राजसमंद। राजसमंद झील के सिंचित क्षेत्रों में नहरों की मरम्मत का लम्बित काम अब पूरा होगा। राज्य सरकार ने 5 करोड़ 10 लाख रुपए की राशि मंजूर कर काश्तकारों की मांग पूरी कर दी है।
राजसमन्द विकास जनसंवाद कार्यक्रम में राजसमन्द झील के सिंचित क्षेत्रों के काश्तकारों ने विधानसभा अध्यक्ष डॉ. सीपी जोशी से नहरों के सुदृढीकरण की मांग की थी। झील की नहरों की मरम्मत के लिए जिला मिनरल फाउंडेशन ट्रस्ट द्वारा प्रथम चरण में 5 करोड़ 10 लाख रुपए की राशि स्वीकृत की है। कलेक्टर अरविंद पोसवाल ने बताया कि डीएमएफटी की राज्य स्तरीय कमेटी द्वारा जल संसाधन विभाग 28 करोड़ 25 लाख रुपए की तकनीकी प्रस्ताव भिजवाया गया। जिसके प्रथम चरण में पांच करोड़ दस लाख की वित्तिय स्वीकृति जारी की है।
विगत 10 वर्षो से झील से जुड़े काश्तकार नहरों की मरम्मत की मांग कर रहे थे। पुरानी नहरें जगह-जगह जर्जर अवस्था में होने से पानी का रिसाव हो जाता था इस कारण काश्तकारों को पर्याप्त पानी नहीं मिलता था। झील से नहरों के माध्यम से मोही, राज्यावास, भावा, मादड़ी, कुंवारिया सहित 42 राजस्व गांवों में सिंचाई की जाती है। नहरों की कुल लंबाई 200 किलोमीटर है। इसकी मरम्मत से काश्तकारों को लाभ मिलेगा। नहरों के सुदृढ़ीकरण कार्य से पानी के रिसाव को रोकने में मदद मिलेगी। शहरी क्षेत्रों से निकलती नहरों से होने वाले रिसाव से घरों में तथा सड़कों पर पसरते पानी से निजात मिलेगी।