राजसमंद। फर्जी दस्तावेज पेश कर नौकरी प्राप्त करने वाली शिक्षिका के मामले में राजनगर पुलिस ने महिला शिक्षिका को फर्जी डिग्री उपलब्ध कराने वाले आरोपी को भी गिरफ्तार कर लिया है। मामले को लेकर छानबीन में जुटी पुलिस द्वारा गिरफ्तार की गई राबाउप्रावि पातुसरी जिला झुंझुनूं शिक्षिका इन्द्रा खुंगर से फर्जी डिग्रियों के बारे में पूछताछ की गई। धारा 27 साक्ष्य अधिनियम की सूचना के तहत की गई पूछताछ में शिक्षिका ने फर्जी डिग्री की मार्कशीट उसके जीजा एडवोकेट जोधासिंह व बहन सुनीता भाटी द्वारा प्रदीप कुमार सहारण (32) पुत्र रामदयाल सहारण जाट निवासी संपत नगर रोडावली थाना हनुमानगढ जंक्शन जिला हनुमानगढ़ से मिलकर धोखे से चन्द्रमोहन झा यूनिवसिर्टी मेघालय से बनवाकर दिए जाने के बारे में बताया।
थानाधिकारी डॉ. हनवंतसिंह राजपुरोहित ने बताया कि आरोपी महिला शिक्षक के बताए अनुसार जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी, एसपी शिवलाल बैरवा एवं डीएसपी बेनीप्रसाद मीणा के निर्देशन में थानाधिकारी डॉ. राजपुरोहित के नेतृत्व में उसनि कालूराम, कोंस्टेबल वीरेन्द्र, सुभाष, महिला कोंस्टेबल निर्मला टीम का गठन किया गया। टीम आरोपी शिक्षिका के साथ उसके जीजा व बहन के घर हनुमानगढ़ पहुंची। इसके बाद टीम फर्जी मार्कशीट उपलब्ध कराने वाले आरोपी प्रदीप कुमार सहारण की तलाश के लिए दिल्ली पहुंची। जहां पर एक रात व एक दिन गहन तलाश के बाद आरोपी प्रदीप सहारण को सेक्टर 24 रोहिणी थाना बेगमपुर से गिरफ्तार किया गया। मामले को लेकर पुलिस द्वारा जांच जारी है।
यूं बनाते थे फर्जी डिग्री व मार्कशीट
पुलिस द्वारा पूछताछ के दौरान फर्जी डिग्री उपलब्ध कराने वाले आरोपी प्रदीप सहारण से बताया कि वर्ष 2010-13 तक हनुमानगढ में दुर्गा कॉलोनी में पाईनियर क्लासेज सेंटर नाम से कोचिंग सेंटर चलाता था। जहां पर शिक्षिका का जीजा एडवोकेट जोधासिंह आता-जाता रहता था। इसी बीच दोनों दोस्त बन गए और वो भी जोधासिंह के घर आने-जाने लगा। आरोपी प्रदीप सहारण व एडवोकेट जोधासिंह दोनों हनुमानगढ़ के आस-पास के लोगों को 20-15 व 50 हजार रुपए लेकर सीएमजे यूनिवर्सिटी से फर्जी डिग्री व मार्कशीट लाकर देते थे। इस काम में दोनों को 5 से 20 हजार रुपए का कमिशन मिलता था। वर्ष 2012 के सितम्बर-अक्टूबर माह में शिक्षिका के जीजा जोधासिंह व बहन सुनीता भाटी ने प्रदीप सहारण को अपने घर बुलाया। जोधासिंह ने अपनी साली शिक्षिका इन्द्रा खुंगर को बीए की मार्कशीट की जरूरत होने के बारे में बताते हुए प्रदीप सहारण को 25 हजार रुपए दिए। इसके बाद आरोपी प्रदीप सहारण ने करीब एक माह बाद चन्द्रमोहन झा यूनिवर्सिटी मेघालय से इन्द्रा खुंगर के नाम की बीए प्रथम, द्वितीय व तृतीय वर्ष की फर्जी मार्कशीट बनवाकर एडवोकेट जोधासिंह के ऑफिर में ही शिक्षिका बहन सुनीता भाटी व जोधासिंह के सामने शिक्षिका इन्द्रा खुंगर को दी।
अब तक 20-25 लोंगों को दे चुके फर्जी डिग्री व मार्कशीट
पूछताछ के दौरान आरोपी प्रदीप सहारण ने बताया कि उसने व एडवोकेट जोधासिंह ने करीब 20-25 लोंगों को कमिशन बेस पर चन्द्रमोहन झा यूनिवर्सिटी मेघालय से फर्जी डिग्रीयां एवं फर्जी मार्कशीट बनवा कर दी है। बताया कि इस पूरे खेल में शामिल आरोपी शिक्षिका का जीजा एडवोकेट जोधासिंह पूर्व में एनएमपीजी कॉलेज हनुमानगढ़ा का अध्यक्ष एवं जिला बाल कल्याण समिति हनुमानगढ़ का अध्यक्ष भी रह चुका है।