कुंभलगढ़ क्षेत्र के ग्रामीण क्षेत्र में रात्रिकालीन भ्रमण के दौरान पर्यटकों से भरी जिप्सी पलटने से चालक गंभीर रूप से घायल हो गया। यह गनीमत रही कि पर्यटकों को कोई चोटे आई नहीं आई। क्योंकि जैसे ही जिप्सी पलटने वाली थी, उससे पहले ही जिप्सी में सवार आधा दर्जन पर्यटकों ने छलांग लगाकर खुद को सुरक्षित कर दिया।
पुलिस के अनुसार अनलॉक गाइडलाइन के बाद कुुभलगढ़ क्षेत्र की वादिया हरियाली होने के साथ ही भ्रमण के लिए पर्यटक आने लगे हैं। इससे लंबे समय से सूनी पड़ी होटलों में भी रौनक लौट आई है। इसके तहत कुंभलगढ़ में वेरो का मठ मार्ग पर पर्यटकों को भ्रमण करवाकर लौट रही जिप्सी चढ़ाई में अचानक अनियंत्रित हो गई, जिससे भांपकर उसमें सवार सभी पर्यटक कूद गए और अपने आपको को सुरक्षित कर लिया। हादसे में चालक नाथद्वारा निवासी चैनसिंह केबिन में स्टेरिंग के पास फंस गया, जिससे जिप्सी पलटने के बाद वह उसमें दब गया। बाद में पर्यटकों ने उसे बाहर निकाला। बाद में उसे तत्काल हीरालाल देवपुरा राजकीय सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र केलवाड़ा ले गए, जहां प्राथमिक उपचार किया गया। उसके गंधे में गंभीर चोट आई है, जिससे उसे उदयपुर रेफर कर दिया गया।
रात में जिप्सी संचालन पर रोक
कुंभलगढ़ क्षेत्र में जंगली क्षेत्र होने एवं वन्यजीवों की चहलकदमी से लोगों का सफर जोखिमभरा है। इसीलिए प्रशासन द्वारा रात्रिकालीन जिप्सी संचालन पर रोक लगा रखी है। इसके बावजूद कतिपय जिप्सी संचालक रात में अवैध रूप से जिप्सी का संचालन कर रहे हैं। हालांकि लंबे समय तक लॉकडाउन रहने और जंगल सफारी बंद होने के बाद जिप्सी संचालकों के लिए घर गुजारे पर संकट खड़ा होने लगा है। इस कारण ग्रामीण क्षेत्र में जिप्सी का संचालन कर पर्यटकों को भ्रमण करवा कर घर गुजारा चला रहे हैं।