देवगढ़ पुलिस ने एक शातिर नकबजन गिरोह का पर्दाफाश करके चार आराेपियाें काे गिरफ्तार किया। आराेपियाें ने देवगढ़ के आसपास के इलाको में करीब एक दर्जन से अधिक वारदात करने का खुलासा किया। आराेपियाें के कब्जे से लाखो रुपए का माल बरामद किया।
16 नवंबर कामलीघाट निवासी मनोज कुमार पुत्र मुकेश कुमार जीनगर देवगढ़ थाने पर चाेरी की रिपोर्ट दर्ज करवाई। रिपोर्ट में बताया कि उसकी पाली रोड कामलीघाट पर लक्ष्मी गारमेन्टस नाम से दुकान स्थित है जहां 15 नवम्बर की रात में मुँह कपडे से बांध कर दुकान के बाहर लगे सिसिटीवी कैमरे व लाईट को तोड़कर दुकान के शटर के तालो को तोडकर दुकान मे घुस गए। चोरो ने दुकान में से 1,75,000 रूपये के कपड़े व उपर के गल्ले में रखे 2500 रूपये व नीचे के गल्ले में रखे करीब 40,000 रूपए चाेरी करके ले गए।
जिससे उसे करीब दो लाख सत्तरह हजार पाँच सो रूपये का नुकसान हुआ है। चाेरी की पूरी वारदात सीसीटीवी कैमरे की रिकॉर्ड हुई। मनाेज कुमार ने सीसीटीवी कैमरे की रिकाॅर्डिंग पुलिस काे दी गई। पुलिस साईबर प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक पवन सिंह व मुखबीरो की सहायता ली गई। थानाधिकारी शैतान सिंह नाथावत ने बताया की प्रकरण की गम्भीरता को देखते हुए थाना स्तर पर एक विशेष टीम का गठन किया।
जिसमे साईबर सैल प्रभारी सहायक उपनिरीक्षक पवनसिंह, हेडकांस्टेबल किशोर सिंह, कांस्टेबल शिवदर्शनसिंह, अनिल कुमार, पुष्पेन्द्रसिंह, सुल्तानसिंह, सुमित कुमार एवं ज्वाला सिंह को शामिल किया। शुक्रवार को मुखबीर के जरिये सूचना मिली कि चार संदिग्ध कामलीघाट से आगे टोल नाके से पहले रोड के किनारे बैठ कर शराब पीकर आने जाने वाले लोगों को परेशान कर रहे है। इस पर कामलीघाट चौकी इन्चार्ज हेडकांस्टेबल किशोरसिंह को मय जाप्ते के मौके पर भेजा गया। चारो व्यक्तियों की घेराबंदी कर पकडा ओर उन्हें पुछताछ के लिए देवगढ़ थाने पर लाया गया। प्रारंम्भिक पूछताछ पर बताया कि वे चारो मोज मस्ती के हिसाब से शराब पी रहे थे। इस पर पुलिस ने उक्त आरोपिया से सख्ती से पुछताछ की तो उन्होंने डेढ महीने पहले कामलीघाट पर कपड़े की दुकान मे नकबजनी की वारदात करना स्वीकार किया।
पुलिस द्वारा सख्ती करने पर थाना सर्कल की करीब एक दर्जन से अधिक वारदातों का करना स्वीकार किया। थानाधिकारी ने बताया कि उक्त आरोपी काफी सक्रिय है ओर आरोपियों ने पुछताछ मे बताया की लक्ष्मी गारमेन्टस कपडो की दुकान में नकबजनी की वारदात करते समय हमे डर था की हमारे फोटो सीसीटीवी कैमरे में आ गए होगे इसलिये हमने सीसीटीवी कैमरो को तोड़ दिया था। आरोपी पूर्व में गुजरात, मुम्बई में काम करते थे।
कोरोना काल में वापसी गांव आ गए। गांव में आने के बाद हमारे पास कोई काम धन्धा नहीं था इसलिये हमने आपस में एक चोरी व नकबजनी करने की गैंग बनाई। एक साल में हमने करीब एक दर्जन से अधिक वारदातों को अंजाम दिया। पुलिस ने बताया कि आरोपी शातिर चोर है। उनके चोरी व नकबजनी की वारदात करने का समय रात एक बजे से चार बजे के बीच रहता था। चोरी व नकबजनी की वारदात करने के बाद रूपये व पैसो का आपस में बंटवारा कर लेते थे। उन्ही रूपयो से मौज करते थे।
लक्ष्मी गारमेन्टस से जो कपडे चुराये उनका भी आपस में बंटवारा कर लिया था। रात के वक्त सुनसान जगह पर जो भी दुकान या मकान जिसके ताला लगा हो उक्त तालो को सरिये से आट लगाकर तोडना व अन्दर घुस चोरी व नकबजनी करना। नकबजनी की वारदाते करने के लिये मोटरसाईकिल पर आते थे। पुलिस ने आराेपियाें काे गिरफ्तार किया पुलिस ने चाेरी की गैंग में देवगढ़ थाना क्षेत्र के थाेरिया निवासी जितेन्द्रसिंह उर्फ जितू (21) वर्ष पुत्र भैरूसिंह रावत राजपुत, छाेटी स्वादड़ी निवासी मांगुसिंह उर्फ मानसिंह (22) पुत्र किशनसिंह रावत, स्वादड़ी लक्ष्मणसिंह (23) पुत्र भैरूसिंह रावत, बास खिमाताें की बरजाल निवासी देवेन्द्रसिंह उर्फ शेंरू (19) पुत्र किशनसिंह रावत काे गिरफ्तार किया।