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राजसमंद में कर्ज से व्यथित व्यापारी ने दुकान में लगाया फंदा, लिखा- मैं पत्नी का गुनाहगार हूं, उसे संभालना

लक्ष्मणसिंह राठौड़ / मोहित माहेश्वरी @ देवगढ़

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आर्थिक तंगी के चलते एक व्यापारी इतना व्यथित व परेशान हो गया कि उसने सोशल मीडिया पर अपनी मजबूरी के 10 मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल करने के बाद खुद की दुकान में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली। घटना के बाद व्यापारियों के साथ परिजन, रिश्तेदार सब हैरान रह गया। व्यवसाय से आशानुरुप आय न होने, कर्ज बढ़ने के चलते काफी परेशान हो गया। सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज पढ़ने वाला हर शख्स न सिर्फ हैरान रह गया, बल्कि गमगीन हो गया।

पुलिस के अनुसार बड़ी होली थान, खेड़ा देवजी मंदरि के पास देवगढ़ निवासी 55 वर्षीय किरण राज सेन पुत्र मदनलाल सेन ने गुरुवार सुबह देवगढ़ बाजार में कोतवाली चबुतरा के पास रेडिमेट शॉप पर जाकर फांसी का फंदा बनाकर आत्महत्या कर ली। घटना से पहले किरण राज सेन ने सोशल मीडिया पर आत्महत्या करने के पीछे का कारण बताते हुए 10 पोस्ट की। खुद की विभिन्न तस्वीरें साझा करते हुए कर्ज चढ़ने, व्यवसाय ठप होने, ऋण न चुका पाने के कारण वह काफी परेशान हो चुका था। सोशल मीडिया पर वायरल पोस्ट व मैसेज को पढ़कर हर कोई दंग रह गया है। सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज देखकर उसका भाई सूरज प्रकाश तत्काल दुकान पर पहुंचा, जहां पर ऊपर का दरवाजा अंदर से बंद था। आस पड़ोस के अन्य लोगों की मदद से उसने दरवाजा तोड़ा तो उसका भाई किरण राज सेन फंदे पर लटका हुआ था। सूचना पर देवगढ़ थान से उप निरीक्षक विशाल गवारिया, एएससआई धनसिंह मय जाब्ते के घटना स्थल पर पहुंच गए। क्षेत्रीय लोगों की मदद से शव को फंदे से नीचे उतरवा कर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र देवगढ़ पहुंचाया गया, जहां पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया गया। घटना के बाद दुकान के बाहर बाजार से लेकर अस्पताल में भी सैकड़ों की संख्या में व्यापारी, शहरवासी, रिश्तेदार व मित्रों का जमावड़ा लग गया। अचानक व्यापारी किरण राज सेन के इस तरह का कदम उठाने से हर कोई दु:खी दिखाई दिया।

बाजार में फैली सनसनी, एकत्रित हो गए व्यापारी

देवगढ़ बाजार में जैसे ही व्यापारी के आत्महत्या करने की सूचना मिली तो बड़ी तादाद में व्यापारी एकत्रित हो गए। साथ ही इस घटना को लेकर दु:ख व्यक्त किया। दु:खद कदम उठाने को लेकर व्यापारी भी चकित थे कि आखिर किरण राज सेन आर्थिक रूप से इतना कैसे घबरा गया था। इस घटना के बाद चौतरफा सनसनी फैल गई और दिनभर बाजार से लेकर पूरे जिले में इस घटना पर चर्चा होती रही।

व्यापारी ने लिखा- हमदर्दी जताना नहीं, मजबूरी बताना उद्देश्य

सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज में व्यापारी ने लिखा कि यह मैसेज सोशल मीडिया पर डालने के पीछे उसका उद्देश्य कोई हमदर्दी या सहानुभूति अथवा अन्य कोई मानसिकता नहीं है, बल्कि सिर्फ मेरी मौत की वजह, कारण, विवशता सबके सामने सार्वजनिक करना है। क्योकि मेरी राख के बाद कानाफुसी होगी। लोग उललजुलूल बाते बनाएंगे। कुछ लोग मजाक भी बनाएंगे, तो तर्क वितर्क भी करेंगे, मेरी गलतियां भी गिनाएंगे। इसलिए सबको मेरे हालात, मेरा सच, मेरी मजबूरी से सब अवगत हो जाए। मेरे घर वालों को पूछ पूछ कर हैरान ना करें, इसलिए सच को सर्वजनिक करना जरूरी था।

