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Dog attack : कुत्तों के जानलेवा हमले, राह चलते लोगों पर अटैक, क्या करें और जिम्मेदार कौन ?

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Dog attack : शहर हो या गांव। इन दिनों कुत्तों के हमले काफी बढ़ गए हैं, जिससे न सिर्फ आम लोगों में हमलावर कुत्तों से डर व दहशत है। खास तौर से बच्चों व वृद्धजनों के लिए बड़ी मुसीबत खड़ी हो गई है। राजसमंद शहर के साथ जिलेभर में कई घटनाएं घटित हो चुकी है। खास तौर से नाथद्वारा शहर की बात करें, तो एक ही दिन में 14 लोगों को काट दिया, जिसमें स्थानीय लोगों के साथ श्रीनाथजी के दर्शन के लिए आए वैष्णवजन भी शामिल है। इसके बावजूद जिम्मेदार महकमे के अधिकारी सबकुछ जानकर भी अनजान बने हुए हैं और कुत्तों के हमले लगातार बढ़ते जा रहे हैं। सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इन कुत्तों से आमजन को राहत कब मिल पाएगी।

Danger from dog bites : राजसमंद शहर में राजनगर से कांकरोली तक सड़कों पर कुत्तों का जमावड़ा लगा रहता है। खास तौर से कोई भी राहगीर या वाहन चालक गुजरे, तो उन पर लपक पड़ते हैं। उस वक्त अगर कोई डर कर भागने लगा, तो कुत्ते उनके पीछे ही पड़ जाते हैं। इस कारण राजसमंद शहर के राजनगर में 8 वर्षीय बच्ची को काट दिया, जबकि कांकरोली क्षेत्र में 8 दिसंबर को कुत्ते के लपकने से गिरे वृद्धजन को चोटिल कर दिया। इसके अलावा दुपहिया व चार पहिया वाहन भी शहर के किसी गली मोहल्ले से गुजरते हैं, तो कुत्ते भोंकते हुए हमले कर रहे हैं। यही स्थिति आमेट, देवगढ़ शहर से लेकर भीम के भी हालात बने हुए हैं।

नाथद्वारा में एक ही दिन में 14 लोगों को काटा

नाथद्वारा शहर में कुत्तों ने एक दिन में 14 लोगों को काट दिया। माणक चौक में कुत्तों के हमले से लोगों में अफरा-तफरी मच गई। सोमवार रात को 7 से 8 बजे के बीच पूरी घटना का CCTV वीडियो भी सामने आया है। 2 महिला व 12 पुरूष है। नाथद्वारा हॉस्पीटल में यशवंत (68) पुत्र मोहन लाल, लोकेश (57) पुत्र पन्नालाल, हिमांशी (17) पुत्र गमेर सिंह, नरोत्तम (64) पुत्र गोपी लाल, भरत (50) पुत्र काशीनाथ, जिगर (46) पुत्र हरि वल्लभ निवासी बड़ौदा सहित 14 जनो ने हॉस्पीटल पहुंच कर इलाज करवाया।

5 दिनों से 50 से अधिक डॉग बाइट के मामले

नाथद्वारा के सरकारी अस्पताल के डॉक्टर विनोद कुमार ने बताया कि श्वान काटने के सोमवार को एक साथ 14 मामले आए है। सभी की मरहम पट्टी कर इन्हें एंटी रेबीज के इंजेक्शन लगाए गए। पिछले 5 दिनों से 50 से अधिक डॉग बाइट के मामले सामने आए। डॉक्टर विनोद कुमार ने बताया कि 5 दिसंबर को कुत्ते के काटने के 23 मामले, 6 दिसंबर को 13 मामले, 7 तारीख को 8 मामले, 8 दिसंबर को 6 व 9 तारीख को 14 मामले दर्ज किए गए है। नाथद्वारा में श्रीनाथजी दर्शन के लिए आ रहे श्रद्धालुओं पर आए दिन कुत्ते हमले कर रहे हैं। कई वाहनों के पीछे भी दौड़ पड़ते हैं। यह घटनाएं अब आम हो चुकी है, लेकिन नगर निकाय से लेकर प्रशासन तक का कोई ध्यान नहीं है। लोगों पर हमला करने वाले कुत्तों को पकड़ने के लिए न तो नगरपालिका द्वारा कोई प्रयास किए जा रहे हैं और न ही पशुपालन व वन विभाग गंभीर है।

Fatal Dog Attack : अस्पतालों में आ रहे डॉग बाइट के केस

Fatal Dog Attack : राजसमंद शहर से लेकर जिलेभर में आए दिन लोगों पर कुत्ते के हमले के मामले सामने आ रहे हैं। इस कारण आरके जिला चिकित्सालय से लेकर नाथद्वारा अस्पताल में भी रोजाना केस आ रहे हैं। फिर भी नगरपरिषद राजसमंद, नगरपालिका नाथद्वारा, पशुपालन विभाग एवं वन विभाग द्वारा कोई एक्शन नहीं लिया गया है। इस कारण आमजन में प्रशासन के प्रति असंतोष व्याप्त है। कुत्तों के आतंक से न केवल स्थानीय लोगों में, बल्कि आमजन में खौफ है। कुत्ते के काटने के रोज 5-7 मामले अस्पताल में सामने आ रहे है। सिरोही जिले के अस्पतालों की स्थिति देखी जाए, तो 1 जनवरी से 30 अक्टूबर 2024 तक करीब 3375 कुत्ते के काटे लोग इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे।

