महाभारतकालीन प्राचीन शिवालय कुंतेश्वर महादेव में महाशिवरात्रि पर्व पर विविध धार्मिक अनुष्ठान हुए तथा दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रही। श्री कुंतेश्वर महादेव धार्मिक सार्वजनिक प्रन्यास के तत्वावधान में कार्यक्रम के तहत मंदिर में सुबह पांच बजे मंगला आरती हुई एवं फिर वैदिक मंत्रोच्चार के बीच अभिषेक किया और भोलेनाथ को आकर्षक शृंगार धराया। सुबह सात बजे आरती हुई जबकि नौ बजे मुख्य आरती हुई।
इधर, अलसुबह दर्शन खुलने के साथ ही श्रद्धालुओं का आना शुरू हो गया था जो दिन चढ़ने के साथ लगातार बढ़ता गया। दोपहर के समय तो मंदिर परिसर एवं बाहरी क्षेत्र में भक्तों की खासी रेलमपेल लग गई तथा पूरा क्षेत्र श्रद्धालुओं से अट गया। दर्शन के लिए पूरे दिन लंबी कतारें लगी रही। दिनभर में स्थानीय क्षेत्र एवं आसपास के गांवों के साथ दूरदराज से श्रद्धालु आए।
राजनगर सदर बाजार में बाटेश्वर महादेव मंदिर पर महाशिवरात्रि महोत्सव पर मंगलवार को भूतों की टोली एवं मनोहारी झांकियों के साथ अनूठी शिव बारात निकाली गई। वहीं विविध धार्मिक अनुष्ठानों एवं रस्मों के साथ शिव-पार्वती विवाहोत्सव मनाया। बाटेश्वर महादेव सेवा समिति ने दोपहर बाद माणक चौक स्थित चौमुखा महादेव से शिव बारात धूमधाम से रवाना हुई।
इसमें सबसे आगे बैंड बाजों पर मधुर भक्ति गीतों की स्वर लहरियां बिखर रही थी तो पीछे डीजे पर भी भजनों की मीठी धुने परिवेश को धर्ममय बना रही थी जबकि ढोल-नगाड़ों की थाप श्रद्धालुओं में जोश बढ़ा रही थी। साथ में अन्य भक्तजन संकीर्तन करते चल रहे थे। इससे संपूर्ण वातावरण धर्ममय हो उठा। बारात में सुसज्जित बैलगाड़ी में दूल्हा रूप में भोलेनाथ की झांकी थी वहीं ऊंट-गाड़ियों में भी विभिन्न देवी-देवताओं की झांकियां सजी।
इस बार दिल्ली से आमंत्रित लक्की जटाधारी सहित कलाकारों ने अनूठी झांकियां प्रस्तुत कर सभी का मन मोह लिया। बाराती के रुप में भूतों की टोली भी थी जो पूरे मार्ग में विशेष आकर्षण बनी रही। शिव बारात भोईवाड़ा, मालीवाड़ा, नायकवाड़ी, दाणी चबूतरा व फव्वारा चौक होते हुए महादेव मंदिर पहुंची जहां भक्तों ने परंपरा अनुसार अगवानी की। सेवा समिति से जुड़े मधुसूदन सोनी ने बताया कि शिव-पार्वती विवाह उत्सव मनाया। इसमें वरमाला सहित अन्य वैवाहिक रस्मों निभाई गई।