घर- परिवार में अनबन होना आम बात है, मगर क्या पिता की सख्ती का बदला बेटा उसकी हत्या कर लेगा, ऐसा तो कोई सोच भी नहीं सकता। लेकिन ऐसी ही एक हकीकत घटना राजस्थान के राजसमंद जिले में सामने आई, तो हर कोई व्यक्ति सिहर उठा। जिस पिता ने अंगुली पकडक़र चलना सिखाया, उसी बेटे ने पिता की निर्मम हत्या करवा दी। यह घटना है राजसमंद जिले में खमनोर थाना क्षेत्र के रावों की गुडली गांव की। 14 व 15 मई की दरमियानी रात को रावो की गुडली नमकीन व्यापारी भूरसिंह डुलावत की हत्या कर दी, जिनका शव 15 मई सुबह घर के आंगन में ही पड़ा मिला था।
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि रावों की गुडली में घर के आंगन में नमकीन व्यापारी भूरसिंह डुलावत का 15 मई को शव पड़ा मिला। दो दिन पहले ही दो बेटियों की शादी कर घर से विदा किया था। इस पर नाथद्वारा डीएसपी छगन पुरोहित, खमनोर थाना प्रभारी नवलकिशोर के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया। पुलिस की गहन तहकीकात में मृतक भूरसिंह डुलावत व उनके पुत्र राजूसिंह के बीच लंबे समय से चल रही अनबन व सम्पत्ति से बेदखल की बात सामने आई। इस पर पुलिस ने राजूसिंह को ही हिरासत में लेकर सख्ती से पूछताछ की, 15 लाख रुपए में सुपारी देकर हत्या करवाना कबूल कर लिया। इस पर पुलिस ने राजूसिंह डुलावत के साथ श्यामपुर, बेवर, जिला मैनपुरी, उत्तरप्रदेश हाल गणेशनगर हाइवे, इमरोई बाड़ी, अहमदाबाद निवासी रणजीतसिंह पुत्र राजपालसिंह चौहान और रामपुर, राजेपुर जिला फरूखाबाद, उत्तरप्रदेश हाल हीराबाड़ी, महावीरनगर अहमदाबाद निवासी रामनिवास पुत्र विरेंद्रसिंह सोमवंशी को गिरफ्तार कर लिया।
पांच माह पहले दी सुपारी
राजूसिंह उसकी बुआ का टेम्पो ड्राइवरी का कार्य करता है। वह उसके पिता की हत्या की साजिश पांच माह पहले ही रच ली थी। राजूसिंह की अहमदाबाद में रणजीत से मलाकात हुई, जिसकी कोरोनाकाल में आर्थिक तंगी हुई। इस पर राजूसिंह ने रणजीत को कहा कि वह उसके पिता की हत्या कर दी, उसे खूब पैसा देगा। इस पर रणजीत ने 20 लाख रुपए मांगे और फिर 15 लाख रुपए में तय हो गया। फिर राजूसिंह ने 44 हजार रुपए एडवांस भी दे दिए। फिर वह आरोपी रणजीत को लेकर 3 जनवरी 2022 को रावों की गुडली पहुंचा, जहां उसका घर व भौगोलिक स्थिति बताई। तब से वह मौका देख रहा था कि कब पिताजी अकेले गांव जाए और उसकी हत्या करवाएं।
बहनों की शादी का मौका देखा
राजूसिंह के दो बहनों की 12 मई को शादी तय हो गई। इस बीच हत्या के लिए रणजीतसिंह ने एक और साथी रामनिवास सोमवंशी को साथ ले लिया। एक बार दोनों को गांव भेजा, मगर तभी राजूसिंह ने वापस रोक दिया। फिर पिताजी द्वारा बहनों की शादी के बाद दुकान बेचने की बात कही, तो फिर राजूसिंह आवेश में आ गया और पिताजी की हत्या शादी के बाद करवाना तय कर लिया। 12 मई को दोनों बहनों की शादी के बाद 14 मई सुबह ही राजूसिंह ने कॉल कर रणजीत व रामनिवास को बुला लिया। घटना की रात को उसके पिताजी ने गांव के दोस्त गोपालसिंह व जेठुसिंह के साथ शराब पी और वे रात को घर के चौक में ही सो गए।
यह थी पुलिस टीम
थाना प्रभारी नवलकिशोर के साथ एएसआई शांतिलाल, हैड कांस्टेबल हरिसिंह, संदीप कुमार, हीराराम, दिनेशसिंह, उग्रसेन, बुधराम, नरेंद्र कुमार, नंदलाल, हरिराम व लीलाधर आदि शामिल है।
बेटे की हरकतों से खफा थे पिता
कथित तौर पर बेटे राजूसिंह द्वारा कुछ वर्ष पहले भी किसी युवती के पेट में चाकू घोंप दिया था। साथ ही राजूसिंह द्वारा अमदाबाद में लाखों रुपए कर्जा कर दिया, जिसका उसके पिता भूरसिंह ने भुगतान किया था। तब से भूरसिंह बेटे को अपने पैरो पर खड़ा करना चाहते थे और इसीलिए उसे अलग कर दिया और खुद कमा कर आत्मनिर्भर बनने के लिए छोड़ दिया।
2016 से अलग रहता था बेटा
राजूसिंह ने पुलिस को बताया कि उसके पिता भूर सिंह उससे काफी घृणा करते थे। इसलिए वह उसकी बुआ का टेम्पो में ड्राइवरी का कार्य कर रहा है। उसके पिताजी नमकीन की दुकान बेचने का प्लान बना रहे थे। वह 2016 से अहमदाबाद में किराए के मकान में अलग से रह रहा था। राजू ने पुलिस को बताया कि वह पहले किसी दुकान पर कार्य करता था, मगर पिता ने आकर सेठजी को बोल दिया कि वह बहुत बदमाश है, तो उसे नौकरी से हटा दिया। फिर उसने किराए की दुकान लेकर व्यवसायी शुरू किया, तब भी पिताजी ने दुकानदार को भडक़ाकर दुकान बंद करवा दी।
सम्पत्ति से बेदखल से उग्र हो गया बेटा
मृतक भूरसिंह डुलावत द्वारा उसके बेटे राजूसिंह को घर, जमीन जायदाद से बेदखल करने का एक इश्तिहार करीब चार पांच साल पहले ही अखबार में छपवा दिया था। तब से राजूसिंह की उसके पिता से घृणा बढ़ गई।
मां का रो- रोकर बुरा हाल
भूरसिंह की हत्या के बाद राजूसिंह की मां मीरादेवी की हालत बेसुध सी हो गई है। मां की रूलाई रोके नहीं रूक रही है। यही नहीं, ससुर भूरसिंह की हत्या व पति राजूसिंह की गिरफ्तारी होने से उसकी पत्नी दुर्गा कुंवर की हालत भी नाजुक है।