राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाडिय़ा का तीन दिन पहले ही निधन हुआ था। अब उनकी पत्नी शांति पहाडिय़ा का भी रविवार को निधन हो गया। दिवंगत जगन्नाथ पहाडिय़ा की पत्नी पूर्व विधायक शांति पहाडिय़ा ने गुरुग्राम के चिकित्सालय में अंतिम सांस ली।
शांति पहाडिय़ा की मौत की खबर के बाद शोक की लहर छा गई है। शांति पहाडिय़ा 2 बार विधायक और राज्यसभा सदस्य रह चुकी थीं। इन्होंने अपने कार्यकाल में क्षेत्र की विभिन्न समस्याओं को उठाते हुए क्षेत्रवासियों को राहत प्रदान की। शांति पहाडिय़ा के निधन पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, गोविंद सिंह डोटासरा और पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने शोक जताया। गहलोत ने पूर्व मुख्यमंत्री स्व. श्री जगन्नाथ पहाडिय़ा जी की पत्नी पूर्व राज्यसभा सांसद एवं विधायक रही। दोनों साथ ही जीवनपर्यन्त राजनीति में सक्रिय रहे। पहाडिय़ा ने पार्टी के लिए व जनप्रतिनिधि के रूप में अपनी सेवाएं दीं। ईश्वर से प्रार्थना है कि परिजनों को यह आघात सहने का सम्बल दें और दिवंगत आत्मा को शांति प्रदान करें।
जगन्नाथ पहाडिय़ा राजस्थान के एक मात्र दलित मुख्यमंत्री रहे हैं। इस दौरान उनकी पत्नी शांति पहाडिय़ा ने भी राजनीति में कदम रखा। वे भरतपुर की वैर विधानसभा से दो बार विधायक रहीं। इसके बाद राज्यसभा सदस्य भी रहीं। जगन्नाथ पहाडिय़ा का निधन 20 मई को ही हुआ था।