मेन ऑर्टरी में 90% ब्लॉकेज की एंजियोप्लस्टी के बाद सीएम अशोक गहलोत के स्वास्थ्य में अब सुधार है। एसएमएस अस्पताल में भर्ती गहलोत ने शनिवार को बयान जारी कर कहा- ‘कुछ समय तक डॉक्टरों की निगरानी में रहूंगा। मुझे कोविड से पहले कार्डियक संबंधी कोई समस्या नहीं थी।
डॉक्टरों के मुताबिक यह पोस्ट कोविड इफेक्ट है। मुझे कोविड से ठीक हुए 3 महीने से अधिक हो गए हैं। दूसरी लहर के पीक पर कोविड हुआ था। तब ऑक्सीजन और बेड्स की कमी से हाहाकार मचा था। इसलिए कोविड पॉजिटिव होते हुए भी मैं दिन-रात काम करता रहा। डॉक्टरों की सलाह के मुताबिक ठीक से आराम नहीं किया। इसलिए पोस्ट कोविड समस्याएं हो रही हैं।’
पूरी ताकत के साथ प्रदेश की जनता की सेवा करता रहूंगा
सीएम गहलोत ने अपने बयान में लिखा- पिछले डेढ़ साल में राजस्थान में कोविड का बेहतरीन प्रबंधन हुआ है। देश-विदेश में प्रदेश का मान-सम्मान बढ़ा है। राजस्थान में एक्सपर्ट्स की राय के मुताबिक कोविड की तीसरी लहर से लड़ने की पूरी तैयारी की जा रही है। मेरा संकल्प है कि कोविड के विरुद्ध लड़ाई में राजस्थान एक मॉडल स्टेट बनकर रहे। हमेशा की तरह मैं पूरी ताकत के साथ प्रदेश की जनता की सेवा करता रहूंगा। राजस्थान सतर्क है।
हॉस्पिटल से गहलोत का संदेश- कोविड के बाद भी सिरदर्द, थकावट, सांस फूल रही है… गंभीरता से लें
सीएम ने कहा- ‘डॉक्टरों का कहना है कि कोविड अलग-अलग व्यक्ति के हार्ट, दिमाग, किडनी, लीवर इत्यादि पर असर पड़ता है। कोविड से रिकवर होने के बाद भी सिरदर्द, थकावट, सांस फूलना जैसी परेशानी रहती है। कोविड और पोस्ट कोविड दोनों को गंभीरता से लेना चाहिए।
मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग के साथ हैंड वॉश करते रहेंं। समय पर टीका लगवाएं। आप कोविड से रिकवर हो गए हैं, लेकिन कोई लक्षण दिख रहा है तो डॉक्टर से कंसल्ट करें। लापरवाही गंभीर हो सकती है।’
पहले से बीमार थे, इसलिए दिल्ली जाने का नहीं था कोई प्रोग्राम
सीएम के खराब स्वास्थ्य के बाद कयास लगाए जा रहे थे कि उन्हें गुरुवार को दिल्ली जाना था। प्लेन स्टैंडबाई पर रखा गया था। भास्कर ने सीएमओ, जीएडी के अफसरों और कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा से बात की तो तीनाें ने सीएम के दिल्ली टूर की पुष्टि नहीं की। सीएमओ अफसरों ने भी बताया कि कोई भी प्लेन या हेलीकॉप्टर स्टैंडबाई पर नहीं रखा गया था।
बताया जा रहा है कि सीएम की 5 दिन पहले से तबीयत खराब थी।
सीएम के टूर को जीएडी जारी उसे जारी करता है, लेकिन जीडी ने स्पष्ट किया है कि गुरुवार के दिन सीएम का कोई टूर प्रोग्राम नहीं था। वहीं प्रोटोकॉल के नाते जयपुर कलेक्टर को भी सीएम के आने और बाहर जाने की सूचना दी जाती है। जयपुर कलेक्टर अंतर सिंह नेहरा ने बताया कि बुधवार तक उनके पास सीएम के बाहर जाने को लेकर कोई सूचना नहीं थी। वहीं सीएम को कोरोना हुआ तब उन्हें लक्षण नहीं थे। घर पर ही इलाज लिया। इसके बावजूद कोविड का असर हार्ट पर पड़ा। समय रहते सीएम की आर्टरी में ब्लॉक का पता चल गया और इलाज हो गया। लेकिन यह प्रदेश के लाखों लोगों के लिए भी अलर्ट है। क्योंकि 90% से अधिक लोगां को लक्षण नहीं थे और उन्होंने कोरोना का घर पर ही इलाज कराया।
किस तरह असर डालता है कोविड : हार्ट में 3 आर्टरी के अलावा तीन तरह की लेयर होती हैं। कोविड के बाद वायरस सबसे ऊपर की लेयर (मायोकारडिटिस) को कमजोर करता है। इससेे हार्ट की पंपिंग कम हो जाती है और रिदम (धड़कने की गति) बिगड़ जाती है। हार्ट किस हद तक प्रभावित होता है, यह वायरस के अटैक पर निर्भर करता है।
कई केस में रिदम कुछ समय बाद सही हो जाता है, लेकिन अधिकांश केस में हार्ट कमजोर हो जाता है। दूसरी स्थिति में पेरीकार्डियल सतह पर सूजन आ जाती है और हार्ट में पेन होता है। यह इतना तेज होता है कि कई बार यह हार्ट अटैक की तरह लगता है।
बहुत गंभीर स्थिति में हार्ट वाल्व में सूजन आ जाती है। लेकिन ऐसा बहुत ही रेयर होता है।
ब्लॉकेज के प्रमुख लक्षण : कभी भी तेज धड़कन, सीने में दर्द, सांस लेने में तकलीफ और अंकट्रोल धड़कन होना प्रमुख लक्षण हैं।
कितने लोगों को खतरा : एसएमएस के सीनियर प्रोफेसर डॉ. पुनीत सक्सैना बताते हैं कि एसिम्प्टॉमेटिक कोविड केस या कोविड पीड़ित केस में ये लक्षण आए थे और इस तरह के केस भी आए थे। लेकिन अब ऐसा नहीं है। लेकिन फिर भी यदि किसी में लक्षण आते हैं तो उसे तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।
किन अंगों पर प्रभाव: कोविड की वजह से हार्ट, लंग्स, किडनी, आंखों पर सीधा प्रभाव पड़ा।
क्या यह स्टेरॉयड और दवा का साइड इफेक्ट है : रेमेडिसिविर और स्टेरॉयड की वजह से भी अंग काफी प्रभावित हुए हैं। यहां तक मेमोरी लॉस और हेयर लॉस भी होना सामने आया है।
एक्सपर्ट : डॉ. पुनीत सक्सेना, सी. प्रोफेसर, एसएमएस और डॉ. राहुल शर्मा, कार्डियोलॉजिस्ट, नारायणा।