शराब के नशे के आदी एक व्यक्ति ने मारपीट कर पत्नी को घर से बेदखल कर दिया, जिससे 6 माह की दुधमुंही बच्ची के पालन पोषण पर संकट खड़ा हो गया। नशे में धुत पिता मासूम बच्ची को गोद में लेकर कांकरोली में घूम रहा था। कांकरोली थाने के हैड कांस्टेबल निर्भयसिंह ने तत्काल चाइल्ड लाइन को सूचना दी। फिर चाइल्ड लाइन की टीम ने बच्ची को नशेड़ी पिता से रेस्क्यू कर ले लिया और उसे बाल कल्याण समिति अध्यक्ष कोमल पालीवाल के समक्ष पेश किया, जहां से उसे शिशु गृह में प्रवेश दिलाया गया।
यह निर्दयी पिता खमनोर निवासी बताया जा रहा है, जो नशे का आदी है। जो मासूम बच्ची को लेकर कांकरोली क्षेत्र में घूमते पाया गया। इस पर 1098 पर कॉल कर चाइल्ड लाइन टीम को सूचना दी। इस पर अनिता वैरागी व रेशमा परवीन द्वारा रेस्क्यू किया गया। नन्हीं बालिका को बाल कल्याण समिति के अध्यक्ष कोमल पालीवाल, सदस्य बहादुरसिंह चारण, हरजेन्द्र सिंह चैधरी, सीमा डागलिया तथा रेखा गुर्जर के समक्ष प्रस्तुत किया गया, जहां से बालिका को शिशुगृह में आश्रय प्रदान किया गया।
अध्यक्ष पालीवाल ने बताया कि वर्तमान में शिशुगृह में तीन नन्हीं बालिकाएं है, जिनकों आश्रय दिया गया है। शिशुगृह के समन्वयक प्रकाश सालवी को निर्देशित किया गया कि बालिकाओं के स्वास्थ्य निरीक्षण व पूर्ण सुविधाएं प्रदान करे। विदित रहे कि समन्वयक के द्वारा विगत लम्बे समय से शिशुगृह का सुव्यवस्थित संचालन किया जा रहा है। राजसमन्द जिले में दो श्रेणी के आश्रय स्थल है, जिसमें एक बालिकागृह स्थित है, जिसकी परिवीक्षा अधिकारी सरोज उपाध्याय है, जहां पर भी बाल कल्याण समिति के आदेश से 14 बालिकाओं को आश्रय प्रदान किया गया है। बालिकागृह में बालिकाओं के शिक्षाए स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जाता है तथा बाल कल्याण समिति के द्वारा भी समय.समय पर इसका निरीक्षण भी किया जाता है। शिशुगृह में नन्हीं शिशु बालिका के टीकाकरणए प्रोटीन युक्त भोजनए स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखा जा रहा है एवं समय समय पर इसका बाल कल्याण समिति के द्वारा निरीक्षण किया जाता है। बालिका को सुपुर्द करने के दौरान सहयोगी श्रीमती मोना नन्दवाना एवं कमल देराश्री भी उपस्थित रहे है।