Explosion in the House : एक मकान में कतिपय लोगों ने डिटोनेटर व बारूद लगाकर विस्फोट कर दिया, जिससे मकान में दरारें पड़ गई, तो पूरा मकान ही जर्जर हो गया। घटना के बाद नामजद रिपोर्ट थाने में दी, तो पुलिस ने एफआईआर दर्ज करने के साथ ही फोरेंसिक टीम को मौके पर बुला लिया। विस्फोट करने संबंधी साक्ष्य जुटाए और घटना स्थल का बारीकी से निरीक्षण किया जा रहा है।
Bhim Police Sataion : भीम थाने के सहायक उप निरीक्षक नरेंद्र सिंह ने बताया कि बरार निवासी मिश्रीलाल पुत्र पन्नालाल महाजन ने 20 जुलाई को भीम थाने में बरार निवासी हरीश कुमार पुत्र बाबूलाल नाई के खिलाफ रिपोर्ट दी। बताया कि 30 अगस्त 1972 को उसने व उसके भाइयों ने सामलाती भूमि खरीदी, जहां मकान व चार दुकाने बनी हुई है। पिछले पचास वर्षों से वो काबिज है, मगर 19 जुलाई रात एक बजे आरोपी ने कुछ अन्य आरोपियों के सहयोग से जबरन घर में घुसकर बारूद व डिटोनेटर लगाकर विस्फोट कर दिया, जिससे पूरा मकान जर्जर व क्षतिग्रस्त हो गया। मुख्य दरवाजा भी चोखट से निकला पड़ा है, जबकि अंदर भी मकान पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया। आरोपी पहले भी उसके मकान पर कब्जा करने का प्रयास कर रहा था। विस्फोट करने पर आरोपी को टोकने पर लड़ाई झगड़ा करते हुए धमकाने लग गया। मकान क्षतिग्रस्त होने से उसे काफी नुकसान हुआ है। पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए सभी पहलुओं पर गहन जांच शुरू कर दी। इसके तहत मंगलवार को राजसमंद से फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची और विस्फोट में प्रयुक्त सामग्री के साक्ष्य जुटाए गए हैं और पूरे मकान का गहन परीक्षण व अवलोकन किया गया।
Rajsamand Police : सभी पहलू से जांच
Rajsamand Police : विस्फोट कर मकान को क्षतिग्रस्त करने का प्रकरण दर्ज हुआ था। उसी की जांच के तहत फोरेंसिक टीम मौके पर आई है और विस्फाेट के साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं और सभी पहलुओं पर गहन जांच की जा रही है।
नरेंद्र सिंह, सहायक उप निरीक्षक पुलिस थाना भीम
Crime News : मुझ पर लगाए सभी आरोप झूठे
मुझ पर मकान में विस्फोट करने के आरोप झूठे और बेबुनियाद है। वह मकान मेरा व मेरे परिवार के अन्य सदस्यों के नाम है, लेकिन मिश्रीलाल द्वारा साजिश के चलते झूठी रिपोर्ट दी। इस जमीन को लेकर उपखंड मजिस्ट्रेट भीम में मामला विचाराधीन है। ढाई से तीन साल से प्रकरण चल रहा है। मकान में उसके द्वारा कोई ब्लास्टिंग की है, जबकि मिश्रीलाल द्वारा ही खुद ही सीमेंट का गोदाम बंद कर रखा है और मकान का ताला भी उनका ही लगा हुआ है और पूरा मकान पहले से जर्जर है। इस प्रकरण की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए।
हरिश कुमार नाई, बरार