उदयपुर के सूरजपोल थाना क्षेत्र में 21 मई को हुई राजकीय पशु ऊंट की हत्या के मामले में पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। सूरजपोल थाना अधिकारी डॉ हनुमंत सिंह राजपुरोहित ने बताया कि आरोपियों द्वारा भोपा के कहने से ऊंट की हत्या की गई थी। इसके बाद आरोपियों ने ऊंट की कटी हुई गर्दन अपने ही घर के बाहर दफन कर दी थी। ताकि उन पर आ रही परेशानियों को दिव्य शक्ति दूर कर दे। ऐसा होने से पहले ही पुलिस ने आरोपी राजेश अहीर, शोभालाल चेतन और रघुवीर सिंह को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने बताया कि शहर के गोवर्धन विलास थाना क्षेत्र में राजेश डेयरी संचालन करता था। जहां लगभग 30 से 35 गाय हैं। पिछले कुछ वक्त से गायों की तबीयत खराब होने के साथ ही उनके द्वारा दूध कम दिया जा रहा था। जिससे परेशान होकर राजेश ने अपनी समस्या डेयरी संचालक चेतन को बताई। जिस पर चेतन ने राजेश को टोने टोटके से उसकी समस्या का समाधान होने की बात कही। जिस पर राजेश राजी हो गया।
भोपा जी ने ऊंट की गर्दन काटने का बताया टोटका
कुछ दिनों बाद ही चेतन ने राजेश को अपने पिता शोभालाल से मिलवाया। जो घर पर ही भेरुजी के देवरे की पूजा पाठ कर कर खुद को भोपा जी बताता था। इसके बाद शोभालाल ने राजेश को उसकी समस्या के समाधान के लिए ऊंट की गर्दन काट अपने घर के बाहर दफन करने की बात कहीं। शोभालाल ने बताया कि ऐसा करने से ही मेरी समस्याओं का भी समाधान हुआ है। जिसके बाद आज हमारा डेयरी का व्यापार फल-फूल रहा है।
इस पर राजेश भी मान गया और उसने अपने दोस्त रघुनाथ और चेतन के साथ मिल बेजुबान ऊंट का कत्ल कर दिया। इसके बाद ऊंट की गर्दन काट राजेश ने अपने घर के बाहर दफन कर दिया। लेकिन उसकी समस्या का समाधान होने की जगह समस्या और ज्यादा बढ़ गई। चारों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया।पुलिस ने बताया कि आरोपियों द्वारा ऊंट की हत्या करने से पहले उसे कुछ दिनों तक चारा और गुड़ भी खिलाया गया। ताकि वह आरोपियों को आसानी से नजदीक आने दे। इसके बाद 21 मई को उदयपुर के सूरजपोल थाना क्षेत्र की पुलिस लाइन के पास ऊंट की गर्दन काट हत्या की गई थी। जिसके बाद फरियादी करण की शिकायत पर पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी थी। वहीं सीसीटीवी फुटेज और मुखबिर से मिली जानकारी के आधार पर पुलिस ने बेजुबान ऊंट के हत्यारों को गिरफ्तार कर लिया है। जिनके खिलाफ राजकीय पशु की हत्या मामले में धारा के तहत मामला दर्ज कर अनुसंधान जारी है।