उदयपुर में आतंकियों के हमले में मारे गए टेलर कन्हैयालाल के परिजनों की मदद के लिए बड़े पैमाने पर लोग आगे आए हैं। कन्हैयालाल और उनके घायल साथी ईश्वर सिंह के लिए 24 घंटे में ही एक करोड़ रुपए से ज्यादा की रकम जुटा ली गई। ये पैसे दोनों के परिजनों को दिए जाएंगे। कन्हैयालाल के घरवालों को एक करोड़ और ईश्वर सिंह को 25 लाख रुपए की आर्थिक सहायता मिलेगी।

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असल में बुधवार को दिल्ली BJP के नेता कपिल मिश्रा ने दोनों परिवारों के लिए फंड जुटाने की ऑनलाइन मुहिम शुरू की थी। इस मुहिम में ऑनलाइन फंड ट्रांसफर के माध्यम से देश-दुनिया से अभी तक 12,223 लोग अपना योगदान दे चुके हैं। अब तक सवा करोड़ रुपए से ज्यादा फंड जमा हो चुका है। उनके मुताबिक जमा हो रहे फंड में से एक करोड़ कन्हैयालाल की पत्नी को दिए जाएंगे जबकि 25 लाख रुपए ईश्वर सिंह को। बता दें कि अंतरराष्ट्रीय आतंकी संगठन ISIS से जुड़े दो दरिंदों ने मंगलवार को दुकान में घुसकर दिनदहाड़े कन्हैयालाल का गला काट दिया था। इस हमले में उनके कारीगर ईश्वर घायल हुए थे।


अभी तक 1.31 करोड़ रुपए की सहायता राशि जुटाई

मिश्रा ने बताया, ‘क्राउड फंडिंग के जरिए लगभग 1.31 करोड़ रुपए जमा हो चुके हैं। देश और दुनिया से लोग कन्हैयालाल के परिवार के साथ हैं। हम उनकी पत्नी, बच्चों, परिवार को न कमजोर पड़ने देंगे, न ही अकेला। उन्होंने कन्हैयालाल के बेटे यश से बात भी की। मिश्रा ने भास्कर को बताया, ‘हमारी टारगेट फंडिंग पूरी हो चुकी है। आजकल में कन्हैयालाल की पत्नी और ईश्वर सिंह के बैंक अकाउंट की डिटेल्स मिल जाएगी। जैसे ही ये डिटेल्स आएगी तो रुपया उनके अकाउंट में ट्रांसफर कर दिया जाएगा। इस प्रोसेस को पूरा होने में 4-5 दिन लग सकते हैं।’ उन्होंने बताया कि इसके बाद जब भी कंडीशन नॉर्मल होगी तो वह खुद भी उदयपुर जाकर मृतक कन्हैयालाल के परिवार से भी मिलेंगे।

मर्डर का निकला पाकिस्तान कनेक्शन, NIA कर रही जांच

उदयपुर में हुए इस तालिबानी मर्डर के तार पाकिस्तान से जुड़े हैं। आतंकी लिंक सामने आने के बाद अब मामले की जांच भी नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA ) कर रही है। NIA ने 8 से 10 मोबाइल नंबर ट्रेस किए हैं। इनकी लोकेशन पाकिस्तान से लेकर भारत में आ रही है। इन्हीं नंबरों पर रियाज जब्बार और गौस मोहम्मद की लगातार बातचीत भी हो रही थी। दोनों आरोपी दावते इस्लामी संगठन और तहरीके लब्बेक संगठन से कई सालों से जुड़े हुए थे। इतना ही नहीं इन्होंने पाकिस्तान में ट्रेनिंग भी ली थी।