छह साल की मासूम को 10-12 कुत्तों ने इतना काटा कि उसे बचाया नहीं जा सका। इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। मामला अलवर के रामगढ़ क्षेत्र के बरवाड़ाबास गांव का है। घटना शुक्रवार दोपहर बाद की है। पिता सोहन सिंह ने बताया कि मजदूरी करने वह खेत पर गया था। मेरी 6 साल की बेटी अमनदीप कौर खेत में पानी देने आ रही थी। रास्ते में 10 से 12 कुत्तों ने उस पर हमला कर दिया। बच्ची घर से 200 मीटर दूर ही चली थी। कुत्तों का झुंड बच्ची पर भी टूट पड़ा। जिससे बच्ची बेहोश हो गई। कुत्ते बेहोश बच्ची को भी नोंचते रहे। इस दौरान पड़ोस के एक आदमी को घटना की जानकारी मिली तो वो बचाने पहुंचा। कुत्तों ने इतना काटा कि मासूम के शरीर का कोई अंग ऐसा नहीं बचा था, जहां से खून नहीं निकल रहा था। वह पूरी तरह खून से लथपथ हो चुकी थी। इसके बाद बच्ची को CHC रामगढ़ ले जाया गया, जहां से अलवर रेफर कर दिया गया। यहां बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई। सोहन सिंह की चार बेटियां हैं। अमनदीप सबसे बड़ी थी।
घर से बाहर निकलने पर भी डर लगता है
बच्ची के पिता सोहन सिंह ने बताया कि मोहल्ले में कुत्तों का इतना आतंक है कि कई बार घर से बाहर निकलने पर भी डर लगता है। मोहल्ले से गुजरने पर कुत्ते पीछे पड़ जाते हैं। कई बार इनसे पीछा छुड़ाने के लिए इन्हें डंडो से मारकर भगाना पड़ता है। लेकिन, इस बार कुत्तों के झुंड ने मेरी बच्ची को ही अपना शिकार बना लिया। इनसे छुड़ाने के लिए भी काफी मशक्कत करनी पड़ी और उसे बचाने की कोशिश भी की, लेकिन उसकी मौत हो गई।
घटना के बाद से ग्रामीणों में रोष
घटना के बाद पूरे गांव में दुख और रोष का माहौल है। आवारा कुत्तों को लेकर गांव वालों में डर भी है। ग्रामीणों का कहना है कि जानवरों के काटने की घटना दुखदायी है। कुत्ते हिंसक होते जा रहे हैं। छोटे बच्चों को अकेले घर से बाहर दूर भेजने से बचना होगा।