युवती का एक बाइक सवार ने अपहरण कर लिया। इसके बाद उसे जंगल में ले जाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद उसने अपने 3 साथियों को भी वहां बुला लिया। आरोपियों ने 16 घंटे तक बंधक बनाकर उसके साथ बारी-बारी से 8 से 10 बार दुष्कर्म किया। इसके बाद युवती जैसे तैसे उनके चुंगल से निकलकर थाने पहुंची जहां पर पूरी घटना बताई।
यह घटना है राजस्थान के झालावाड़ा जिले में 11 जून की घटना है। दूसरे दिन 12 जून को सुबह 6 बजे पीडि़ता उनके चंगुल से छूटने के बाद थाने पहुंची और पुलिस को आपीबीती बताई। पुलिस ने इस मामले में नामजद चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया, जहां से उनको जेल भेज दिया।
डग एसएचओ बन्नालाल चौधरी ने बताया कि 12 जून को क्षेत्र के एक गांव की निवासी युवती ने थाने में उपस्थित होकर बताया कि वह 11 जून को गांव से डग आ रही थी। रास्ते में ईश्वरसिंह पुत्र रामलाल पीछे से बाइक लेकर आया और उसे जबरन अपने साथ बैठाकर जंगल में ले गया। वहां ईश्वरसिंह ने उसके साथ दुष्कर्म किया। इसके बाद ईश्वरसिंह ने उसके साथी बालूसिंह व मेहरबानसिंह को भी वहां बुला लिया। उन्होंने ने भी उसके साथ ज्यादती की। बाद में तीनों बाइक पर बैठा कर उसे डग स्थित घाटी रोड ले गए। वहां एक सुनसान कुएं पर इन लोगों ने फिर से उसके साथ ज्यादती की। यहां से मेहरबानसिंह अपने गांव चला गया।
बालूसिंह व ईश्वरसिंह उसे बाइक पर बैठाकर भवानीमंडी की तरफ ले गए। रास्ते में बालूसिंह व ईश्वरसिंह के दोस्त गोविंदसिंह ने भी उससे ज्यादती की। बाद में उसे भवानीमंडी की तरफ ले गए। वहां बालूसिंह व ईश्वर में झगड़ा होने लग गया। इस दौरान उन्होंने उसके साथ भी मारपीट की।
इसके बाद वे उसे घर छोडऩे के लिए आते समय हरनावदा फंटे के पास फिर जबरदस्ती करने लग गए। इस दौरान उसके चिल्लाने पर एक वैन आई और उसमें से दो जने उतरे तो आरोपी उसे छोड़कर भाग गए। इसके बाद सुबह 6 बजे करीब उसने पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने झालावाड़ एसआरजी अस्पताल में पीडि़ता का मेडिकल करवाने के साथ न्यायालय में 164 सीआरपीसी के तहत उसके बयान भी करवाए। मामले की जांच महिला अपराध एवं अनुसंधान सेल के डीएसपी गोपाललाल को सौंपी है।
चारों आरोपी गिरफ्तार
डग एसएचओ चौधरी के नेतृत्व में टीम ने ज्यादती के आरोपियों ईश्वरसिंह पुत्र रामलाल, बालूसिंह पुत्र भेरूसिंह, मेहरबानसिंह पुत्र पूरसिंह व गोविंदसिंह पुत्र भगवानसिंह को 13 जून की देर रात गिरफ्तार कर लिया। चारों को न्यायालय में करने के बाद मंगलवार को जेल भेज दिया गया।