Jiaivardhan News @ राजसमंद
खेत में बबूल के पेड़ से धोती का फंदा बनाकर एक किसान ने आत्महत्या कर ली। वह एक डेढ़ वर्ष से बेरोजगार था और आर्थिक तंगी के चलते वह काफी परेशान था। कुछ समय से अवसाद में रहा। किसान के आत्महत्या करने से अब 7 वर्षीय मासूम बच्चे के साथ पत्नी बेसहारा हो गई, जिसके घर गुजारे पर बड़ा संकट खड़ा हो गया है।
चारभुजा थाना प्रभारी टीना सोलंकी ने बताया कि झीलवाड़ा पंचायत के चदाणा की भागल में 34 वर्षीय गुमानसिंह चदाणा राजपूत बबूल के पेड़ से फंदे पर लटक गया। पुलिस की प्रथम दृष्टया जांच में वह कुछ समय से अवसाद में था और बेरोजगारी व आर्थिक तंगी की बात भी सामने आ रही है। घटना स्थल का मुआयना करने के साथ ही पुलिस ने क्षेत्रीय ग्रामीणों की मदद से पेड़ से लटके शव को नीचे उतारा। फिर पुलिस ने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र चारभुजा के मोर्चरी में रखवा दिया। बाद में पोस्टमार्टम करवा शव परिजनों को सौंप दिया गया। पुलिस ने आत्महत्या का प्रकरण दर्ज करते हुए अब समग्र पहलुओं पर गहन जांच शुरू कर दी।
मां-बेटे के गुजारे पर संकट
गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वाले परिवार में गुमानसिंह व पत्नी को नरेगा में भी रोजगार नहीं मिला। पहले से आर्थिक तंगी से जुझ रहे परिवार में गुमानसिंह के निधन के बाद अब पत्नी व बच्चे के गुजारे पर बड़ा संकट गहरा गया है। माली हालत ठीक नहीं होने से अब इस परिवार के गुसर बसर को लेकर बड़ा संकट खड़ा हो गया।