लक्ष्मणसिंह राठौड़ @ राजसमंद
राजसमंद जिला मुख्यालय से करीब दस किमी. के फासले पर स्थित राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय नैनपुरिया, नमाना में पोषाहार खाने से अचानक एक दर्जन से ज्यादा छात्र छात्राएं बीमार हो गए। इससे स्कूल के साथ ही पूरे गांव में हड़कंप मच गया और अचानक अपने जिगर के टूकड़े के पेट दर्द तथा फूड पॉइजनिंग की शिकायत की सूचना मिलते ही परिजन भी आरके जिला अस्पताल पहुंच गए। इस दौरान कई परिजन रो पड़े, मगर बच्चों को ठीक स्थिति में देखकर राहत की सांस ली। उपचार करने के बाद चिकित्सकों ने सभी छात्रों को खतरे से बाहर बताया।
राजकीय उच्च प्राथमिक स्कूल नेनपुरिया में अक्षय पात्र फाउंडेशन संस्था द्वारा रोटी, आलू की सब्जी आदि पोषाहार पहुंचाया, जिसे सभी 85 छात्र छात्राओं ने खाया, जिनमें से 14 विद्यार्थियों को पेट दर्द की शिकायत के बाद अचानक बीमार हो गए। सभी छात्रों को स्कूल प्रशासन के शिक्षकों ने ही तत्काल निजी वाहन से आरके जिला चिकित्सालय पहुंचाया, जहां चिकित्सकीय टीम द्वारा तत्काल उपचार शुरू किया गया। फिलहाल सभी छात्रों की हालत खतरे से बाहर बताई जा रही है, मगर ऐतियात के तौर पर आवश्यक दवा देने के साथ ही कुछ देर आराम के लिए छात्रों को भर्ती किया गया।
गांव में हड़कंप, अस्पताल में लगा जमावड़ा
नेनपुरिया निवासी आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता पप्पुलाल कीर ने बताया कि नेनपुरिया विद्यालय में 14 छात्रों के फूड पॉइजनिंग की शिकायत के बाद पूरे नेनपुरिया गांव में हड़कंप मच गया। घटना के बाद नेनपुरिया व नमाना से दर्जनों ग्रामीण आरके जिला अस्पताल पहुंच गए। घटना की सूचना पर पुलिस की टीम भी जिला अस्पताल पहुंची और भौतिक हालात की जानकारी ली। हालांकि फिलहाल इस संबंध में न तो कोई प्रकरण दर्ज हुआ है और न ही कोई छात्र गंभीर स्थिति में है। सभी छात्र सामान्य व स्थिर हालत में है। हालांकि चिकित्सकीय देखरेख में रखने के लिए छात्रों को भर्ती किया गया है।
ग्रामीण पहुंच गए स्कूल, छात्रों को ले गए घर
पोषाहार खाने से एक दर्जन से ज्यादा छात्र छात्राओं के पेट दर्द की सूचना पूरे गांव में फैलने के बाद बड़ी तादाद में ग्रामीण स्कूल में पहुंच गए। नेपपुरिया स्कूल परिसर में सभी परिजन अपने अपने बच्चों को सलामत देख राहत की सांस ली, जबकि जिनके बच्चे बीमार थे और आरके जिला अस्पताल पहुंचा दिया, वे परिजन स्कूल में ही बिलख पड़े। बाद में वे सभी आरके जिला अस्पताल पहुंच गए। स्कूल में हड़कंप मच गया और जो छात्र स्वस्थ थे, उन छात्रों को परिजन विद्यालय में छुट्टी होने से पहले ही घर ले गए। एक दर्जन छात्रों के अस्पताल जाने के बाद परिजन अपने अपने बच्चों को घर ले गए।