दोनों मृतकों के सूरत में साड़ी का कारोबार था
गजपुर क्षेत्र के अमल बीड़ा स्थिति दाबेता कालरा आम में गुरुवार दो सगे भाइयों के तीन दिन पुराने शव पेड़ पर फंदे से लटके मिले। पुलिस और एफएसएल टीम ने साक्ष्य जुटाकर लोगों की सहायता से शवों को नीचे उतरवाकर खाट से मुख्य सड़क तक लाया गया। वहां से केलवाड़ा सीएचसी में पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंपे।
केलवाड़ा थानाधिकारी शैतानसिंह ने बताया कि अट्टडुम्बा निवासी प्रकाश और अंबालाल पुत्र लालूराम भील के शव पेड़ पर लटके मिले थे। पहाड़ी पर पशु चराने गए युवक गोविंद ने लटके शवों देखा। एक बार तो वह शव को देखकर घबरा गया, लेकिन हिम्मत कर गांव वालों को सूचित किया। इस पर लोग पहुंचे और पुलिस को सूचना दी।
पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों शव की शिनाख्त में लग गई। युवक की जेब से निकले पर्स में पेन कार्ड में लिखे नाम से पहचान कर परिजनों को सूचना दी। दूसरे भाई की शिनाख्त 3 घंटे बाद परिजनों ने आकर की। इनके शवों को केलवाड़ा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया, जहां से मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम कराकर शव परिजनों को सौंपे। घटना की सूचना मिलते ही उप सरपंच खुमसिंह बल्ला, अट्टडुम्बा सरपंच बंशीलाल गर्ग ने सुबह से वहां पहुंच पुलिस को जानकारी मुहैया कराई।
सूरत से आए पर घर नहीं आए
घटनास्थल पर पहुंचे परिवार के सदस्यों ने बताया कि दोनों भाई सूरत में साड़ी का व्यवसाय करते थे। लॉकडाउन के बाद में सूरत से तो वापस आ गए, लेकिन महीने भर से गांव में भी नहीं आए थे। इधर-उधर भटक रहे थे। दोनों भाइयों के पिता की कुछ समय पहले मौत हो गई थी। घटनास्थल से दूर सड़क पर बाइक भी मिलीए जिसकी नंबर प्लेट नहीं थी। पेड़ के नीचे पड़ी बाइक उनकी ही बताई जा रही है। गौरतलब है कि प्रथम दृष्टया सूरत में साड़ी के व्यापार में कुछ हेराफेरी होने पर दोनों भाई छिपते फिर रहे थे। हालांकि आत्महत्या के कारणों की जांच होने के बाद ही पता चल पाएगा।