लक्ष्मणसिंह राठौड़ @ राजसमंद
प्रदेश में दो दिवसीय वन रक्षक भर्ती परीक्षा से दो घंटे पहले ही प्रश्न पत्र का सॉल्व पेपर (आंसर की) बाजार में आ गए। खास बात यह है कि राजसमंद से सॉल्व पेपर लीक हुआ, जिसके मुख्य आरोपी को राजसमंद में गिरफ्तार कर लिया, जबकि सॉल्व पेपर प्राप्त करने वाले प्रदेशभर के 10 अन्य आरोपियों को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया।
एसओजी के इनपुट पर राजसमंद व दौसा पुलिस ने सबसे पहले कार्रवाई की और उसके बाद अब तक परीक्षा से उत्तर शीट खरीदने, परीक्षार्थी तक पहुंचाने और प्रश्न पत्र के वायरल होने की आशंका को लेकर दर्जनों संदिग्ध बदमाश पुलिस की रडार पर है। जयपुर, करौली, दौसा जिले में हिरासत में लिए गए आरोपियों को भी राजसमंद लाया जा रहा है और सभी आरोपियों से क्रॉस पूछताछ के बाद भी प्रश्न पत्र आउट होने का पूरा खुलासा हो सकेगा।
जिला पुलिस अधीक्षक सुधीर चौधरी ने बताया कि राजस्थान कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा 12 व 13 नवम्बर को प्रदेशभर में वन रक्षक भर्ती के लिए लिखित परीक्षा आयोजित की गई। पहले दिन 12 नवंबर को परीक्षा शुरू होने से करीब डेढ़ से दो घंटे पहले ही सॉल्व पेपर (आंसर की) राजसमंद जिले के रेलमगरा क्षेत्र में अजमेर विद्युत वितरण निगम के कार्मिक करौली निवासी दीपक शर्मा के पास पहुंचने की सूचना एसओजी ने राजसमंद पुलिस को दी। एसओजी के इनपुट पर तत्काल राजसमंद एएसपी शिवलाल के निर्देशन में रेलमगरा थाना प्रभारी भरत योगी द्वारा करौली जिले के जाखोदा, सपोटरा निवासी तकनीकी सहायक दीपक कुमार पुत्र नंदलाल शर्मा 132 केवी जीएसएस कॉलोनी दरीबा से पकड़ लिया। पुलिस की पूछताछ में दीपक ने सवाई माधोपुर जिले के गंगापुर सिटी निवासी पवन पुत्र श्यामलाल सैनी द्वारा सॉल्व पेपर भेजना बताया। साथ ही विद्युत निगम कार्मिक दीपक शर्मा ने लीक पेपर के सॉल्व उत्तर की शीट परिचित जाखोदा, सपोटा, करौली निवासी जितेंद्र कुमार सैनी, अजयपुरा, लालसोट जिला दौसा निवासी हेतराम मीणा को 6-6 लाख रुपए में बेचना प्रथम दृष्टया बताया। दीपक शर्मा ने पवन सैनी से यह उत्तर शीट 5 लाख रुपए में खरीदी थी। उत्तर शीट को पुलिस द्वारा मूल प्रश्न पत्र से मिलान किया गया, तो 62 प्रश्न हुबहू पाए गए, जिससे स्पष्ट है कि प्रदेश में कहीं न कहीं प्रश्न पत्र परीक्षा से पहले ही लीक हो गया, मगर अभी तक पुलिस को यह स्पष्ट जानकारी नहीं मिल पाई कि आखिर प्रश्न पत्र किस जिले या कौनसे परीक्षा केन्द्र से लीक हुआ है।
जयपुर, करौली, दौसा पुलिस का सहयोग
एसओजी के इनपुट पर राजसमंद पुलिस द्वारा दरीबा से विद्युत निगम के तकनीकी सहायक दीपक शर्मा को गिरफ्तार करने के बाद उससे जुड़े अन्य आरोपियों के बारे में राजसमंद पुलिस द्वारा जयपुर, करौली व दौसा पुलिस को सूचना दी गई। इस पर जयपुर डीसीपी इस्ट राजीव पचार, डीसीपी साउथ योगेश गोयल, दौसा एसपी संजीव नेण, भीवाड़ी एसपी शान्तनु कुमारसिंह, करौली एसपी नारायण टोगस के सहयोग से रामनगरिया थाना प्रभारी राजेश शर्मा, जवाहर सर्कल थाना प्रभारी सुरेन्द्र सैनी, दौसा थाना प्रभारी लाखनसिंह यादव, सवाईमाधोपुर के बोली थाना प्रभारी कुसुम मीणा, करौली थाना प्रभारी उदयभान के नेतृत्व में पुलिस टीम द्वारा 10 से ज्यादा आरोपियों को हिरासत में ले लिया। सभी आरोपियों को अब पुलिस द्वारा राजसमंद लाने की कार्रवाई की जा रही है।
नाथद्वारा डीएसपी के नेतृत्व में टीम रवाना
नाथद्वारा पुलिस उप अधीक्षक छगन पुरोहित के नेतृत्व में विशेष पुलिस टीम द्वारा रेलमगरा में गिरफ्तार दीपक शर्मा से पूछताछ में मिली जानकारी आधार पर अन्य संदिग्ध बदमाशों की धरपकड़ की जा रही है। इसके लिए टीम द्वारा अलग अलग संदिग्ध जगहों पर दबिश दी जा रही है।
ये आरोपी पकड़े, अब राजसमंद लाया जा रहा
- पवन पुत्र रामलाल माली, माहुवाखुर्द, थाना गंगापुर सिटी, जिला सवाई माधोपुर
- जितेंद्र कुमार पुत्र लक्ष्मीचंद सैनी, जाखोदा, सपोटरा, जिला करौली
- हेमराज उर्फ हेतराम पुत्र हजारीलाल मीणा, निवासी अजयपुरा,, लालसोट जिला दौसा
- योगेन्द्र पुत्र कप्तान जाट, टोहिला, लखनपुर, भरतपुर।
- राजेश पुत्र अर्जुनलाल मीणा, हीरापुर, कोट, जयपुर ग्रामीण
- सांवलराम पुत्र कल्याणमल मीणा, हीरापुर, कोट जिला जयपुर ग्रामीण
- मनीष पुत्र सीताराम सैनी, बागडोली, बोली सवाई माधोपुर
- विजेंद्र पुत्र श्रीलाल सैनी, जाखोदा, सपोटरा, जिला करौली
- भरत चौधरी, निवासी दिल्ली