आय घटने व कर्ज में डूबने की कहानी बताई

किरण राज सेन द्वारा वाट्सएप पर वायरल मैसेज में लिखा कि मेरी दो वर्षो से आय ना के बराबर है। मैं लगातार कर्जे में डूबता जा रहा हूं। यही सोचकर की आगे अच्छा होगा, पर कुछ भी दशा सम्भल नहीं पा रही है। मैं रोज कर्ज में डूब रहा हूं। अपनी घर की जिम्मेदारियां पुरी नहीं कर पा रहा हूं। कभी झूठ नहीं बोलता था, पर अभी लोगों से मैं रोज झूठ बोल रहा हूं, रोज झूठे वादे कर रहा हूं। बहुत शर्मिंदगी, बहुत बेइज्जती, अपमान सहन कर रहा हूं। किसी ने झगड़ा नहीं किया अभी तक, लेकिन मैं अपने आपसे इतना शर्मिंदा हो रहा हूं कि जिसकी हद नहीं। मैं हीनता महसूस कर रहा हूं। खुद को नाकामयाब महसूस कर रहा हूं। मैं बुरा नहीं हूं, पर बुरा बनता जा रहा हूं। मैं बहुत ही डरा डरा, भयभीत महसूस कर रहा हूं। कोई भी थोड़ा बोलता है, मैं डर जाता हूं, धड़कन बढ़ जाती है, कोई सुना रहा होता है और कोई देख रहा होता, मैं बहुत शर्मिंदगी महसूस कर रहा हूं।

आत्महत्या से पहले सोशल मीडिया पर वायरल मैसेज में किरण राज सेन ने लिखा कि उसकी अंतिम इच्छा है कि उसके शरीर का दान हो7 उसकी आंखे, किडनी दान हो। परिजनों को हिम्मत दिलाने के लिए लिखा कि परिजन यह बिल्कुल न सोचे कि उसका शव खराब हो जाएगा और कोई भी परिवार का सदस्य आनाकानी न करें। देहदान के कार्ड पहले बनवा रखे हैं, मगर वे खो गए थे। साथ ही परिवार व समाज को किसी भी तरह के सामाजिक कर्मकांड न करने, वैसे भी उसे नर्क में ही जगह मिलने वाली है। पैसे व्यर्थ न करने की नसीहत भी दी। वैसे भी उस पर खूब पैसा खर्च हो चुका है।

मैं सबसे बड़ा गुनहगार अपनी पत्नी का हूं, जिसने मुझे बे इंतेहा प्यार दिया। मेरे लिए क्या कुछ नहीं किया। मेरे लिए कहां कहां शर्मिंदा न हुई। जगह- जगह हाथ फैलाए और मैं उसी को बीच भंवर में छोड़ रहा हूं। बहुत मुश्किलों में डालकर जा रहा हूं। ईश्वर मुझे इसके लिए कभी माफ नहीं करेगा। मेरे गुनाह की सजा इसको भुगतनी पड़ेगी। मैं उससे बार- बार माफी चाहूंगा। बहुत कुछ किया मेरे लिए, मेरे बाद ये बहुत मुश्किलों में आ जाएगी। मुझसे बहुत प्यार है इसको, क्या पता मेरे बाद ये जी पायेगी या नहीं। आप सभी से निवेदन है कि इसे संभालना, ये रह नहीं पाएगी, दुनिया के ताने सह नहीं पाएगी, ये मर जाएगी।

जय श्री राम, नमस्कार
मैं किरण राज सेन, अपने पूरे होशहवास में आपको सूचित कर रहा हूं कि मैं ना किसी के दबाब में, ना किसी के डर से, बल्कि अपनी खुद की परेशानियों से परेशान होकर आत्महत्या कर रहा हूं। क्योंकि मेरी परेशानियों का कोई हल नहीं है। मैं अपने जीवन से तंग आ गया हूं। इतना ज्यादा परेशान हो गया हूं कि मुझे कोई रास्ता नहीं सूझ रहा है। मैं लगातार कोशिश कर रहा था, अपने आपको बचाने की, पर मैं नाकामयाब रहा, वजह कई है, हाल बहुत बुरा है।

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