Ganpati Mahotsav : राजसमंद शहर में गणपति महोत्सव एवं भादवी बीज मेले के आयोजन को लेकर नगरपरिषद में बुलाई तैयारी बैठक में ही साढ़े तीन घंटे तक हंगामा चला। बैठक में सभापति कक्ष में आयोजित हुई, जिसमें बैठक शुरू होने से पहले ही आयोजन समिति में चार पार्षदों के नाम काटने को लेकर सवाल उठाते हुए नेता प्रतिपक्ष हिम्मत कुमावत व अन्य पार्षदों ने आक्रोश जताया। हालांकि सभापति अशोक टांक बोलते रहे कि नाम उनके द्वारा नहीं हटाए गए हैं और यह गलती कहां से हुई है, इसकी जांच करवाते हुए उचित कार्रवाई करेंगे। इससे पहले पक्ष विपक्ष में तीखी तकरार व बहस हो गई। साथ ही बैठक बुलाने के बाद आयुक्त ब्रजेश राय के नहीं आने पर भी पार्षदों ने नाराजगी जताई। बैठक सुबह 11 बजे बुलाई गई, मगर साढ़े तीन बजे तक आयुक्त नहीं आए। पार्षदों के विरोध के चलते सभापति ने आखिर में बैठक स्थगित कर दी गई। हालांकि आयुक्त ब्रजेश राय का कहना है कि वे पौने 2 बजे तक नगरपरिषद कार्यालय में ही थे और उसके बाद लंच करने के बाद नाथद्वारा गए।
Nagar Parishad Rajsamand : नगरपरिषद राजसमंद में गणपति महोत्सव व भादवी बीज मेले के आयोजन को लेकर शुक्रवार सुबह 11 बजे बैठक रखी गई। सभापति कक्ष में आयोजित बैठक के प्रारंभ में ही आयुक्त ब्रजेश राय पहुंच गए। तभी नेता प्रतिपक्ष हिम्मत कुमावत ने पक्ष विपक्ष के चार पार्षदों के नाम आयोजन समिति में नहीं होने पर सभापति अशोक टांक से सवाल किया। इससे पहले ही बैठक में हंगामा हो गया। विपक्षी पार्षदों ने सवाल किए कि किसके दबाव में और क्यों दो पार्षदों के नाम काटे गए। हालांकि सभापति बार बार यही कहते रहे कि उनके द्वारा किसी भी पार्षद का नाम नहीं काटा गया है और इसके बारे में विस्तृत जानकारी आयुक्त ब्रजेश राय ही दे सकेंगे। इस पर नेता प्रतिपक्ष ने आयुक्त को मोबाइल पर फोन किया और बातचीत की, लेकिन फिर भी नेता प्रतिपक्ष व पार्षद संतुष्ट नहीं हुए और आयुक्त को दफ्तर में आने के लिए कहा गया। इस पर आयुक्त दफ्तर नहीं आए। हालांकि सभापति अशोक टांक ने कहा कि आयोजन समिति में हर वर्ष की भांति इस बार भी पक्ष व विपक्ष के सभी 18 पार्षदों के नाम जोड़ने प्रस्तावित किए थे, मगर चार पार्षदों के नाम कैसे कटे हैं, इसकी उन्हें जानकारी नहीं है। अगर किसी की गलती कटे है या किसी ने आदेश दिए हैं, जो भी हो, इस पूरे प्रकरण की जांच करवाएंगे और नाम कटने में किसी की बेपरवाही सामने आती है, तो उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जाएगी। साथ ही आयोजन समिति में सभी पार्षदों के नाम जोड़ दिए जाएंगे। तब आक्रोशित पार्षद शांत हुए। ऐसे में सभापति द्वारा बैठक को स्थगित कर दिया और अब आगामी दिनों में फिर से गणपति महोत्सव आयोजन समिति की बैठक बुलाई जाएगी और उसके बाद ही गणपति महोत्सव के के कार्यक्रम तय हो पाएंगे। इस दौरान पार्षद दीपक शर्मा, हेमंत रजक, प्रमोद रेगर, आशीष पालीवाल, पूजा कुमावत, उत्तम खिंची, सुरेश माली, चम्पालाल भोई आदि मौजूद थे।
सभापति व पार्षदों में हुई तीखी तकरार
