Farm Road Closed : खेतों पर जाने के रास्ता अवरुद्ध करने की समस्या आज किसी एक गांव, ढाणी की नहीं, बल्कि हर गांव ढाणी की है। रास्ता रोकने को लेकर ग्रामीण परेशान है, जिसकी सैकड़ों शिकायतें तहसील से लकर उपखंड कार्यालय व जिला कलक्टर कार्यालय तक लंबित है। एसडीएम व कलक्टर कोर्ट में भी कई प्रकरण विचाराधीन है, जबकि रास्ते से जुड़े ऐसे मामलों का निस्तारण अगर प्रशासन चाहे, तो समझाइश से आसानी से संभव है। पहली बार राजस्थान के जयपुर में जिला कलक्टर ने खेतों पर आवाजाही के रास्ते खोलने के लिए स्पेशल अभियान शुरू किया, जो वाकई आज की बहुत सख्त जरूरत है और राजस्थान के सभी जिलों में इस तरह का अभियान चलाने की जरूरत है। जयपुर में जिला कलक्टर ने अभियान की कार्ययोजना तैयार कर ली है, जो 15 नवंबर से शुरू होगा।
Jaipur Rural issue : जयपुर जिला कलक्टर डॉ. जितेन्द्र सोनी ने बताया ने मीडिया को बताया कि जनसुनवाई के दौरान सबसे ज्यादा समस्याएं गांवों, खेतों या ढाणियों में बंद रास्तों को खुलवाने की आ रही है। छोटे-छोटे विवाद के कारण रास्ते बंद है, जिससे ग्रामीणों को कई जगह लम्बा चक्कर लगाना पड़ता है। इसलिए इस समस्या के निस्तारण के लिए स्पेशल कार्ययोजना तैयार की है। अब खेतों पर आवाजाही के रास्ते खुलवाने के लिए 15 नवंबर से रास्ता खोलो अभियान शुरू करेंगे। इसके लिए राजस्व महकमे की खास भूमिका है, जिसमें पटवारी, तहसीलदार व उपखंड अधिकारी को खास निर्देश दिए गए हैं। इसके तहत प्रत्येक सप्ताह में न्यूनतम 3 रास्ता अवरुद्ध के प्रकरणों का निस्तारण करना ही होगा। इसके लिए पक्ष व विपक्ष से समझाइश करते हुए प्रकरण का निस्तारण करेंगे और ग्रामीणों की समस्या का निस्तारण करेंगे। रास्ता व जमीन विवाद की वजह से बढ़े अपराध भी घटित हो रहे हैं, लेकिन इसके समाधान को लेकर जिला कलक्टर जयपुर ने स्पेशल मुहिम शुरू की है, जिससे गांव ढाणी में अवरुद्ध खेतों पर जाने के रास्ते समझाइश के जरिए खुलवाए जाएंगे। साथ ही न्यायालय वाद दायर होने के बाद दोनों पक्षों को होने वाली क्षति के बारे में भी बताएंगे, ताकि न्यायालय में भी प्रकरण कम होंगे और ग्रामीणों की समस्याओं का भी त्वरित गति से निस्तारण हो सकेगा। Jaivardhan News
Open the way campaign : सरकारी रास्ते से हटाएंगे अतिक्रमण
Open the way campaign : जिला कलक्टर जयपुर द्वारा जारी निर्देश के तहत गांवों में सरकारी जमीनों पर अतिक्रमण हटाने व सरकारी जमीनों से गुजर रहे रास्तों को खुलवाने की कार्रवाई हाथोंहाथ की जाएगी। इसके लिए जरूरत पड़ने पर पुलिस जाब्ता भी साथ रहेगा, ताकि कोई अशांति फैलाने का प्रयास करें, तो उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई भी की जा सकें। गांवों में मुख्य बाजारों व सड़कों पर अतिक्रमण से हर समय यातायात जाम की समस्याएं हो रही है। इसे लेकर भी कई शिकायतें आ रही है। ऐसे प्रकरणों में निरन्तर बढ़ोतरी होने से लोगों को कोर्ट के भी चक्कर लगाने पड़ रहे है। इस पर जिला कलक्टर जयपुर की इस पहल के बाद सरकार पूरे प्रदेश के अन्य जिलों में भी इसे लागू करने की जरूरत है।
jaipur district collector ने एसडीएम की तय कर दी जिम्मेदारी
jaipur district collector : जयपुर जिला कलक्टर ने बताया कि इस अभियान के लिए सभी उपखंड के एसडीएम को जिम्मेदारी सौंपी है। इसके तहत उपखंड अधिकारी सप्ताह में एक बार तहसीलदार, थानाधिकारी, विकास अधिकारी के साथ रास्तों से सम्बन्धित प्रकरणों की समीक्षा करेंगे एवं रास्ता खोले जाने वाले रास्तों का चिन्हीकरण कर सप्ताह में कम से कम तीन रास्तों की समस्या का समाधान करेंगे। बंद रास्ते खुलवाए जाने के बाद खोले गए रास्तों पर मौके पर ही ग्रेवेल या सी.सी. रोड़ का निर्माण करवाना भी एसडीएम की जिम्मेदारी होगी। ताकि फिर से कोई रास्ते पर अतिक्रमण नहीं कर पाए। इस पूरे अभियान का नोडल ऑफिसर अतिरिक्त जिला कलक्टर (प्रथम) को बनाया है। फिर इसकी जिला कलक्टर द्वारा मॉनिटरिंग की जाएगी। साथ ही सप्ताह व माह में होने वाले राजस्व विभाग की बैठक में भी इस अभियान की समीक्षा की जाएगी।