एक सरकारी स्कूल में क्षतिग्रस्त टैंक में हाथी गिर गया। हुआ यूं कि विश्राम कराने के लिए महावत सरकारी स्कूल परिसर में हाथी को लेकर गए। यहां हाथी का पैर टैंक पर पड़ते ही उसका ढक्कन अंदर धंस गया। जिससे हाथी बूरी तरह से अंदर फंस गया। सूचना पर बड़ी मात्रा में लोग एकत्रित हो गए। तीन घंटे के मशक्कत के बाद हाथी को बाहर निकाला।
यह मामला राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के धरियावद क्षेत्र का है। बिलड़िया-भणावता के स्कूल में हाथी को बचाने के लिए ग्रामीणों की भीड़ लग गई। करीब 7 फीट गहरे टैंक में फंसे हाथी को निकालने के लिए कवायद शुरू हुई। लगभग 3 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद हाथी को बाहर निकाला जा सका। टैंक के आसपास JCB से खुदाई करनी पड़ी, तब उसे निकाला जा सका।
धरियावद के भनावता के सरकारी स्कूल में विश्राम के लिए महावत हाथी को लेकर पहुंचा। 2008 में बने रेन वाटर हार्वेस्टिंग का टैंक का एक हिस्सा टूटा हुआ था। हाथी इसके ऊपर से गुजरा तो वह और टूट गया। उसके दोनों पांव करीब 7 फ़ीट गहराई में फंस गए। उसने बाहर निकलने की खूब कोशिश की, पर सफलता नहीं मिली। इस दौरान महावत ने ग्रामीणों से मदद गुहार लगाई। ग्रामीणों ने JCB मशीन बुलवाई। इसके बाद JCB की मदद से वहां खुदाई कराई गई।
ग्रामीणों की मौजूदगी में लगभग 3 घंटे के रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद हाथी को मोटी रस्सियों के सहारे बाहर निकाला जा सका। ग्रामीणों ने हाथी के बाहर निकलने पर तालियां बजाकर एक-दूसरे को बधाई दी। हालांकि इस दौरान टैंक टूटने की वजह से हाथी के अगले पांव में चोट भी लग गई। बाहर निकलने के बाद महावत ने प्राथमिक उपचार किया।