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हिमाचल सरकार में बड़ा राजनीतिक घमासान मचा हुआ है। यहां तक की CM सुखविंदर सूक्खू के पद छिनने को लेकर काफी चर्चाएं चल रही है। हिमाचल में 6 कांग्रेस के विधायकों ने क्रॉस वोटिंग कर दी, जिससे अब हिमाचल में कांग्रेस सरकार गिरने के आसार नजर आ रहे। फिलहास वहां कांग्रेस सरकार बड़ा खतरा बना हुआ है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी मीटिंग कर मुख्यमंत्री पद के लिए नया नेता चुन सकती है। हालांकि सूत्रों के मुताबिक इस CM पद के लिए मुकेश अग्निहोत्री का नाम चर्चा में बना हुआ है।

विधानसभा में बजट सेशन बुलाया जहां पर विधानसभा स्पीकर ने बीजेपी के पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर समेत 15 MLA को निष्काशित कर दिया। इसका लेकर विधानसभा में काफी हंगामा हुआ। बता दें कि जब MLA ने बाहर जाने से मना कर दिया तो स्पीकर ने मार्शल बुलाकर उनके साथ धक्का- मुक्की की। फिर भी MLA विधानसभा से बाहर नहीं गए। उसके बाद स्पीकर ने विधानसभा को स्थगित कर दिया। इधर पीडब्लयूडी मंत्री ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया।

CM सुखविंदर सूक्खू के पद से इस्तीफे की चर्चा

इन सभी घटनाक्रम के बीच हिमाचल CM सुक्खविंदर के अपने पद से इस्तीफे देने की चर्चा चली। हालांकि उन्होंनें मीडिया के सामने कहा कि उन्होनें कोई इस्तीफा नहीं दिया। यह सब बीजेपी द्वारा अफवाहें फैलाई जा रही है। कांग्रेस के प्रवक्ता जयराम रमेश ने बताया कि आलाकमान ने हिमाचल में ऑब्जर्वर भेजे हैं। वे सभी MLA की राय लेकर कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष खड़गे तक पहुंचाएंगें। उसके बाद CM बदलने को लेकर फैसला हो सकता है। CM सुखविंदर ने बताया कि बजट के समय हम बहुमत साबित करेंगे। हिमाचल में सरकार पूरे 5 साल तक चलेगी। CM ने कहा कि भाजपा के साथ गए कुछ MLA अभी भी मेरे संपर्क में हैं।

प्रियंका गांधी ने किया ट्वीट

इसी बीच प्रियंका गांधी ने ट्वीट कर कहा कि हिमाचल में 25 विधायकों वाली भाजपा कांग्रेस के 43 विधायकों को चुनौती दे रही है। इससे स्पष्ट होता है कि भाजपा खरीद-फरोख्त पर निर्भर है। लोकतंत्र में आम जनता को अपनी पसंद की सरकार चुनने का अधिकार है। हिमाचल की जनता ने अपने इसी अधिकार का इस्तेमाल किया और स्पष्ट बहुमत से कांग्रेस की सरकार बनाई। लेकिन भाजपा धनबल, एजेंसियों की ताकत और केंद्र की सत्ता का दुरुपयोग करके हिमाचल वासियों के इस अधिकार को कुचलना चाहती है। इस मक़सद के लिए जिस तरह भाजपा सरकारी सुरक्षा और मशीनरी का इस्तेमाल कर रही है, वह देश के इतिहास में अभूतपूर्व है। 25 विधायकों वाली पार्टी यदि 43 विधायकों के बहुमत को चुनौती दे रही है, तो इसका मतलब साफ है कि वो प्रतिनिधियों के खरीद-फरोख्त पर निर्भर है। इनका यह रवैया अनैतिक और असंवैधानिक है। हिमाचल और देश की जनता सब देख रही है। जो भाजपा प्राकृतिक आपदा के समय प्रदेशवासियों के साथ खड़ी नहीं हुई, अब प्रदेश को राजनीतिक आपदा में धकेलना चाहती है।

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सरकार बचाने को डिस्कालिफिकेशन मोशन लाए

