Dr. Kirodilal Meena मंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं। फिलहाल मीणा भजनलाल सरकार में कृषि व ग्रामीण विकास मंत्री है। डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने लोकसभा चुनाव के नतीजों के बाद सचिवालय व कृषि भवन के दफ्तर में नहीं गए हैं। ऐसे में अटकलें लगाई जा रही है कि किरोड़ी लाल मीणा जल्द ही मंत्री पद से इस्तीफा दे सकते हैं। जानकारी के अनुसार मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने सरकार गाड़ी को भी छोड़ दिया हैं। साथ ही कामकाज से दूरी बना ली। बताया जा रहा है कि इस्तीफा भी तैयार बस उसे भजनलाल सरकार में अभी तक नहीं भेजा है। जो कि दो तीन दिन मे भेजा जा सकता है। हालांकि डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने इस मुद्धे पर अपनी ओर से कोई टिप्पणी नहीं की है।
Rajasthan news : लोकसभा चुनाव में की घोषणा 7 सीटों पर बीजेपी हारी तो इस्तीफा
Rajasthan news : कृषि व ग्रामीण विकास मंत्री डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने लोकसभा चुनाव के दौरान घोषणा की थी कि दौसा लोकसभा सीट से अगर बीजेपी प्रत्याशी हारता है तो वो इस्तीफा दे देंगें। उन्हाेंने कहा था की प्रधानमंत्री ने उन्हें 7 सीटों की जिम्मेदारी दी हुई है। यहां हारे तो मंत्री पद से इस्तीफा निश्चित। लोकसभा चुनाव नतीजे बीजेपी के अनुकूल नहीं आए। बीजेपी दौसा सीट के साथ करौली, धौलपुर, टोंक, सवाईमाधोपुर व भरतपुर सीट पर भी हार गई। Dr. kirodilal Meena Resign
BJP News : सोशल मीडिया पर की पोस्ट
BJP News : लाेकसभा के नतीजों के दौरान अपनी सीटें हारते देख किरोड़ी लाल मीणा ने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि रघुकूल रीत सदा चली आई, प्राण जाइ पर वचन न जाइ । इन संकतों से अनुमान है कि किरोड़ी लाल अपने की हुई घोषणा से पीछे नहीं हटेंगें। जानकारी के मुताबिक इतनी बड़ी घोषणा के पीछे कुछ सियासी कारण भी है। कांग्रेस सरकार के दौरान किरोड़ी लाल मीणा ने कई मुद्धे उठाए। धरना प्रदर्शन किया। जब किरोड़ी लाल मीणा सांसद रहते हुए चुनाव लड़े तो देखा जा रहा था कि उन्हें भाजपा सरकार में कोई बड़ा पद मिल सकता हैं। मगर ऐसा नहीं हुआ। साथ ही अभी के लोकसभा चुनाव में उनके भाई जगमोहन मीणा ने बीजेपी से टिकट मांगा था। मगर उनकी जगह कन्हैयालाल मीणा को टिकट दिया गया। जो कि दौसा लोकसभा सीट से बड़े अंतर से हारे।
BJP Rajasthan Breaking : सीएम सुलझा सकते हैं मामला
BJP Rajasthan Breaking : मंत्री किरोड़ीलाल मीणा अगर सीएम भजनलाल शर्मा को इस्तीफा सौंपते हैं और वो उसे नामंजूर कर देते है तो इसका समाधान हो सकता है। देखा जा रहा है कि इस मामले को CM भजनलाल शर्मा ही सुलझा सकते हैं। साथ ही ऐसा करने से किरोड़ी लाल मीणा का वचन भी कटिबद्ध रह जाएगा। साथ ही विपक्ष को भी सवाल उठाने का मौका नहीं मिलेगा।