50 हजार रुपए दिए और इशारा पाते ही एसीबी की टीम ने ग्राम विकास अधिकारी माली को पकड़ लिया। उसके हाथ धुलवाए तो रंग उभर आया। इस पर एसीबी की टीम ने रिश्वत की राशि को जब्त कर सील चिट कर दिया। साथ ही आरोपी ग्राम विकास अधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया।
ACB Rajsamand : लंबे समय से टरका रहा था ग्राम विकास अधिकारी
ACB Rajsamand : भीलवाड़ा जिले में गंगापुर क्षेत्र में स्थित सातलियास पंचायत में एक व्यक्ति की जमीन का पट्टा जारी करने की एवज में ग्राम विकास अधिकारी रामलाल माली द्वारा लंबे समय से टालमटोल किया जा रहा था। आरोपी ने रिश्वत मांगी, मगर पीड़ित इतनी रिश्वत राशि का प्रबंध नहीं कर पाया। इस कारण आरोपी उसे लंबे समय से टरका रहा था और पट्टा जारी नहीं किया।
Corruption : 15 हजार ऑरिजनल व 1.35 लाख डमी करेंसी
Corruption : भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने रिश्वतखोर ग्राम विकास अधिकारी रामलाल माली को रंगे हाथ पकड़ने के लिए डमी रिश्वत राशि का प्रबंध किया। एसीबी की टीम द्वारा 15 हजार रुपए ऑरिजनल मुद्रा एवं 1 लाख 35 हजार रुपए की डमी करेंसी के नोट का बंडल बनाया। फिर पीड़ित व्यक्ति को डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेकर ग्राम विकास अधिकारी के पास भेजा और उसे रिश्वत की राशि दे दी गई। इस पर एसीबी की टीम ने घेराबंदी कर आरोपी ग्राम विकास अधिकारी को डेढ़ लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार कर लिया।
Crime News : आरोपी का कराया मेडिकल, आवास की तलाशी ली
Crime News : एसीबी टीम राजसमंद द्वारा ग्राम विकास अधिकारी रामलाल माली की गिरफ्तारी के बाद उसका मेडिकल कराया गया। स्वास्थ्य जांच के बाद एसीबी की टीम द्वारा उसके आवास व दफ्तर की तलाशी ली गई। एसीबी की टीम द्वारा जरूरी दस्तावेज जब्त किए गए। फिर उसे राजसमंद लाया गया, जहां भी देर रात तक एसीबी की पूछताछ जारी रही। अब उसे शुक्रवार को एसीबी की विशेष अदालत उदयपुर में पेश किया जाएगा।
कोई रिश्वत मांगे तो यहां करें शिकायत
ACB Rajsamand : पटवारी, पुलिस, प्रशासन सहित किसी भी राज्य व केन्द्र सरकार के कार्यालयों में कोई भी अधिकारी या कर्मचारी किसी जायज कार्य के लिए अनैतिक रूप से रिश्वत की मांग करता है, तो तत्काल टोल फ्री नंबर 1064 पर कॉल की जा सकती है। अगर शिकायतकर्ता चाहे तो उसका नाम गोपनीय भी रह सकता है। अगर किसी जिले की एसीबी टीम पर विश्ववास न हो तो राजस्थान के किसी भी जिले की एसीबी टीम कार्रवाई कर सकती है। इसके अलावा वाट्सएप नंबर 9413502834 पर लिखित शिकायत भी की जा सकती है, जिस पर एसीबी द्वारा त्वरित कार्रवाई की जाती है। ये टोल फ्री नम्बर व वाट्सएप नंबर जयपुर मुख्यालय से मॉनिटर किए जाते हैं।