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Treatment for Dog Bite : कुत्ते के काटने पर रेबीज का खतरा

Treatment for Dog Bite : चिकित्सा विशेषज्ञ बताते हैं कि कुत्ते के काटने पर 3 से 5 इंजेक्शन लगाए जाते हैं। कुत्ते के काटने से उसके दांत त्वचा के अंदर धंस जाए व खून निकले, तो शरीर में कई तरह के बैक्टीरिया फैलने का खतरा रहता है। ज्यादा जख्म होने पर रेबीज इम्युनोग्लोबिन दिया जाता है। यह इंजेक्शन जख्म के आस पास लगाया जाता है, ताकि बैक्टीरिया को कंट्रोल किया जा सके। कुत्ते का काटना इसलिए भी खतरनाक है, क्योंकि भविष्य में इसकी वजह से रेबीज जैसी जानलेवा बीमारी का खतरा भी बढ़ जाता है। इसलिए तत्काल उपचार ही बचाव है।

Dog Attacks in Rajasthan : राजस्थान में कई हो चुके हमले

Dog Attacks in Rajasthan : प्रदेश के सिरोही जिले में करीब 2 माह पहले घर के बाहर खेल रहे तीन साल के बच्चे पर कुत्ते ने हमला कर उसके गाल को काट खाया। घटना कालंद्री के सिरोड़ की गांव में हुई। बच्चे के पिता मनोज कुमार ने बताया कि बेटा प्रदीप घर के बाहर खेल रहा था। तभी वहां घूम रहे कुछ कुत्तों में से एक कुत्ते ने अचानक उस पर हमला कर दिया। प्रदीप के चेहरे को बायीं तरफ से कुत्ते ने नोच लिया। हाथ, पैर और गर्दन पर भी काट खाया, जिससे गहरे जख्म हो गए हैं। सिरोही जिले के सीएमएचओ डॉ. राजेश कुमार ने बताया कि सिरोही जिले में 1 जनवरी से 20 अक्टूबर 2024 तक कुल 3375 डॉग बाइट के केस सामने आए। इस तरह अस्पतालों में हर दिन औसतन 12 लोग कुत्ते के काटने का इलाज करवाने के लिए पहुंचे। कुछ ऐसी ही स्थिति अन्य जिलों की भी रही।

भरतपुर में बच्ची को 10 जगह नोंचा

प्रदेश के भरतपुर शहर के नदिया मोहल्ला में करीब तीन माह पहले कृष्ण मुरारी के घर से 50 मीटर दूर दुकान पर दूध लेने गई 5 साल की बच्ची पर 4 कुत्तों ने हमला कर दिया। कुछ सेकेंड में कुत्तों ने बच्ची के सिर, गर्दन, कमर व पैर सहित 10 जगह नोच लिया। वहां मौजूद एक युवक ने बच्ची को बचाया। 5 वर्षीय सुइता को तत्काल अस्पताल भर्ती कराना पड़ा। भरतपुर शहर में ऐसी कई घटनाएं हुई, जहां भी नगर निकाय द्वारा कुत्तों को पकड़कर जंगल में छोड़ा गया, मगर इस तरह की घटनाओं पर अंकुश नहीं लग पाया।

जोधपुर शहर में कुछ ऐसे ही हालात

जोधपुर शहर के लायकान के मोहल्ले में करीब 9 माह पहले एक युवती पर हमला कर दिया। 4 कुत्तों ने अटैक किया। युवती ने बैग से उन्हें भगाने का प्रयास भी किया, लेकिन 4 कुत्तों ने झपट कर उसे जमीन पर गिरा दिया। उसके घुटने के पास कुत्ते ने काट लिया। इसके बाद उसके चिल्लाने की आवाज सुनकर गली के लोग आए तो कुत्ते भाग गए। युवती हैरिटेज होटल में काम करती थी। तत्काल उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उपचार करवाया। ऐसी घटनाएं जोधपुर शहर में भी आए दिन हो रही है।

धौलपुर में मासूम बच्ची पर कुत्ते का अटैक

धौलपुर जिले में सैंपऊ उपखंड क्षेत्र के मढ़ा गांव में दो बच्चियां सिमरन (8) पुत्री सोनू व डॉली (5) पुत्री लोकेश शर्मा घरों के बाहर खेल रही थी, तभी कुत्ते ने हमला कर दिया और बुरी तरह से कई जगह काट दिया। हमले के बाद कुत्ता मौके से भाग गया, जिसने गांव के दूसरे युवक निजामुद्दीन पुत्र मुनीरा खान सहित एक और युवक को काट लिया था। बाद में दोनों बच्चियों का सैंपऊ चिकित्सालय में उपचार करवाया।

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