Fake ragistry https://jaivardhannews.com/fake-registry-of-plot-on-municipal-chairman-fir/

मोहित माहेश्वरी @ देवगढ़ राजसमंद

Fake Registry : शहर में बेशकीमती भूखंड की फर्जी रजिस्ट्री करने के आरोप को लेकर नगरपालिका अध्यक्ष, ठेकेदार सहित चार लोग कठघरे में आ गए हैं। देवगढ़ नगरपालिका अध्यक्ष शोभालाल रेगर सहित चार लोगों के खिलाफ पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए सभी पहलुओं पर गहन जांच शुरू कर दी। फिलहाल अध्यक्ष शोभालाल ने इस पूरे मामले से अनभिज्ञता व्यक्त की है, जबिक Rajsamand Police ने तहकीकात शुरू कर दी। राजसमंद जिले के देवगढ़ शहर में मेवाड़ा कृषि फार्म की फर्जी रजिस्ट्री करवा हड़पने के आरोप को लेकर पुलिस ने FIR दर्ज की है।

पुलिस के अनुसार देवगढ़ निवासी चंद्रपकाश मेवाड़ा पुत्र रमेशचंद मेवाड़ा निवासी देवगढ़ थाने में रिपोर्ट दी। बताया कि उसके दादा कालू पुत्र हरिंग कलाल की खरीद शुदा कृषि भूमि वर्तमान में खसरा नंबर 1714 रकबा 0.2800 हैक्टेयर भूमि, पूर्व खसरा नंबर 1458 रकबा 1.06 भूमि जो इकरार के द्वारा 15 मई 1977 को खरीदी। तब से इस जमीन पर चंद्रप्रकाश मेवाड़ा के पिता रमेशचंद्र एवं उनकी मृत्यु के बाद उनके परिवार के लोगो का स्वामित्व चला आ रहा है। रिपोर्ट में बताया कि उस जमीन पर प्रार्थी की चारदीवारी, टीनशेड निर्माण किए हुए हैं एवं यहां पर बिजली कनेक्शन भी है। रिपोर्ट में बताया कि भूमि के राजस्व खातेदार विठ्ठल भाई पुत्र उम्मेद भाई एवं चंद्र भाई पुत्र उम्मेद भाई है। उक्त भूमि पूर्व में उम्मेद भाई की पत्नी इच्छा बाई ने रजिस्टर्ड बक्शीश के बाद इकरार के द्वारा बक्शीशकर्ता से प्रार्थी के दादा को बेचीं है। रिपोर्ट में बताया कि इस जमीन पर कुछ भू माफिया की नजर थी, जिसको लेकर 3 दिन पूर्व 17 मार्च को नगरपालिका अध्यक्ष शोभालाल रेगर, ठेकेदार जयसिंह ने प्रार्थी चंद्रप्रकाश को पालिका कार्यालय में बुलवा कर कहा कि यह जमीन हमने खरीद ली और यहां से तुरंत कब्जा खाली कर लीजिए, वरना जेसीबी से कब्जा हटा देंगे।

इसके बाद उसी रात ठेकेदार जयसिंह एवं हरदेव गुर्जर के साथ कुछ लोग आए और उस जमीन से कब्जा हटाने का बलपूर्वक प्रयास किया एवं कागज़ात मांगने पर उन्होंने जमीन की नकल दिखाई, जिसमे 5 मार्च 2024 को जमीन खरीदना बताया। इसमें खरीददार जयसिंह पुत्र लक्ष्मण सिंह राजपूत निवासी देवगढ़, हरदेव पुत्र मिठू गुर्जर निवासी पितामपुरा, थाना देवगढ़ के नाम बताई गई, जिसमें गवाह के रूप में सोहन गुर्जर पुत्र नंदलाल गुर्जर निवासी देवगढ़ एवं नगरपालिका अध्यक्ष शोभालाल रेगर पुत्र घीसूलाल रेगर निवासी देवगढ़ के हस्ताक्षर है। रिपोर्ट में बताया कि चंद्र भाई एवं विठल भाई निवासी गोदादरा, सूरत गुजरात के दो व्यक्ति आपराधिक षड़यंत्रपूर्वक मिलीभगत कर लेकर आए एवं उस जमीन का देवगढ़ तहसील में रजिस्टर्ड पंजीयन करना बताया, जबकि वास्तविक खातेदार चंद्रभाई की मृत्यु अमेरिका में हुई एवं 25 वर्षो से वे अमेरिका में ही रह रहे थे और विट्‌ठल भाई अहमदाबाद में रहते थे, जिनकी मृत्यु भी वहीं पर वर्ष 1980 में हुई थी। मृत्यु के समय विट्‌ठल भाई की उम्र 50 वर्ष थी और चंद्र भाई की उम्र करीब 85 वर्ष थी। मरे हुए लोगों के नाम पर दस्तावेज तैयार कराए, जबकि भौतिक कब्जा प्रार्थी एवं पूर्वं में इकरार बेचान प्रार्थी के दादा के बीच हो रखा है। इस पर पुलिस ने जमीन हड़पने की नियत से फर्जीदस्तावेज तैयार कर धोखे से रजिस्ट्री करने का प्रकरण दर्ज किया गया। पुलिस ने धारा 420, 467, 468, 471, 120 बी के तहत प्रकरण दर्ज किया। अब प्रकरण की जांच उप निरीक्षक प्रतापसिंह द्वारा की जा रही है। Rajsamand police ने एफआईआर दर्ज होने के बाद विस्तृत अनुसंधान शुरू कर दिया है।

पालिकाध्यक्ष बोले- मैं इस मामले से अनभिज्ञ हूं

फिलहाल तो मैं इस पूरे मामले से अनभिज्ञ हूं। मैं किसी काम को लेकर तहसील कार्यालय में गया था, जहां पर रजिस्ट्री कराने आए जानकार क्रेता के विश्वास पर गवाही दी। इससे ज्यादा वे इस मामले में कुछ नहीं जानते हैं और न ही इस मामले से उनका कोई लेना देना है। पुलिस जांच में सब स्पष्ट हो जाएगा।

शोभालाल रेगर, अध्यक्ष नगरपालिका देवगढ़

पुलिस कर रही सभी पहलुओं पर जांच

कृषि भूमि की फर्जी रजिस्ट्री के आरोप को लेकर प्रकरण दर्ज हुआ है। फर्जी दस्तावेज तैयार कर षड़यंत्रपूर्वक रजिस्ट्री के आरोप हैं। अब पुलिस द्वारा हर एक पहलू की गहन जांच की जाएगी। पुलिस अनुसंधान पूरा होने पर ही वास्तविकता सामने आ पाएगी कि आखिर सच्चाई क्या है।

प्रतापसिंह, द्वितीय थाना प्रभारी, पुलिस थाना देवगढ़