राजसमंद। जिले के दरीबा में हिंदुस्तान जिंक वेदांता परिसर में डीएवी स्कूल में संभाग का सबसे बड़ा डेडिकेटेड कोड केयर सेंटर प्रशासन ने मात्र 20 दिन में बना दिया। जिले के प्रशासनिक अधिकारियों ने इसके लिए दिन रात मेहनत कर मिसाल कायम की। कोरोना की दूसरी लहर के तेज गति से बढ़ते हुए कोविड-19 संक्रमण को ध्यान में रखकर दरीबा स्मेल्टर कॉम्पलेक्स में स्थित ऑक्सीजन प्लांट से ढाई किलोमीटर लंबी मेटल लाइन डीएवी स्कूल तक बिछाई है। बताया कि यह भारत की दूसरी सबसे बड़ी लाइन है। यह अस्पताल 325 बेड की क्षमता वाला है ।इसमें 10 आईसीयू बेड है। अस्पताल के निर्माण की कार्यकारी एजेंसी आरएसआरडीसी है। सभी 325 बेड ऑक्सीजन युक्त हैं। स्टाफ के रहने के लिए जिंक के वेदांत विहार का टीबी ब्लॉक को अधिग्रहित किया। इसमें डॉक्टर एवं नर्सिंग कर्मियों की रहने की व्यवस्था की हैं। मेडिकल स्टाफ तथा कोविड रोगियों के लिए भोजन की व्यवस्था जिंक करेगा। कलेक्टर अरविंद कुमार पोसवाल, मुख्य कार्यकारी अधिकारी जिला परिषद निमिषा गुप्ता ने कोविड केयर सेंटर का अवलोकन किया। अस्पताल मे मरीजों को भर्ती करनेके लिए सभी आवश्यक तैयारियां पूरी कर ली है। सोमवार से अस्पताल पूरी तरह से चालू हो जाएगा।
कोरोना महामारी के संक्रमण के बढते प्रभाव को देखते हुए चिकित्सा सुविधाओं को विस्तार देने के उदेश्य से रेलमगरा में दरीबा में दयानन्द एंग्लो वैदिक विद्यालय दरीबा में डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के लिए राज्य सरकार द्वारा राज्य आपदा निधि एसडीआरफ से चिकित्सा तकनीकी से सम्बन्धित उपकरण, सामग्री की खरीद के लिये 3 करोड 65 लाख रूपए की प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति जारी की जा चुकी है। इस अवसर पर चिकित्सालय कार्य की नोडल प्रभारी, उपखंड अधिकारी तनसुख डामोर, मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ पीसी शर्मा, मेेडिकल से नोडल प्रभारी पंकज गौड व दरीबा के अधिकारी व कर्मचारी सहित अन्य लोग मौजूद थे।