हिमाचल में कांग्रेस के 6 कांग्रेस विधायकों की क्रॉस वोटिंग के बाद सरकार को बचाने के लिए CM डिस्क्वालिफिकेशन मोशन लेकर आए। बताया जा रहा है कि क्रॉस वोटिंग करने वाले 6 विधायकों की मेंबरशिप रद्द करने की मांग है। स्पीकर कुलदीप पठानिया ने इसकी सुनवाई कर रहे है। कांग्रेस सरकार में बगावत के बावजूद भी भाजपा के लिए सत्ता परिवर्तन इतना आसान नहीं है। आपको बता दें कि हिमाचल में कुल 68 विधायक हैं। जीतने के लिए बहुमत का आंकड़ा 35 चाहिए। जानकारी के अनुसार कांग्रेस के पास 40 MLA हैं, उनमें से 6 कांग्रेस विधायक बागी हो चुके हैं। इनको छोड़ दें तो कांग्रेस के पास 34 MLA बचेंगे। इसके अलावा 3 निर्दलीय विधायक हैं, जो राज्यसभा चुनाव में भाजपा के पक्ष में मतदान कर चुके हैं। भाजपा के पास अपने कुल 25 MLA हैं। अगर भाजपा 6 बागी और 3 निर्दलियों को जोड़ दें तो उनके पास 34 MLA हो जाएंगे। अगर कांग्रेस अपने 6 बागी विधायकों को दलबदल कानून के तहत अयोग्य करार देगी तो ये विधानसभा में भाजपा के हक में वोट नहीं कर पाएंगे। ऐसे में भाजपा सरकार नहीं बना पाएगी, जिससे कांग्रेस बहुमत साबित कर लेगी।

कौन होगा हिमाचल का CM

सूत्रों के अनुसार हिमाचल में अगर सुखविंदर पद से हटते हैं, तो कांग्रेस में CM पद के लिए अग्निहोत्री का नाम चर्चा में चल रहा है। इसी बीच CM सूक्खू ने कहा कि जो भी विधायक कांग्रेस पार्टी के खिलाफ गए है, उन्होंने अपनी गलती मान ली है। सूक्खू ने कहा कि भाजपा ने षड़यंत्र रचकर CRPF लगाकर सरकार को गिराने की कोशिश की, लेकिन वो सफल नहीं हो सकी। उन्होनें कहा कि लोकतंत्र में हमेशा में सत्य की जीत हुई। कहा कि कांग्रेस के विधायकों को प्रलोभन देकर खरीदने की कोशिश की गई है। कांग्रेस के बागी विधायकों के खिलाफ नोटिस जारी कर दिया। उन्होनें MLA से सात दिन में जवाब मांगा है।

कांग्रेस प्रवक्ता जयराम ने कहा कि हमारे लिए पार्टी सर्वोपरि है। हमारा काम सरकार को बचाना है। उन्होंने कहा कि ऑब्जर्वस की रिपोर्ट के बाद आलाकमान का जो भी फैसला होगा वो सब मंजूर है। कांग्रेस को जनादेश मिला, उसका सम्मान करेंगे। उन्होनें का कांग्रेस अध्यक्ष खड़गे से उनकी बात हुई। सभी विधायको से राय मांगी है। रिपोर्ट के बाद आलाकमान का जो भी फैसला होगा वो मंजूर है।

पूर्व मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर की बात

पूर्व CM जयराम ठाकुर ने बताया कि आज वही घटना हुई जिसके होने की हमें आशंका थी। उन्होंने बताया कि वो राज्यपाल से भी मिले। उनको बताया कि बजट पारित करने के लिए कांग्रेस के पास बहुमत नहीं है। बताया कि हमें पता था कि बहुमत साबित करने के लिए एक ही हथकंडा आजमाएगी कि वह भाजपा विधायकों को सस्पेंड कर दे। आज सदन में ऐसा ही हुआ। हमारे साथ मार्शल बुलाकर धक्का मुक्की की गई। हमें बाहर निकालने के लिए जोर जबरदस्ती की। कहा कि सदन में सस्पेंशन प्रोवीजन तब होता है, जब कोई काम में बाधा डालें। हम कार्रवाई के संचालन के लिए तैयार थे। उन्होंने कहा कि ऐसा पूरे देश के इतिहास में पहली बार हुआ होगा कि बजट पारित करने के लिए विपक्षी MLA को बिना किसी कारण सस्पेंड किया गया।

मंत्री विक्रमादित्य हुए नाराज

PWD पद से इस्तीफा देने के बाद मंत्री विक्रमादित्य ने कहा कि उनके पिता वीरभद्र सिंह के नाम से कांग्रेस की सरकार बनी थी। लेकिन आज उनकी अनदेखी हो रही है। जीत के 14 महीने बाद भी मेरे पिता वीरभद्र सिंह की प्रतिमा नहीं लगाई गई।

इन विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग

  • सुजानपुर के राजेंद्र राणा
  • धर्मशाला के सुधीर शर्मा
  • कुटलैहड़ के देवेंद्र भुट्‌टो
  • बड़सर के आईडी लखनपाल
  • लाहौल-स्पीति के रवि ठाकुर
  • गगरेट के चैतन्य शर्मा

निर्दलीय में देहरा के विधायक होशियार सिंह, नालागढ़ से केएल ठाकुर और हमीरपुर से आशीष शर्मा ने भाजपा प्रत्याशी के पक्ष में मतदान किया।