बैठक भाजपा समर्थित पार्षद आशीष पालीवाल का नाम हटाने पर नेता प्रतिपक्ष ने सभापति से सवाल किया। इसको लेकर सभापति, नेता प्रतिपक्ष व पार्षदों के बीच तीखी तकरार, नोंकझोक हो गई। नेता प्रतिपक्ष हिम्मत कुमावत का कहना था कि गणेश चतुर्थी के आयोजन समिति में हमेशा क्षेत्रीय पार्षद का नाम रहता है और इस बार क्यों काटा गया, जबकि सभापति बोले कि उनके द्वारा कोई नाम नहीं काटा गया है। मेला आयोजन समिति की बैठक बुलाई गई, जिसमें आयुक्त ब्रजेश राय भी नहीं आए और पार्षदों के द्वारा आयुक्त को कॉल भी लगाया गया, मगर स्थिति स्पष्ट नहीं होने पर पार्षदों ने आक्रोश व्यक्त किया। इस तरह आयुक्त के नहीं होने व पार्षद आशीष का नाम नहीं होने पर गणेश चतुर्थी महोत्सव के आयोजन पर काेई चर्चा ही नहीं हो पाई। नेता प्रतिपक्ष ने स्पष्ट किया कि पार्षद का नाम जुड़ने पर ही गणेश चतुर्थी महोत्सव के कार्यक्रम तय किए जाएंगे।
विपक्ष ने उठाए सवाल पर असमंजस बरकरार
पक्ष व विपक्ष ने अपनी अपनी बात कही, मगर स्थिति कोई स्पष्ट नहीं हो पाई कि आखिर आयोजन समिति से एक पार्षद का नाम कैसे कट गया। ऐसे में आयोजन समिति की बैठक में कोई निर्णय भी नहीं हो पाया। बैठक बुलाकर आयुक्त के नदारद रहने पर भी पार्षदों ने नाराजगी जताई। अब देखना यह होगा कि क्या जिस पार्षद का नाम आयोजन समिति से कटा है, वापस जुड़ेगा और किस कारण से पार्षद का नाम कटा है, क्या वह कारण भी सार्वजनिक होगा। इसको लेकर स्थिति स्पष्ट नहीं हो पाई और असमंजस बरकरार है।
Rajsamand News : बैठक स्थगित, सभी पार्षदों के जोड़ेंगे नाम
गणपति महोत्सव आयोजन समिति में मैंने किसी के नाम नहीं काटे हैं। समिति में चार पार्षदों के नाम कैसे कटे, इसकी जांच करवाएंगे। हर वर्ष की तरह सभी पक्ष व विपक्ष के नौ नौ पार्षदों को शामिल करेंगे। आयुक्त व अन्य अधिकारियों से चर्चा कर जल्द ही बैठक बुलाकर गणपति महोत्सव के कार्यक्रम तय किए जाएंगे।
अशोक टांक, सभापति नगरपरिषद राजसमंद
BJP Leader : सभापति कर रहे भ्रमित व टालमटोल
गणेश चतुर्थी महोत्सव की आयोजन समिति में हमेशा नौ नौ सदस्य रहते हैं। इस बार चार पार्षदों के नाम नहीं है। इसीलिए सवाल किए। साथ ही बैठक में सुबह 11 बजे सभी पार्षद आ गए, मगर आयुक्त अपराह्न साढ़े तीन बजे तक भी नहीं आए। जब तक सभी पार्षदों के नाम आयोजन समिति में नहीं जुड़ेंगे, तब तक बैठक का बहिष्कार ही रहेगा।
हिम्मत कुमावत, नेता प्रतिपक्ष नगरपरिषद राजसमंद
मैं बैठक में था मौजूद, पौने दो बजे बाद निकला
गणपति महोत्सव आयोजन समिति की बैठक में ठीक 11 बजे मैं सभापति महोदय के कक्ष में गया। बाद में मैं मेरे कक्ष में आ गया, जहां पौने दो बजे तक था। उसके बाद लंच के लिए गया। फिर नगरपालिका नाथद्वारा के लिए निकला। नेता प्रतिपक्ष द्वारा बैठक में नहीं आने के जो आरोप लगाए हैं, वे बेबुनियाद और झूठे हैं। बैठक भी नियमानुसार ही बुलाई गई। कमेटी में पक्ष व विपक्ष के सभी पार्षदों को शामिल किया गया है।
ब्रजेश राय, आयुक्त नगरपरिषद राजसमंद