लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की लोकसभा प्रभारी शकुंतला रावत ने राजसमंद जिला मुख्यालय पर पहुंचकर लोकसभा क्षेत्र के हारे हुए प्रत्याशियों के साथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की खास बैठक ली। बैठक में पिछला विधानसभा चुनाव हार को लेकर कांग्रेस के ही कतिपय कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने की मांग उठाई। कार्यकर्ता बोले- कांग्रेस कभी नहीं हार सकती है, मगर कुछ विभीषण है, जिनकी वजह से पार्टी की लगातार हार हो रही है और अब हाईकमान को सख्त कदम उठाना होगा, तभी लोकसभा चुनाव में सकारात्मक परिणाम मिल सकेंगे। इस पर कांग्रेस की वरिष्ठ नेता एवं राजसमंद लोकसभा प्रभारी शकुंतला रावत ने भी सभी पदाधिकारियों को स्पष्ट तौर पर कहा कि जिन जिन लोगों की पार्टी विरोधी गतिविधि है, उनके नाम उन्हें दें, ताकि उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकें। ऐसे लोगों को अब पार्टी नहीं बक्शेगी।
राजसमंद जिला मुख्यालय पर नगरपरिषद सभागार में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पहली लोकसभा स्तरीय बैठक हुई। लोकसभा प्रभारी शकुंतला रावत ने पिछले चुनाव का फीडबैक लिया और उसके बाद लोकसभा चुनाव को लेकर कमर कसने का आह्वान किया। बैठक में राजसमंद, नाथद्वारा, कुंभलगढ़, भीम, ब्यावर, जेतारण, डेगाना व मेड़ता विधानसभा के कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए। कुंभलगढ़ से योगेन्द्रसिंह परमार, खमनोर उप प्रधान वैभवराज सिंह चौहान सहित कई पदाधिकारियों ने हार को लेकर सवाल उठाए और बोले कि कांग्रेस की हार अपने ही कतिपय लोगों की वजह से हुई है, जिन्हें पार्टी को गंभीरता से देखना होगा।
राजसमंद लोकसभा से चुनाव लड़ने की 5 जनों ने जताई इच्छा
कांग्रेस की लोकसभा स्तरीय बैठक में प्रभारी शकुंतला रावत के समक्ष चुनाव लड़ने वाले उम्मीदवारों ने भी इच्छा व्यक्त की। साथ ही पार्टी के लिए उनके द्वारा किए जा रहे प्रयासों के बारे में भी बताया। रावत ने कार्यकर्ताओं को एकजुट होकर चुनाव लड़ने की बात कही। बैठक में कार्तिक चौधरी, वैभवराजसिंह चौहान, मनीषसिंह राठौड़, नेमाराम बेड़ा, रामचंद्र जारोडा ने लोकसभा चुनाव लड़ने की इच्छा व्यक्त करते हुए नाम जिला प्रभारी के समक्ष पेश किया।
लोकसभा प्रभारी ने सुनी कार्यकर्ताओं की शिकायतें व बातें
कांग्रेस लोकसभा प्रभारी शकुंतला रावत ने कार्यकर्ताओं की शिकायतें, मुद्दे व सुझावों को सुना। पार्टी गतिविधि में लिप्त लोगों पर कार्रवाई का भी आश्वासन दिया। इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष हरिसिंह राठौड़, पीसीसी सदस्य देवकीनंदन गुर्जर, नारायणसिंह भाटी, रूपाराम सालवी, योगेन्द्रसिंह परमार, कुलदीप शर्मा, मुकेश भार्गव, नानालाल सार्दुल, पारस पंत, आशा पालीवाल, सभापति अशोक टांक, कार्तिक चौधरी, रेलमगरा प्रधान आदित्यप्रताप सिंह चौहान, जिला परिषद सदस्य लेहरूलाल अहीर, ब्लॉक अध्यक्ष ज्ञानेन्द्रसिंह चुंडावत, शंकरलाल जाट, राजेश गुर्जर, माधवलाल अहीर, कालूलाल गुर्जर, बहादुरसिंह चारण आदि मौजूद थे।
परमार ने कहा पार्टी में बैठे विभीषण और जयचंदों पर हो कार्रवाई
बैठक में विधानसभा चुनाव में पराजित रहे कांग्रेस प्रत्याशियों का दर्द भी छलक गया। कुंभलगढ़ कांग्रेस प्रत्याशी योगेन्द्रसिंह परमार ने लोकसभा चुनाव से पहले अपनी पिड़ा बताते हुए कांग्रेस के विभिषण और जयचंदों पर कार्रवाई की मांग की। परमार ने कहां कि कांग्रेस में एैसे लोग बैठे है जो इस चुनाव में कांग्रेस का मुखड़ा पहनकर पार्टी के खिलाफ काम करते है। कुंभलगढ़ में भाजपा प्रत्याशी सुरेन्द्रसिंह राठौड़ को कांग्रेस के सामने चुनाव लडऩा पड़ा लेकिन मै खुद कांग्रेस का प्रत्याशी होते हुए भी कांग्रेस के खिलाफ चुनाव लडऩा पड़ा, एैसे में