राजसमंद। कोरोना महामारी की तीसरी लहर से बच्चों की सुरक्षा को लेकर बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कोमल पालीवाल, सहायक निदेशक बाल अधिकारिता विभाग की कृष्णकांत सांखला ने रेलमगरा सीएचसी तथा कोविड डेडीकेटेड सेंटर दरीबा का निरीक्षण तैयारियां देखी
रेलमगरा सीएचसी पर बाल चिकित्स की नियुक्ति पाई गई लेकिन बच्चों के लिए बेड रिर्जव नहीं मिले। साथ ही न्यू बोर्न बेबी के लिए वार्मर चालू मिले, लेबर रूम में ऑक्सीजन सिलेंडर से ऑक्सीजन सप्लाई की व्यवस्था मिली। दरीबा डेडिकेटेड सेन्टर में15 बेड आईसीयू व 100 बेड ऑक्सीजन की व्यवस्था मिली। 200 अन्य बेड बढ़ाएंगे। समिति के अध्यक्ष कोमल पालीवाल ने रेलमगरा में तीन बेड एवं दरीबा में प्रारंभिक तौर पर 10 व जरूरत पडऩे पर 30 बेड रिजर्व रखे जाने को कहां एवं दरीबा डेडीकेटेड कोविड सेन्टर पर एनआईसीयू की व्यवस्था के पांच बेड व पीआईसीयू के बेड भी बढाए जाने को कहा। बच्चों के ईलाज के लिए शिशु रोग विशेषज्ञ की नियुक्ति एवं बच्चों के लिए दवाईयों की व्यवस्था भी करने को कहा। ब्लॉक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉं. राजेन्द्र कुमार, डॉं. शैलेन्द्र यादव, डॉ. शांतिलाल कुमावत ने निरीक्षण चिकित्सा व्यवस्थाएं देखी।
रेलमगरा ब्लॉक में 115 बच्चे पॉजिटिव, स्थिति संतोषजनक
रेलमगरा ब्लॉक में अब तक करीब 115 बच्चे कोरोना पॉजिटिव पा गए। अप्रेल माह में 80 तथा मई में 21 बच्चे पॉजिटिव आए है। बाल कल्याण समिति ने सभी बच्चों के स्वास्थ्य के बाने में जानकारी ली। इस पर बच्चों के स्वास्थ्य के बारे में जानकारी करने पर सभी बच्चों की स्थिति संतोषजनक पाई गई। सभी बच्चो को दवा देकर अपने परिजनो के साथ होम आईसोलेशन में रहनें से उनको स्वास्थ्य लाभ मिला। बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष द्वारा लगातार ऐसे सभी बच्चों के स्वास्थ्य रिपोर्ट की जानकारी रखने व उनसे सम्पर्क कर डाटा रखने का निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान बहादूर सिंह चारण ने चिकित्सालय में ऑक्सीजन कंसंस्ट्रेट बच्चो के बेड के पास रखने कहा तथा हरजेन्द्र सिंह चैधरी ने ऑक्सीमीटर, सेनेटाइजर, फेस मास्क की उपलब्धता की सुनिश्चिता करने का कहा । साथ ही बाल कल्याण समिति एवं बाल अधिकारिता विभाग द्वारा जिले के सभी सीएचसी मुख्यालय एवं आरके चिकित्सालय तथा नाथद्वारा चिकित्सालय का भी निरीक्षण कर रिपोर्ट बाल आयोग एवं राज्य सरकार भेजी जाएगी।