महिलाओं को तंत्र-मंत्र से इलाज का झांसा देकर तीन आरोपियों ने महिला से 12.02 लाख रुपए के जेवर नकदी हड़प लिए। पुलिस में शिकायत पर 2.55 लाख रुपए लौटा दिए। बाकी के 9.47 लाख के जेवर नकदी मांगने पर गाली-गलौज की। आरोपी ऐसे ही दो मामलों में पहले ही जेल में है।
पुलिस के अनुसार यूआईटी कॉलोनी, प्रतापनगर निवासी लक्ष्मी सालवी ने रिपोर्ट दी कि वे पारिवारिक तकलीफों और बीमारी से परेशान रहती हैं। चचेरी बहन प्रेमलता ने राजसमंद निवासी रूपेश सुथार से मिलवाया। बताया कि रूपेश तंत्र-मंत्र से परेशानी दूर करता है। पति की गैर हाजिरी में रूपेश व प्रेमलता उनके घर आए। इन्होंने पूजा के लिए चांदी के 2 कड़े, 1.5 तोला सोने की चेन और कान की टोकरियां लीं। यह सब पूजा के बाद लौटाना बताकर चले गए। दोनों ने दूसरे दिन फोन कर कुछ और गहने मंगवाए और सोने का 3.5 तोला वजनी बाजूबंद ले गए। बता दें, रूपेश को हिरण मगरी पुलिस ऐसे ही 2 मामलों में गिरफ्तार कर चुकी है। वह 12 फरवरी से जेल में है। लक्ष्मी की चचेरी बहन को पता था कि उनके पिता भी बीमार हैं। उनका भी इलाज कराने के नाम पर आरोपी 3.5 तोले का हार और 1.5 तोले की ईयर रिंग ले गए। दो दिन बाद तंत्र-मंत्र और पूजा करने के नाम पर 90 हजार रुपए मांगे। हालांकि लक्ष्मी ने देने से इनकार कर दिया। कुछ समय बाद आरोपियों ने उन्हें चांदी के कड़े हवन से सिद्ध बताकर पहनने को दिए। फिर पूजा में सोना कम होना बताकर और जेवर मांगे। उन्होंने 2 तोले की चेन और आधे तोले के झुमके भी दे दिए।
थाने में परिवाद पर 2.55 लाख लौटाए
रूपेश और उसकी बेटी रिद्धिमा ने पूजा के नाम पर टुकड़ों में 2.75 लाख रुपए ले लिए। लक्ष्मी ने जेवर लौटाने को कहा तो आरोपी बहाने बनाने लगे। थाने में परिवाद देने पर रूपेश ने 2 लाख रुपए दिए और जेवर जल्द लौटाने का आश्वासन दिया। इसी बीच रूपेश ने 6 लाख व 5.21 लाख रुपए के दो चेक दिए। लक्ष्मी ने दोनों चेक बैंक में डाले, जो बाउंस हो गए। फिर रूपेश ने 55 हजार रुपए ऑनलाइन ट्रांसफर किए। जेवर और पैसों के लिए तकाजे पर गाली-गलौज की।