अपनी पार्टी के खिलाफ कार्य करने वाले लोगों को पार्टी से बाहर का रास्ता दियााया जाए। क्योंकि चुनाव के बाद उन्हीं लोगों के सामने फिर से बैठना पड़ रहा है, जो बड़ी विडम्भना है। उन्होंनें चुनाव से पूर्व बूथ स्तर पर कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने ही हिदायत दी क्योंकि समय के साथ बदलाव जरूरी है। जमीनी कार्यकर्ता ही चुनाव जीताते है। खमनोर उपप्रधान वैभवराजसिंह चौहान ने कहा कि कांग्रेस में कार्यकर्ताओं को मजबूत करना होगा, उनमें कोई विपदा आ जाए तो हर संभव मदद करनी चाहिए।
भाजपा को धर्म आधारित राजनीति करने की कोई जरूरत नहीं है
बैठक के बाद पर्यवेक्षक शकुंतला रावत ने बताया कि लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस कार्यकर्ताओं में काफी उत्साह और बैठक में पांच नेताओं ने दावेदारी जताई है। जिला बैठक के बाद सभी विधानसभा क्षेत्र में बैठक कर कांग्रेस कार्यकर्ताओं से फीडबैक और उनकी राय ली जाएगी। सभी की आम राय और पार्टी के शीर्ष नेतृत्व से चर्चा के बाद योग्य उम्मीदवार को टिकट दिया जाएगा। रावत ने कहा कि विधानसभा चुनाव में पार्टी के खिलाफ काम करने वाले कार्यकर्ताओं के नाम प्रदेशाध्यक्ष को भेजेंगे और उन पर कार्रवाई की मांग करेंगे। रावत ने कहा कि भाजपा राम मंदिर के मुद्दे को हाईजैक करके चुनाव लडऩा चाहती है, लेकिन सभी व्यक्तियों के दिलों में अपने आराध्य बसते हैं। राम मंदिर का ताला सबसे पहले राजीव गांधी ने खुलवाया था, इसलिए भाजपा को धर्म आधारित राजनीति करने की कोई जरूरत नहीं है। चुनाव जनता के मुद्दों पर लड़ा जाना चाहिए। रावत ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि के मोके पर
कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी सबसे बड़े राम भक्त थे और कांग्रेस पार्टी गांधी के सत्य अहिंसा के सिद्धांतों से चलती है। देश में किसी को भाजपा से राम भक्ति के सर्टिफिकेट लेने की जरूरत नहीं है। आने वाले लोकसभा चुनाव में कांग्रेस सबसे बड़ी पार्टी बनकर सरकार बनाएगी।
पार्टी विरोधी गतिविधियां करने वालों के दे नाम
लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस की लोकसभा प्रभारी शकुंतला रावत ने राजसमंद जिला मुख्यालय पर पहुंचकर लोकसभा क्षेत्र के हारे हुए प्रत्याशियों के साथ कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की खास बैठक ली। बैठक में पिछले विधानसभा चुनाव हार को लेकर कांग्रेस के ही कतिपय कार्यकर्ताओं को जिम्मेदार ठहराते हुए उन्हें पार्टी से बाहर का रास्ता दिखाने की मांग उठाई। कार्यकर्ता बोले कि कांग्रेस कभी नहीं हार सकती है, मगर कुछ विभीषण है, जिनकी वजह से पार्टी की लगातार हार हो रही है और अब हाईकमान को सख्त कदम उठाना होगा, तभी लोकसभा चुनाव में सकारात्मक परिणाम मिल सकेंगे। इस पर प्रभारी शंकुतला रावत ने भी सभी पदाधिकारियों को स्पष्ट तौर पर कहा कि जिन-जिन लोगों की पार्टी विरोधी गतिविधि है, उनके नाम उन्हें दें, ताकि उन लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो सकें। ऐसे लोगों को अब पार्टी नहीं बक्शेगी।
पिछले चुनाव का लिया फीडबैक
राजसमंद जिला मुख्यालय पर नगरपरिषद सभागार में कांग्रेस कार्यकर्ताओं की पहली लोकसभा स्तरीय बैठक हुई। लोकसभा प्रभारी शकुंतला रावत ने पिछले चुनाव का फीडबैक लिया और उसके बाद लोकसभा चुनाव को लेकर कमर कसने का आह्वान किया। बैठक में राजसमंद, नाथद्वारा, कुंभलगढ़, भीम, ब्यावर, जेतारण, डेगाना व मेड़ता विधानसभा के कांग्रेस पदाधिकारी व कार्यकर्ता शामिल हुए। कुंभलगढ़ से योगेन्द्रसिंह परमार, खमनोर उप प्रधान वैभवराज सिंह चौहान सहित कई पदाधिकारियों ने हार को लेकर सवाल उठाए और बोले कि कांग्रेस की हार अपने ही कतिपय लोगों की वजह से हुई हैए जिन्हें पार्टी को गंभीरता से देखना होगा।