उदयपुर की पिछोला झील में कूद गया था, कोरोनाकाल से आई मंदी से था परेशान
उदयपुर में रविवार को पिछोला झील में कूदकर सुसाइड करने वाले व्यापारी का शव तीसरे दिन मिला। मंगलवार सुबह शव तैरता हुआ बोट पॉइंट किनारे के पास नजर आया। इसके बाद गोताखोरों की टीम ने शव को बाहर निकाला और पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भिजवाया। एमबी अस्पताल में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सुपुर्द किया जाएगा। वही शव मिलने के बाद सिविल डिफेंस समेत अन्य रेस्क्यू टीमों को राहत मिली।
दरअसल यूनिवर्सिटी रोड निवासी राकेश बत्रा (40) रविवार दोपहर में चलती नाव से पानी में कूद गए थे। उन्होंने पहले नाव का लिया था और वे नाव में बोटिंग कर रहे थे। झीलों के बीच अचानक उन्होंने लाइफ जैकेट खोल दिया और झील में कूद गए। इस दौरान नाव पायलट और कुछ लोगों ने उन्हें बचाने के लिए लाइफ जैकेट भी फैंका। मगर राकेश ने जानबूझकर नहीं पकड़ा और डूबते रहे।
सुसाइड के बाद रविवार को 3 बजे से शाम 7:30 बजे तक रेस्क्यू चला। शव नहीं मिलने पर सोमवार को NDRF, SDRF और सिविल डिफेंस की गोताखोरों ने झील के अंदर जाकर भी चेक किया। घास और कई जगह पर चट्टानों के होने से शव नहीं मिल सका था।
मंगलवार सुबह राकेश के परिजन झील किनारे रेस्क्यू के दौरान मौजूद थे। करीब 8 बजे राकेश का शव नजर आने पर रेस्क्यू टीम ने शव को बाहर निकाला और राहत की सांस ली। ऑयल-तेल का बिजनेस करने वाले राकेश 2 सालों से मानसिक तनाव में थे। काेराेना के बाद से उसका बिजनेस ठप सा हो गया था। वे सुबह स्कूटी लेकर निकले और घर से गायब थे।
मृतक की पत्नी टीचर है और दो बच्चे है। सुसाइड के पीछे पारिवारिक झगड़ा भी बड़ा कारण हो सकता है। मृतक के उसके दोनों भाइयों से भी प्रोपर्टी को लेकर अक्सर बहस होती रहती थी।