एमबी हॉस्टल के कमरें खंडर फिर भी पोर्टल पर एडमिशन किया शुरू 24 https://jaivardhannews.com/funeral-of-mother-father-and-sister-on-a-pyre-family-playing-scattered-in-accident/

एक सड़क हादसे ने 3 साल के मामूम कृष्णा से उसके माता-पिता और बहन को छीन लिया। बच्चा अब अस्पताल में है। हादसे के वक्त वह मां की गोद से छिटककर 30 मीटर दूर मिट्‌टी पर जाकर गिरा था। एक बाइक पर जा रहे 4 सदस्यों में से सिर्फ कृष्णा बचा। रविवार को ऑपरेशन कर उसके पैरों में 2 रॉड डाली गई हैं। माता-पिता और बहन का एक ही चिता पर अंतिम संस्कार किया गया।

रविवार को हुआ ऑपरेशन

शुक्रवार 17 जून को अलवर-भरतपुर रोड पर जुगरावर टोल नाके के पास एक्सीडेंट में बख्तल चौकी निवासी नरेश, उनकी पत्नी सरिता व बेटी मन्नू की मौत हो गई थी। केवल 3 साल का कृष्णा बचा था। दूध पीने की उम्र में उसके सर से मां बाप का साया उठ गया। पैर में दो जगह रॉड डली है। रविवार को ऑपरेशन हुआ। इससे पहले शनिवार को मां-पिता व बहन का एक चिता पर अंतिम संस्कार किया गया। पूरे गांव में गमगीन माहौल है।

बार-बार मां को पुकारता है

कृष्णा का पिता नरेश गोल-गप्पे का ठेला लगाता था। कृष्णा को अब दादा का सहारा है। अस्पताल में भर्ती मासूम बार-बार अपनी मां को पुकारता है। उसके पास बैठे दादा नम आंखों से उसे दुलारते हैं। दादा ने कहा कि हम इस हादसे से टूट गए हैं। कृष्णा का जिम्मा मेरे कंधे है। वह दर्द से कहराता है और मां को पुकारता है। यह सब देखकर रोना आता है।

करीब 30 मीटर दूर जाकर गिरा था

अलवर में अलवर-भरतपुर मार्ग पर शुक्रवार देर शाम को जुगरावर टोल नाके के पास हादसा हुआ था। बाइक पर नरेश अपनी सरिता व बच्चों मन्नू और कृष्णा को लेकर ससुराल जा रहा था। एक कार ने बाइक को टक्कर मार दी थी। हादसे में बख्तल की चौकी निवासी नरेश (32) सरिता(28), बेटी मन्नू (6) की मौत हो गई।शनिवार को एक ही चिता पर तीनों का अंतिम संस्कार किया गया। रविवार को 3 साल के कृष्णा का ऑपरेशन हुआ। जिसके पैर में 2 रॉड डली हैं। बच्चे का अलवर के सूर्या अस्पताल में इलाज जारी है।

टक्कर इतनी तेज की घसीटते गए कार से

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कार की स्पीड ज्यादा थी। बाइक को इतनी तेज टक्कर लगी कि बच्चा हवा में करीब 30 मीटर दूर जाकर गिरा। बाइक कार में फंस कर काफी दूर तक घिसटती गई। इस हादसे में मौके पर ही नरेश, सरिता और मन्नू की मौत हो गई।

पूरे गांव में गमगीन माहौल

बख्तल की चौकी गांव में गमगीन माहौल है। ग्रामीणों का कहना है कि इस परिवार को मदद की जरूरत भी है। ताकि बेटे का इलाज अच्छे से हो सके।